श्रीनगर : जम्मू-कश्मीर में जिला विकास परिषद (डीडीसी) के चुनाव परिणाम घोषित किए जा चुके हैं. चुनाव परिणाम के एलान के बाद ईटीवी भारत ने पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से विशेष बात की. उन्होंने कहा है कि वह अब विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे. हालांकि उन्होंने कहा कि वह चुनावी गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर भाग लेते रहेंगे.
नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा कि डीडीसी चुनाव के नतीजे उनकी पार्टी के लिए काफी अच्छे रहे. उन्होंने कहा कि डीडीसी चुनाव के नतीजों पर गौर करने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने का जोखिम नहीं उठाएगी.
उमर ने कहा कि डीडीसी के गठन के लिए वह कांग्रेस और विजयी निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ लगातार संपर्क में हैं. उन्होंने कहा कि हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि क्षेत्र के विकास और समृद्धि को सुनिश्चित करने के लिए गुप्कार गठबंधन अधिक से अधिक परिषद का गठन करे.
'महबूबा मुफ्ती गुपकार गठबंधन की मजबूत भागीदार'
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती पांच अगस्त, 2020 से पहले ही गुपकार गठबंधन का हिस्सा बन गई थीं और यह कहना सही नहीं होगा कि उनकी पार्टी खतरे में है, इसलिए वह गुप्कार गठबंधन का सहारा ले रही हैं.
उमर अब्दुल्ला ने कहा कि महबूबा मुफ्ती गुपकार गठबंधन की मजबूत भागीदार हैं और उनसे विचार-विमर्श किया जाता रहेगा.
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इससे पहले उमर अब्दुल्ला ने कहा था कि संविधान के अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को वापस लिए जाने के खिलाफ प्रदेश के लोगों की आवाज को केंद्र सरकार को सुननी चाहिए.
नेशनल कॉन्फ्रेंस मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए अब्दुल्ला ने कहा कि जिला विकास परिषद के चुनावों में लोगों ने गुपकार गठबंधन का समर्थन कर अपना विचार स्पष्ट कर दिया है. डीडीसी चुनाव परिणाम को देखते हुए उन्हें नहीं लगता कि केंद्र शासित प्रदेश में निकट भविष्य में जल्दी चुनाव कराये जायेंगे.
गुप्कार गठबंधन ने डीडीसी चुनावों में 276 सीटों में से 110 पर जीत हासिल की है, जबकि भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और उनसे 74 सीटों पर जीत हासिल दर्ज की है.