पालघर : उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) की तुलना में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Chief Minister Eknath Shinde) को अधिक लोकप्रिय बताने वाले विज्ञापन पर महाराष्ट्र के सत्तारूढ़ घटक दलों में वाकयुद्ध के बीच भाजपा नेता ने गुरुवार को यह कहते इस विवाद को अधिक तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया कि एक विज्ञापन सरकार को कमजोर नहीं कर सकता.
मंगलवार को राज्य में बड़े बड़े अखबारों में पूरे पन्ने का विज्ञापन छपने के बाद सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना गुट के बीच राजनीतिक खींचतान शुरू हो गई थी. इस विज्ञापन में एक सर्वेक्षण का हवाला देकर बताया गया था कि लोकप्रियता के मामले में शिंदे फडणवीस से आगे हैं. उसमें फडणवीस या शिवसेना के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की तस्वीर नहीं थी.
इस विज्ञापन पर विवाद पैदा होने पर दो दिनों तक किसी सरकारी कार्यक्रम में साथ नहीं आने के बाद गुरुवार को मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने पालघर में एक कार्यक्रम में मंच साझा किया. दोनों ही नेता एक ही हेलीकॉप्टर से पालघर पहुंचे.
'शासन अपल्या दारी' कार्यक्रम में शिरकत करते हुए फडणवीस ने कहा, 'भाजपा-शिवसेना गठबंधन सरकार मजबूत है. एक विज्ञापन या बयान उसे कमजोर नहीं कर सकता है या इस सरकार के लिए कोई समस्या खड़ा नहीं कर सकता है.' उन्होंने कहा कि शिवसेना और भाजपा 25 वर्ष से गठबंधन में साथ हैं और वे भविष्य में भी साथ रहेंगे.
शिंदे ने यह कहते हुए फडणवीस की तारीफ की कि वह बहुत मजबूत संबंध बनाकर चलते हैं और यह गठबंधन किसी निहित स्वार्थ के लिए नहीं है. उन्होंने उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली पिछली सरकार को निशाना बनाते हुए कहा, 'पिछली महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार के दौरान प्रगति का पहिया थम गया था.' उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं की राह में आने वाली सभी रुकावटों को दूर किया है.
शिंदे ने कहा, 'पिछले एक वर्ष में, हमने सभी वर्गों के लोगों के कल्याण एवं तरक्की के लक्ष्य को ध्यान में रखकर निर्णय लिए हैं. हमारी सरकार जनोन्मुखी सरकार है और उसे सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है.'
मुख्यमंत्री के बेटे और कल्याण से लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे के खिलाफ हाल में तीखा बयान दे चुके राज्य के मंत्री एवं भाजपा नेता रवींद्र चव्हाण भी इस मौके पर मौजूद थे.
मंगलवार को 'भारत के लिए मोदी, महाराष्ट्र के लिए शिंदे' नामक विज्ञापन के प्रकाशित होने के बाद विपक्ष दावा करने लगा कि शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना और भाजपा के बीच सबकुछ ठीक-ठीक नहीं है.
इस विज्ञापन के चर्चा का विषय बनने अगले दिन बुधवार को मराठी दैनिकों में सत्तारूढ़ गठबंधन का एक विज्ञापन छपा जिसमें शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दर्शाया गया है.
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(पीटीआई-भाषा)