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किसानों के पास सिंघु बॉर्डर पहुंचे चौटाला, कहा- 'लुटेरे जैसों' के हाथ में सत्ता, बटोर रहे पैसे

इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला ने किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए किसानों के बीच धरनास्थल पर जा रहे हैं. इसी कड़ी में बुधवार को ओपी चौटाला सिंघु बॉर्डर (Om Prakash Chautala reached singhu border) पर पहुंचे.

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Published : Jul 21, 2021, 7:14 PM IST

Updated : Jul 21, 2021, 7:21 PM IST

बॉर्डर पर पहुंचने पर चौटाला का जोरदार स्वागत
बॉर्डर पर पहुंचने पर चौटाला का जोरदार स्वागत

सोनीपत : जेबीटी भर्ती घोटाले (JBT Recruitment Scam) में सजा पूरी करने के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला तिहाड़ जेल से रिहा हो चुके हैं. ऐसे में अब वो दोबारा से राजनीति में सक्रिय होते नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में ओपी चौटाला किसानों को समर्थन देने सोनीपत के सिंघु बॉर्डर (Om Prakash Chautala reached singhu border) पहुंचे. बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भी चौटाला ने दो किसान प्रदर्शन स्थलों का दौरा किया था.

सिंघु बॉर्डर पर पहुंचने पर किसानों ने ओपी चौटाला का जोरदार स्वागत किया. इस दौरान ओपी चौटाला ने संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बनाए गए मुख्य मंच को साझा नहीं किया. दूसरी तरफ लगाए मंच से ओपी चौटाला ने हुंकार भरी. अपने भाषण में जहां ओपी चौटाला ने किसानों को आंदोलन मजबूत करने पर बधाई दी तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षियों पर भी जमकर वार किए.

किसानों ने ओपी चौटाला का जोरदार स्वागत किया

ओपी चौटाला ने कहा कि ये आंदोलन सभी वर्गों का है. इस आंदोलन ने जात-पात के नाम पर जहर फैला कर राजनीति करने वाले लोगों को थप्पड़ मारने का काम किया है. आज सरकार ने जनता से मूलभूत सुविधाएं छीन ली हैं. इस कुशासन को खत्म करने के लिए इस आंदोलन को शुरू किया गया है.

चौटाला ने सरकार पर किया वार
हरियाणा के पूर्व सीएम ने अपने भाषण में भाजपा सरकार को लुटेरी सरकार करार दिया है. उन्होंने कहा कि लुटरे किस्म के लोगों के हाथ में देश और प्रदेश की सत्ता आ गई है. जिनका काम पैसे बटोरना है. ये लोग ऐसे कानून बनाते हैं, जिससे देश का सारा कुछ चुनिंदा व्यपारियों के हाथ में चला जाता है. देश आज बर्बादी की कगार पर है.

ओपी चौटाला ने हरियाणा में मध्यवर्ती चुनावों की आशंका जताई. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने 3600 नौकरियां देने पर जेल की सजा काटी है. पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरी देकर फांसी भी चढ़ जाऊ तो कोई दिक्कत नहीं है. किसानों के संसद मार्च पर ओपी चौटाला ने कहा कि 23 जुलाई को विपक्ष और किसान इक्कठे होकर इन काले कानूनों का विरोध करने संसद के बाहर पहुचेंगे और सरकार को मजबूर करने वाले काले कानून वापस लेने की मांग करेंगे.

वहीं पेगासस जासूसी मामले पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी मिले हुए हैं. ये उन्हें कहने की जरूरत नहीं है. वो आने वाले वक्त में बीजेपी और कांग्रेस को हराने के लिए अन्य विपक्षी दलों को इक्क्ठा करके थर्ड फ्रंट बनाएंगे.

इसे भी पढ़ें-किसान संगठनों को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की सशर्त अनुमति

सोनीपत : जेबीटी भर्ती घोटाले (JBT Recruitment Scam) में सजा पूरी करने के बाद हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला तिहाड़ जेल से रिहा हो चुके हैं. ऐसे में अब वो दोबारा से राजनीति में सक्रिय होते नजर आ रहे हैं. इसी क्रम में ओपी चौटाला किसानों को समर्थन देने सोनीपत के सिंघु बॉर्डर (Om Prakash Chautala reached singhu border) पहुंचे. बता दें कि इससे पहले मंगलवार को भी चौटाला ने दो किसान प्रदर्शन स्थलों का दौरा किया था.

सिंघु बॉर्डर पर पहुंचने पर किसानों ने ओपी चौटाला का जोरदार स्वागत किया. इस दौरान ओपी चौटाला ने संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से बनाए गए मुख्य मंच को साझा नहीं किया. दूसरी तरफ लगाए मंच से ओपी चौटाला ने हुंकार भरी. अपने भाषण में जहां ओपी चौटाला ने किसानों को आंदोलन मजबूत करने पर बधाई दी तो वहीं दूसरी तरफ विपक्षियों पर भी जमकर वार किए.

किसानों ने ओपी चौटाला का जोरदार स्वागत किया

ओपी चौटाला ने कहा कि ये आंदोलन सभी वर्गों का है. इस आंदोलन ने जात-पात के नाम पर जहर फैला कर राजनीति करने वाले लोगों को थप्पड़ मारने का काम किया है. आज सरकार ने जनता से मूलभूत सुविधाएं छीन ली हैं. इस कुशासन को खत्म करने के लिए इस आंदोलन को शुरू किया गया है.

चौटाला ने सरकार पर किया वार
हरियाणा के पूर्व सीएम ने अपने भाषण में भाजपा सरकार को लुटेरी सरकार करार दिया है. उन्होंने कहा कि लुटरे किस्म के लोगों के हाथ में देश और प्रदेश की सत्ता आ गई है. जिनका काम पैसे बटोरना है. ये लोग ऐसे कानून बनाते हैं, जिससे देश का सारा कुछ चुनिंदा व्यपारियों के हाथ में चला जाता है. देश आज बर्बादी की कगार पर है.

ओपी चौटाला ने हरियाणा में मध्यवर्ती चुनावों की आशंका जताई. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि उन्होंने 3600 नौकरियां देने पर जेल की सजा काटी है. पढ़े-लिखे युवाओं को नौकरी देकर फांसी भी चढ़ जाऊ तो कोई दिक्कत नहीं है. किसानों के संसद मार्च पर ओपी चौटाला ने कहा कि 23 जुलाई को विपक्ष और किसान इक्कठे होकर इन काले कानूनों का विरोध करने संसद के बाहर पहुचेंगे और सरकार को मजबूर करने वाले काले कानून वापस लेने की मांग करेंगे.

वहीं पेगासस जासूसी मामले पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी मिले हुए हैं. ये उन्हें कहने की जरूरत नहीं है. वो आने वाले वक्त में बीजेपी और कांग्रेस को हराने के लिए अन्य विपक्षी दलों को इक्क्ठा करके थर्ड फ्रंट बनाएंगे.

इसे भी पढ़ें-किसान संगठनों को जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की सशर्त अनुमति

Last Updated : Jul 21, 2021, 7:21 PM IST
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