नई दिल्ली : देश के हर नागरिक के पास इंश्योरेंस हो, इसके लिए बीमा नियामक इरडा एक त्रिआयामी पहल शुरू कर रहा है. इरडा एक ऐसी सस्ती इंश्योरेंस पॉलिसी लाने का प्लान बना रही है, जिसमें हेल्थ, लाइफ, प्रॉपर्टी और एक्सीडेंट इंश्योरेंस सब कवर होता हो. बिना किसी परेशानी के व्यक्ति घंटों में अपने क्लेम का निपटान कर सकें. इंश्योरेंस लोगों को कई तरह से सुरक्षा प्रदान करता है इसलिए सरकार प्रति व्यक्ति को इंश्योरेंस पॉलिसी से जोड़ना चाहती है.
70 से अधिक नियम निरस्त : बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDA) का कहना है कि देश में बीमा का बहुत बड़ा बाजार मौजूद है लेकिन उसके अनुरूप अभी लोगों तक पहुंच स्थापित नहीं हो पाई है. इसलिए इसे सुगम बनाने के लिए इरडा ने 70 से अधिक नियमों को निरस्त कर दिया है जबकि 1,000 से अधिक परिपत्रों को वापस ले लिया है. नियामक का ये भी मानना है कि इन बदलावों से इस क्षेत्र में देश के युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे. नौकरियों की संख्या दोगुनी होकर 1.2 करोड़ हो सकती है.
साल 2047 तक सबको बीमा सुविधा देना : IRDA के प्रमुख देबाशीष पांडा ने गुरुवार को उद्योग मंडल सीआईआई के एक कार्यक्रम में कहा कि इरडा अब नियम-आधारित दृष्टिकोण की जगह सिद्धांत-आधारित दृष्टिकोण को अपना रहा है. साल 2047 तक सबको बीमा सुविधा देने के लिए नियामक ने उपलब्धता, पहुंच और किफायत के त्रिआयामी परिप्रेक्ष्य को लेकर चल रहा है.
इरडा का बीमा ट्रिनिटी प्लान : पांडा ने कहा कि हम बीमा क्षेत्र को यूपीआई की तरह बनाना चाहते हैं. यानी हर व्यक्ति तक इसकी पहुंच बनाना चाहते हैं. इसके लिए इरडा जीवन और साधारण बीमा दोनों क्षेत्रों के साथ मिलकर काम कर रहा है. इसके लिए एक प्लान फार्मेट भी तैयार किया गया है, जिसे 'बीमा ट्रिनिटी' नाम दिया गया है. इसमें ये है कि कौन सा काम कब, कैसे और कहां करना है. अगर सरकार की यह योजना सफल होती है तो 2047, देश की आजादी के 100 साल पूरे होने पर देश के हर नागरिक के पास इंश्योरेंस होगा.
(एजेंसी इनपुट के साथ)
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