नई दिल्ली: दो बार का ओलंपिक पदक विजेता, रेलवे का अधिकारी, छत्रसाल स्टेडियम का ओएसडी और पहलवानों को तैयार करने वाला एक कोच. कुछ समय पहले तक सुशील कुमार की यही पहचान थी, लेकिन आज वह हत्या का आरोपी है. सागर की हत्या के मामले में वह वांछित चल रहा था. रविवार को दिल्ली पुलिस ने उसे उसके साथी के साथ धर दबोचा है. इसकी पुष्टि स्पेशल सेल के स्पेशल एसपी नीरज ठाकुर ने की है.
बता दें कि छत्रसाल स्टेडियम में नए पहलवानों को तैयार करने की जिम्मेदारी सुशील के पास थी. वह देश के लिए पदक विजेता पहलवान तैयार कर रहा था. ऐसा ही एक पहलवान था सोनीपत का रहने वाला सागर. उसके पिता दिल्ली पुलिस में हवलदार हैं. सागर जूनियर नेशनल चैंपियन बन चुका था और तेजी से अंतरराष्ट्रीय स्तर का पहलवान बनने के लिए तैयारी कर रहा था. सुशील पहलवान उसकी मेहनत से काफी प्रभावित था. इसलिए उसने सागर को मॉडल टाउन स्थित अपना फ्लैट रहने के लिए दिया था. इससे सागर पास में रहकर ही प्रैक्टिस करने के लिए छत्रसाल स्टेडियम चला जाता था.
फ्लैट खाली करने के विवाद में हुई हत्या
कुछ दिन पहले सागर से सुशील पहलवान का विवाद हो गया. इस पर सुशील ने सागर को तुरंत अपना फ्लैट खाली करने के लिए कहा. सागर ने तुरंत फ्लैट खाली करने से इनकार कर दिया. इस बात को लेकर उनके बीच कहासुनी हुई. बीते 4 मई को इस मामले को सुलझाने के लिए सागर एवं उसके दो साथियों को छत्रसाल स्टेडियम पर जबरन लाया गया, जहां सुशील कुछ अन्य पहलवानों के साथ मौजूद था. उनके पास दोनाली बंदूक भी थी.
आरोप है कि यहां पर सुशील एवं उसके साथियों ने सागर, अमित और सोनू को जमकर पीटा. पुलिस जब मौके पर पहुंची, तो वहां से घायलों को छोड़कर सभी आरोपी फरार हो गए, लेकिन एक आरोपी प्रिंस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया, जहां कुछ देर बाद सागर ने दम तोड़ दिया.
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दो सप्ताह से फरार चल रहा था सुशील
हत्या के इस मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी सुशील को बनाया है. पुलिस के हाथ एक वीडियो भी लगा, जिसमें सुशील एवं उसके साथी सागर की पिटाई करते हुए दिख रहे हैं. घायल सोनू ने भी इस बाबत अपना बयान दर्ज कराया है. इसके बाद पुलिस ने दिल्ली, यूपी, हरियाणा एवं उत्तराखंड में कई जगहों पर छापेमारी की, लेकिन सुशील उनके हाथ नहीं लगा.
पुलिस ने सुशील के खिलाफ सबसे पहले लुक आउट सर्कुलर जारी करवाया, ताकि वह विदेश न भाग सके. उसके ससुर सहित 40 से ज्यादा परिचितों से पूछताछ की. छत्रसाल स्टेडियम से सीसीटीवी कैमरे जब्त किए. सुशील के खिलाफ महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए. इस दौरान उसके हरिद्वार के एक आश्रम में छिपे होने की बात भी सामने आई थी.
गैर जमानती वारंट के बाद 1 लाख का इनाम
सुशील पर शिकंजा कसने के लिए दिल्ली पुलिस लगातार प्रयास कर रही है. पुलिस सुशील के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी करवा चुकी है. इसके अलावा सोमवार को उसकी गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया गया है. वहीं उसके पीए अजय के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित हुआ है. दिल्ली पुलिस ने दिल्ली सरकार को पत्र लिखकर सुशील के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने को कहा है, क्योंकि वह छत्रसाल स्टेडियम में ओएसडी के पद पर कार्यरत है. सुशील रेलवे में नौकरी करता है, लेकिन डेपुटेशन पर वह छत्रसाल स्टेडियम में कार्यरत है.
जमानत याचिका अदालत में दायर
सुशील पहलवान ने हत्या के इस मामले में रोहिणी अदालत में जमानत याचिका दायर की है. इसमें सुशील ने खुद को बेकसूर बताया है. उसका दावा है कि उसे फंसाया जा रहा है. इतना ही नहीं उसने अपनी जान को लारेंस बिश्नोई/काला जठेड़ी गैंग से खतरा भी बताया है.
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