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एक दिन जरूर आएगा जब कश्मीर लेने वाला नहीं, देने वाला राज्य बनेगा : अमित शाह

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर के दौरे पर कश्मीर के युवाओं से जुड़े एक कार्यक्रम में कि आज मैं बैठे-बैठे सोच रहा था कि ढाई साल पहले जिस कश्मीर से पथराव, हिंसा, आतंकवाद के समाचार आते थे. आज उसी कश्मीर में युवा विकास, रोजगार, पढ़ाई की बात कर रहा है. कितना बदलाव आया है. उन्होंने और क्या-क्या कहा, पढ़ें पूरी रिपोर्ट.

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Published : Oct 23, 2021, 7:21 PM IST

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के तीन दिनों के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर के एक कार्यक्रम में कहा कि ढाई साल पहले कश्मीर से हिंसा, पत्थरबाजी की खबरें आती थीं. आज घाटी में बदलाव की बयार चल रही है.

पांच अगस्त 2019 का जिक्र करते हुए शाह ने दावा किया कि वह आतंकवाद, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद का अंत था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कश्मीर में युवाओं को मौका मिले इसलिए अच्छा डिलिमिटेशन भी होगा. डिलिमिटेशन के बाद चुनाव भी होगा और फिर से राज्य का स्टेटस भी वापस मिलेगा.

उन्होंने कहा कि कश्मीर को भारत सरकार से मदद आती है, आनी भी चाहिए, बहुत सहा है कश्मीर ने. परन्तु एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब कश्मीर भारत के विकास के लिए योगदान करेगा. लेने वाला नहीं, भारत को देना वाला प्रदेश बनेगा.

श्रीनगर में अमित शाह ने कहा कि सवा दो साल के बाद मैं जम्मू-कश्मीर आया हूं और सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद मेरा पहला कार्यक्रम यूथ क्लब के युवा साथियों के साथ हो रहा है. मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से मिलकर बहुत बहुत आनंद और सुकून का अनुभव करता हूं.

यह भी पढ़ें-गृह मंत्री के कश्मीर दौरे पर महबूबा मुफ्ती का रिएक्शन, सब कुछ ठीक दिखाने की 'चालबाजी'

उन्होंने कहा कि कश्मीर की लगभग 70 फीसदी आबादी 35 साल से नीचे है. इस आबादी में हौसला बढ़ा दिया जाए और विकास के साथ जोड़ लिया जाए और उन्हें विकास का राजदूत बनाया जाए तो कश्मीर की शांति में कोई खलल नहीं पहुंचा सकता है. पूरे जम्मू-कश्मीर में 4500 युवा क्लब रजिस्टर्ड किए गए हैं. इसमें से 4229 गांवों में हैं. इसके जरिए से युवाओं की चिंता की जा रही है.

श्रीनगर : जम्मू कश्मीर के तीन दिनों के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर के एक कार्यक्रम में कहा कि ढाई साल पहले कश्मीर से हिंसा, पत्थरबाजी की खबरें आती थीं. आज घाटी में बदलाव की बयार चल रही है.

पांच अगस्त 2019 का जिक्र करते हुए शाह ने दावा किया कि वह आतंकवाद, भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद का अंत था. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कश्मीर में युवाओं को मौका मिले इसलिए अच्छा डिलिमिटेशन भी होगा. डिलिमिटेशन के बाद चुनाव भी होगा और फिर से राज्य का स्टेटस भी वापस मिलेगा.

उन्होंने कहा कि कश्मीर को भारत सरकार से मदद आती है, आनी भी चाहिए, बहुत सहा है कश्मीर ने. परन्तु एक दिन ऐसा जरूर आएगा जब कश्मीर भारत के विकास के लिए योगदान करेगा. लेने वाला नहीं, भारत को देना वाला प्रदेश बनेगा.

श्रीनगर में अमित शाह ने कहा कि सवा दो साल के बाद मैं जम्मू-कश्मीर आया हूं और सुरक्षा समीक्षा बैठक के बाद मेरा पहला कार्यक्रम यूथ क्लब के युवा साथियों के साथ हो रहा है. मैं जम्मू-कश्मीर के युवाओं से मिलकर बहुत बहुत आनंद और सुकून का अनुभव करता हूं.

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उन्होंने कहा कि कश्मीर की लगभग 70 फीसदी आबादी 35 साल से नीचे है. इस आबादी में हौसला बढ़ा दिया जाए और विकास के साथ जोड़ लिया जाए और उन्हें विकास का राजदूत बनाया जाए तो कश्मीर की शांति में कोई खलल नहीं पहुंचा सकता है. पूरे जम्मू-कश्मीर में 4500 युवा क्लब रजिस्टर्ड किए गए हैं. इसमें से 4229 गांवों में हैं. इसके जरिए से युवाओं की चिंता की जा रही है.

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