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शर्मसार! साइकिल पर पत्नी का शव लेकर भटकता रहा बुजुर्ग, नहीं करने दिया अंतिम संस्कार

उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में मानवता को शर्मसार कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां के अमरपुर गांव में एक बुजुर्ग पत्नी का शव साइकिल पर लेकर दर-दर भटकता रहा, लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. थक-हारकर जब वह खुद से पत्नी का अंतिम संस्कार करने जा रहा था तो ग्रामीणों ने यह भी करने से उसे रोक दिया. पढ़ें पूरी खबर...

साइकिल पर पत्नी का शव लेकर भटकता रहा बुजुर्ग
साइकिल पर पत्नी का शव लेकर भटकता रहा बुजुर्ग
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Published : Apr 28, 2021, 3:41 PM IST

Updated : Apr 28, 2021, 4:09 PM IST

जौनपुर : कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कई ह्रदय विदारक दृश्य देखने को मिल रहे हैं. ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से आई है. हम जिस समाज को एक-दूसरे के सुख दु:ख का साथी मानते हैें, उस समाज का ऐसा चेहरा सामने आया है, जो आपको झकझोर कर रख देगा.

दरअलल, यूपी के जौनपुर में कोरोना संक्रमित एक महिला की मौत हो जाती है और समाज परिवार को सांत्वना देना तो दूर, अंतिम संस्कार करने तक से रोक देता है. नतीजा बुजुर्ग पति साइकिल पर शव लेकर दर-दर की ठोकरें खाता है, लेकिन उसे दो गज जमीन नसीब नहीं होने दिया जाता. बाद में पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और शव का अंतिम संस्कार संभव हुआ.

इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के अमरपुर गांव की है. यहां के निवासी तिलकधारी सिंह की 50 वर्षीय पत्नी राजकुमारी ने जिला अस्पताल में दम तोड़ा तो गांव वाले कोरोना के डर से देखने के लिए नहीं आए. शव को घर पर रखना भी मुश्किल हो रहा था. ऐसे में तिलकधारी सिंह ने शव को साइकिल में बांध अंतिम संस्कार करने की ठान ली. इसके बाद शव जलाने की ठान कर पत्नी के मृत शरीर को साइकिल पर लादकर पर तिलकधारी निकल पड़े.

गांव में नदी के किनारे दाह संस्कार करने के लिए अभी वह चिता भी नहीं लगा पाए थे कि गांव के लोगों ने शव जलाने से मना कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर जाकर तिलकधारी सिंह की सहायता की. पुलिस प्रशासन का मानवीय चेहरा भी इस दौरान देखने को मिला.

यह भी पढे़ं: इलाज के लिए दर-दर की खाता रहा ठोकरें, मां के पैरों में तोड़ा दम

घटना के संबंध में पूछे जाने पर सीओ मड़ियाहूं ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस पहुंच गई थी. पुलिस ने तिलकधारी सिंह की सहायता की. शव के लिए गाड़ी का इंतजाम भी कराया. इसके अलावा अंतिम क्रिया के लिए शव को जौनपुर के रामघाट पर भिजवाया गया.

जौनपुर : कोरोना महामारी की दूसरी लहर में कई ह्रदय विदारक दृश्य देखने को मिल रहे हैं. ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले से आई है. हम जिस समाज को एक-दूसरे के सुख दु:ख का साथी मानते हैें, उस समाज का ऐसा चेहरा सामने आया है, जो आपको झकझोर कर रख देगा.

दरअलल, यूपी के जौनपुर में कोरोना संक्रमित एक महिला की मौत हो जाती है और समाज परिवार को सांत्वना देना तो दूर, अंतिम संस्कार करने तक से रोक देता है. नतीजा बुजुर्ग पति साइकिल पर शव लेकर दर-दर की ठोकरें खाता है, लेकिन उसे दो गज जमीन नसीब नहीं होने दिया जाता. बाद में पुलिस ने मामले में हस्तक्षेप किया और शव का अंतिम संस्कार संभव हुआ.

इंसानियत को शर्मसार करने वाली यह घटना मड़ियाहूं कोतवाली क्षेत्र के अमरपुर गांव की है. यहां के निवासी तिलकधारी सिंह की 50 वर्षीय पत्नी राजकुमारी ने जिला अस्पताल में दम तोड़ा तो गांव वाले कोरोना के डर से देखने के लिए नहीं आए. शव को घर पर रखना भी मुश्किल हो रहा था. ऐसे में तिलकधारी सिंह ने शव को साइकिल में बांध अंतिम संस्कार करने की ठान ली. इसके बाद शव जलाने की ठान कर पत्नी के मृत शरीर को साइकिल पर लादकर पर तिलकधारी निकल पड़े.

गांव में नदी के किनारे दाह संस्कार करने के लिए अभी वह चिता भी नहीं लगा पाए थे कि गांव के लोगों ने शव जलाने से मना कर दिया. सूचना पर पहुंची पुलिस ने मौके पर जाकर तिलकधारी सिंह की सहायता की. पुलिस प्रशासन का मानवीय चेहरा भी इस दौरान देखने को मिला.

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घटना के संबंध में पूछे जाने पर सीओ मड़ियाहूं ने बताया कि घटना की सूचना पर पुलिस पहुंच गई थी. पुलिस ने तिलकधारी सिंह की सहायता की. शव के लिए गाड़ी का इंतजाम भी कराया. इसके अलावा अंतिम क्रिया के लिए शव को जौनपुर के रामघाट पर भिजवाया गया.

Last Updated : Apr 28, 2021, 4:09 PM IST
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