नई दिल्ली : नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) धोखाधड़ी मामले की जांच सीबीआई (CBI) कर रही है. दिल्ली की एक सीबीआई अदालत ने बुधवार को एनएसई को-लोकेशन मामले में ग्रुप ऑपरेटिंग ऑफिसर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के पूर्व एमडी के सलाहकार आनंद सुब्रमण्यम को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. सीबीआई ने एनएसई की पूर्व सीईओ चित्रा रामकृष्ण के करीबी आनंद सुब्रमण्यिन को चेन्नई से गिरफ्तार किया था.
एनएसई की पूर्व MD और CEO चित्रा रामकृष्ण ही आनंद सुब्रमण्यिन को बतौर चीफ स्ट्रैटजिक एडवाइजर की हैसियत से एनएसई में लाई थीं. जांच एजेंसी को शक है कि आनंद सुब्रमण्यम उस ईमेल आईडी का पासवर्ड जानते थे, जिस पर चित्रा उस अज्ञात योगी को मेल भेजती थीं.
सीबीआई ने हाल ही में सेबी ऑफिस में भी छापेमारी की थी, जहां से डिजिटल दस्तावेजों सहित कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए. सीबीआई का दावा है कि छापे में बरामद दस्तावेज महत्वपूर्ण, जो इस खेल में शामिल आरोपियों के झूठ को उजागर करते हैं. सीबीआई इसे बतौर सबूत पेशकर आरोपियों के खिलाफ केस फुलप्रूफ बनाने की तैयारी कर रही है.
सीबीआई ने 19 फरवरी को पूर्व एनएसई डायरेक्टर रवि नारायण से भी पूछताछ की थी. चित्रा रामकृष्ण से पहले रवि नारायण ही एनएसई के सीईओ थे. बता दें कि सीबीआई ने नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण से पूछताछ की थी. 18 फरवरी को चित्रा ने अपना बयान दर्ज कराया था. सीबीआई ने हिमालय के अदृश्य योगी को भेजे गए मेल के बारे में पूछताछ की थी. सीबीआई पहले ही चित्रा, आनंद सुब्रमण्यम और रवि नारायण के खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी कर चुकी है. सीबीआई ने सेबी की 192 पन्नों की रिपोर्ट के आधार पर चित्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. उस रिपोर्ट में चित्रा पर हिमालय में रहने वाले एक अनाम योगी को गोपनीय जानकारी लीक करने का आरोप लगाया गया था. सेबी ने उन पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया था.
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