कोलकाता : दुर्गा पूजा (Durga Puja) को यूनेस्को द्वारा सांस्कृतिक विरासत की सूची में शामिल किए जाने का जश्न मनाने के लिए पश्चिम बंगाल के उत्तर दिनाजपुर जिले में राज्य द्वारा आयोजित दुर्गा पूजा कार्यक्रम के दौरान एक सांड के हमले में 60 वर्ष के एक व्यक्ति की मौत हो गई और 10 अन्य घायल हो गए. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी.
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार शाम रायगंज में भारत सेवक संघ के अध्यक्ष साधन कर्माकर अपनी दुर्गा पूजा समिति की झांकी के साथ जुलूस में चल रहे थे तभी एक अन्य पूजा समिति की झांकी खींचने के लिए लाए गए वृषभ ने पीछे से उन पर हमला कर दिया. पुलिस ने बताया कि सांड़ ने उन्हें जमीन पर पटक दिया और उन्हें रौंद दिया. स्थानीय विधायक कृष्णा कल्याणी ने कहा कि कर्माकर की रायगंज सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में इलाज के दौरान अत्यधिक खून बहने से मौत हो गई. पुलिस ने कहा कि अधिकतर लोग घटना के बाद मची भगदड़ में घायल हुए.
यूनेस्को के सम्मान का जश्न मनाने के लिए, पश्चिम बंगाल सरकार ने शुक्रवार को राज्य के प्रत्येक जिला मुख्यालय शहर में ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया था, जिसमें क्षेत्र की शीर्ष दुर्गा पूजा समितियों ने विसर्जन के लिए जाने से पहले अपनी मूर्तियों और शिल्प कौशल का प्रदर्शन किया. पुलिस ने बताया कि घायलों का उपचार चल रहा है. कल्याणी ने कर्माकर के परिजनों के लिए 2 लाख रुपये देने की घोषणा की, लेकिन उनके परिवार ने कार्यक्रम में आने देने के लिए जिला प्रशासन को दोषी ठहराया. कर्माकर की बेटी ने जांच की मांग करते हुए संवाददाताओं से कहा, 'मैं जिम्मेदार लोगों को सजा की मांग करती हूं.'
ये भी पढ़ें - बांग्लादेश में औपनिवेशिक काल के हिन्दू मंदिर में तोड़ी गई मूर्ति
(पीटीआई-भाषा)