नई दिल्ली : राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शुक्रवार को दिल्ली में अपने यूके समकक्ष टिम बैरो से मुलाकात कर सकते हैं. दोनों के बीच यह मुलाकात इस साल की दूसरी मुलाकात है, इससे पहले दोनों ने 30 मार्च को अनौपचारिक मुलाकात की थी. यह हाई-प्रोफाइल बैठक लंदन में भारतीय उच्चायोग पर हमले और विरोध प्रदर्शन के कुछ दिनों बाद हुई थी.
इससे पहले, 19 मार्च को लंदन में खालिस्तान समर्थक एक प्रदर्शनकारी भारतीय उच्चायोग की बालकनी पर चढ़ गया था और भारतीय ध्वज को उतार दिया था. भारत ने ब्रिटेन के अधिकारियों से इस कृत्य में शामिल लोगों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने का आग्रह करते हुए इस मामले पर कड़ा विरोध दर्ज कराया था. एक अभूतपूर्व कदम में, दिल्ली पुलिस ने इस अपराध के लिए पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज की थी. इसके बाद, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के अनुरोध पर मामला एनआईए को स्थानांतरित कर दिया गया था.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, डोभाल खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों की गतिविधियों सहित विभिन्न द्विपक्षीय मुद्दों को संबोधित कर सकते हैं. यह बैठक ब्रिटेन स्थित खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) के नेता और अलगाववादी अमृतपाल सिंह के कथित संरक्षक अवतार सिंह खांडा की मृत्यु के बाद हो रही है. जिनकी 15 जून को बर्मिंघम अस्पताल में अस्पष्ट परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी.
हालांकि डोभाल ब्रिटेन में खालिस्तान समर्थक चरमपंथ में वृद्धि और द्विपक्षीय संबंधों पर इसके प्रभाव के संबंध में बैरो के संपर्क में हैं, लेकिन भारत ने ब्रिटिश सरकार से इस मुद्दे को कम महत्व देने के बारे में महत्वपूर्ण चिंता व्यक्त की है.
(एएनआई)