पुरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओडिशा को पहली वंदे भारत की सौगात के साथ साथ 8 हजार करोड़ की रेल परियोजनाओं का तोहफा दिया. इस मौके पर वर्चुअल माध्यम से जुड़ते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास की इस नीति का सबसे बड़ा लाभ आज देश के उन राज्यों को हो रहा है, जो विकास की दौड़ में पीछे छूट गए थे. पिछले 8-9 वर्षों में ओडिशा में रेल परियोजनाओं के बजट में काफी वृद्धि की गई है.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की वजह से सुवर्ण युग की शुरुआत हो रही है. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, ‘‘ओडिशा में दूसरी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पुरी-भुवनेश्वर-कटक-आंगुल-राउरकेला मार्ग पर चल सकती है.’’
ओडिशा से राज्यसभा सदस्य वैष्णव ने कहा कि अगले साल जनवरी-फरवरी में पुरी-भुवनेश्वर-कटक में वंदे मेट्रो चलाने की योजना है. रेल मंत्री ने कहा कि वह केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करेंगे कि ओडिशा को एक और वंदे भारत और वंदे मेट्रो दी जाए. उन्होंने कहा कि ओडिशा में अब विश्वस्तरीय रेलवे, दूरसंचार, इंटरनेट और राजमार्ग संपर्क होगा.
मोदी सरकार ने ओडिशा में रेलवे के विकास के लिए लगभग 10,000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. उन्होंने कहा कि रेलवे के अलावा, दूरसंचार विभाग ने ओडिशा में कनेक्टिविटी में सुधार के लिए 5,600 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं.
अश्विनी वैष्णव ने ओडिशा सरकार से राज्य को देश का नंबर एक राज्य बनाने के लिए अपना सहयोग बढ़ाने का आग्रह किया. उन्होंने भूमि अधिग्रहण, कानून व्यवस्था बनाए रखने और परियोजनाओं के लिए वन विभाग की मंजूरी में राज्य की मदद मांगी. अधिकारियों ने कहा कि 16 कोच वाली पुरी-हावड़ा वंदे भारत ट्रेन की सेवा 20 मई से शुरू होगी. यह लगभग साढ़े छह घंटे में 500 किलोमीटर की दूरी तय करेगी.
(एक्सट्रा इनपुट-एजेंसी)