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उत्तराखंड: बाबा बर्फानी अस्पताल का 'निर्दयी' नोडल अफसर, बोला- पेशेंट आएंगे तो मरेंगे

क्या किसी अस्पताल का नोडल ऑफिसर इतना निर्दयी हो सकता है. क्या कोई नोडल ऑफिसर कह सकता है कि जो अस्पताल आएगा वो मरेगा ही. हरिद्वार के एक अस्पताल में ऐसा नोडल ऑफिसर है. अगर आपको यकीन नहीं हो रहा है तो हमारी ये खबर पढ़िए.

Nodal Officer Baba Barfani Hospital
बाबा बर्फानी अस्पताल के नोडल ऑफिसर ने की गलत बयानबाजी
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Published : May 16, 2021, 1:56 AM IST

देहरादून: हरिद्वार का बाबा बर्फानी अस्पताल इन दिनों सुर्खियों में है. इस अस्पताल पर कोरोना से संक्रमित 65 लोगों की मौत के मामले को छिपाने का आरोप है. इस मामले सीएमओ हरिद्वार और बाबा बर्फानी अस्पताल के सीएमएस को नोटिस भेजा जा चुका है. ईटीवी भारत ने सच्चाई जानने के लिए हरिद्वार के बाबा बर्फानी अस्पताल के नोडल अधिकारी केके सिंह से फोन पर बात की. आपको बताते हैं इस फोन कॉल में केके सिंह ने क्या कहा.

बाबा बर्फानी अस्पताल के नोडल ऑफिसर ने की गलत बयानबाजी

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- हेलो सर नमस्कार.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- हां जी नमस्कार.

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- मैं किरनकांत शर्मा बात कर रहा हूं ईटीवी न्यूज देहरादून से.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- हां जी बोलिए

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- ये कल आपकी तरफ से एक बात आई है बर्फानी की तरफ से कि यहां जो डेथ हुई थीं उसका आंकड़ा एडमिस्ट्रेशन को नहीं दिया गया.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- सब जगह दिया जा चुका है जी. सब जगह दिया जा चुका है. स्टेट गवर्नमेंट, हरिद्वार सीएएमओ और हरिद्वार जो डिस्ट्रिक्ट है वहां पर भेजा जा चुका है.

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- नहीं-नहीं डेली देते हैं जैसे सभी अस्पताल देते हैं.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- डेली देते हैं भाई डेली देते हैं. कौन से अस्पताल में मौत नहीं होता है जी.

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- नहीं-नहीं वो तो बात ठीक है. तो फिर ये जो अभिषेक त्रिपाठी हैं उनकी तरफ से ये क्यों कहा गया है कि कल हमें दिया गया है.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- नहीं-नहीं जब उन्होंने परफॉर्मा कल भेजा है कि इस परफॉर्मा पर भेजा जाए तो उसी परफॉर्मा पर तब दिया जाएगा ना उनको तो. जो डेथ हो रही थी वो रोज बताया जा है कि डेथ हो रहा है. ऐसा है ना लिमिटेड रिसोर्सेज हैं. उसी में काम करना है. 10-10 पेज का इन्होंने भेज दिया है कि इसमें बनाके भेजना है. रिपोर्टिंग हो रही है, रिपोर्टिंग की कोई चिंता नहीं है. अब कौन से हॉस्पिटल में डेथ नहीं हो रही है. डेथ क्यों छिपाएगा कोई आदमी. ये तो सनसनी फैलाने के लिए कि. कोरोना के पेशेंट आएंगे तो मरेंगे ही मरेंगे वो तो.

ये भी पढ़िए: बाबा बर्फानी अस्पताल ने पहले छिपाई 65 मौतों की जानकारी, अब नोडल अधिकारी बोले- कोरोना मरीज आएंगे तो मरेंगे ही

स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि जांच के बाद सख्त कार्रवाई होगी.

65 मौतों की जानकारी छिपाने का आरोप

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण से अब तक 4,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्थितियों की मॉनिटरिंग करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. हालत यह है कि इसके बाद भी अस्पताल मौत के आंकड़ों को छुपा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला हरिद्वार में सामने आया है. यहां पर बाबा बर्फानी नाम के निजी हॉस्पिटल ने 65 लोगों की मौत के मामले में जानकारियां छुपाई हैं.

बाबा बर्फानी अस्पताल को भेजा गया नोटिस

आपको बता दें कि राज्य कोविड कंट्रोल रूम में 24 घंटों के भीतर जानकारी देनी होती है. बाबा बर्फानी हॉस्पिटल में 25 अप्रैल से 12 मई तक उपचार के दौरान 65 कोरोना के मरीजों की मौत हुई थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी नहीं दी.

आपदा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी

इस मामले में कंट्रोल रूम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि लगातार अस्पताल प्रबंधन को जानकारियां अपडेट कर देने के लिए कहा जा रहा था. इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से कर्मचारियों की कमी और दूसरे बहाने बताकर जानकारियां नहीं दी जा रही थीं. इसके बाद जब कंट्रोल रूम की तरफ से सख्ती की गई, तब जाकर अस्पताल में 65 मरीजों की मौत की जानकारी बताई. ये जानकारी 14 मई को सामने आई सकी. उधर, इस मामले पर हरिद्वार के सीएमओ एसके झा और अस्पताल के सीएमएस को नोटिस जारी कर दिया गया है. साथ ही सही जानकारी उपलब्ध नहीं कराने पर आपदा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है.

अस्पताल का आरोप- जटिल है फॉर्मेट
इस मामले पर जब बाबा बर्फानी हॉस्पिटल के नोडल अधिकारी केके सिंह से बात की गई, तो उन्होंने साफ कहा कि अस्पताल को लेकर सनसनी फैलाई जा रही है जबकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बेहद जटिल फॉर्मेट में जानकारियां मांगी जा रही हैं. जबकि उनकी तरफ से सीएमओ को सभी जानकारियां हर दिन दी जा रही हैं. साथ ही स्वास्थ विभाग के हर अधिकारी को इसको लेकर अवगत कराया जा रहा है. इसके बावजूद गलत जानकारी के साथ सनसनी अस्पताल के नाम पर फैलाई जा रही है.

स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने ये कहा...

हरिद्वार में बाबा बर्फानी अस्पताल में मौत के मामले छिपाने पर स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने ETV Bharat से बात करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी तरफ से जांच बैठाई की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई भी की जाएगी. जांच में सीएमओ की भूमिका और अस्पताल प्रबंधन की स्थिति की जांच होगी.

देहरादून: हरिद्वार का बाबा बर्फानी अस्पताल इन दिनों सुर्खियों में है. इस अस्पताल पर कोरोना से संक्रमित 65 लोगों की मौत के मामले को छिपाने का आरोप है. इस मामले सीएमओ हरिद्वार और बाबा बर्फानी अस्पताल के सीएमएस को नोटिस भेजा जा चुका है. ईटीवी भारत ने सच्चाई जानने के लिए हरिद्वार के बाबा बर्फानी अस्पताल के नोडल अधिकारी केके सिंह से फोन पर बात की. आपको बताते हैं इस फोन कॉल में केके सिंह ने क्या कहा.

बाबा बर्फानी अस्पताल के नोडल ऑफिसर ने की गलत बयानबाजी

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- हेलो सर नमस्कार.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- हां जी नमस्कार.

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- मैं किरनकांत शर्मा बात कर रहा हूं ईटीवी न्यूज देहरादून से.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- हां जी बोलिए

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- ये कल आपकी तरफ से एक बात आई है बर्फानी की तरफ से कि यहां जो डेथ हुई थीं उसका आंकड़ा एडमिस्ट्रेशन को नहीं दिया गया.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- सब जगह दिया जा चुका है जी. सब जगह दिया जा चुका है. स्टेट गवर्नमेंट, हरिद्वार सीएएमओ और हरिद्वार जो डिस्ट्रिक्ट है वहां पर भेजा जा चुका है.

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- नहीं-नहीं डेली देते हैं जैसे सभी अस्पताल देते हैं.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- डेली देते हैं भाई डेली देते हैं. कौन से अस्पताल में मौत नहीं होता है जी.

किरनकांत शर्मा, ब्यूरो चीफ- नहीं-नहीं वो तो बात ठीक है. तो फिर ये जो अभिषेक त्रिपाठी हैं उनकी तरफ से ये क्यों कहा गया है कि कल हमें दिया गया है.

केके सिंह, नोडल अधिकारी, बाबा बर्फानी अस्पताल- नहीं-नहीं जब उन्होंने परफॉर्मा कल भेजा है कि इस परफॉर्मा पर भेजा जाए तो उसी परफॉर्मा पर तब दिया जाएगा ना उनको तो. जो डेथ हो रही थी वो रोज बताया जा है कि डेथ हो रहा है. ऐसा है ना लिमिटेड रिसोर्सेज हैं. उसी में काम करना है. 10-10 पेज का इन्होंने भेज दिया है कि इसमें बनाके भेजना है. रिपोर्टिंग हो रही है, रिपोर्टिंग की कोई चिंता नहीं है. अब कौन से हॉस्पिटल में डेथ नहीं हो रही है. डेथ क्यों छिपाएगा कोई आदमी. ये तो सनसनी फैलाने के लिए कि. कोरोना के पेशेंट आएंगे तो मरेंगे ही मरेंगे वो तो.

ये भी पढ़िए: बाबा बर्फानी अस्पताल ने पहले छिपाई 65 मौतों की जानकारी, अब नोडल अधिकारी बोले- कोरोना मरीज आएंगे तो मरेंगे ही

स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने कहा कि जांच के बाद सख्त कार्रवाई होगी.

65 मौतों की जानकारी छिपाने का आरोप

उत्तराखंड में कोरोना संक्रमण से अब तक 4,000 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है. इस दौरान स्वास्थ्य विभाग की तरफ से स्थितियों की मॉनिटरिंग करने के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं. हालत यह है कि इसके बाद भी अस्पताल मौत के आंकड़ों को छुपा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला हरिद्वार में सामने आया है. यहां पर बाबा बर्फानी नाम के निजी हॉस्पिटल ने 65 लोगों की मौत के मामले में जानकारियां छुपाई हैं.

बाबा बर्फानी अस्पताल को भेजा गया नोटिस

आपको बता दें कि राज्य कोविड कंट्रोल रूम में 24 घंटों के भीतर जानकारी देनी होती है. बाबा बर्फानी हॉस्पिटल में 25 अप्रैल से 12 मई तक उपचार के दौरान 65 कोरोना के मरीजों की मौत हुई थी, लेकिन अस्पताल प्रबंधन ने कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी नहीं दी.

आपदा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की चेतावनी

इस मामले में कंट्रोल रूम के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर डॉक्टर अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि लगातार अस्पताल प्रबंधन को जानकारियां अपडेट कर देने के लिए कहा जा रहा था. इसके बावजूद अस्पताल प्रबंधन की तरफ से कर्मचारियों की कमी और दूसरे बहाने बताकर जानकारियां नहीं दी जा रही थीं. इसके बाद जब कंट्रोल रूम की तरफ से सख्ती की गई, तब जाकर अस्पताल में 65 मरीजों की मौत की जानकारी बताई. ये जानकारी 14 मई को सामने आई सकी. उधर, इस मामले पर हरिद्वार के सीएमओ एसके झा और अस्पताल के सीएमएस को नोटिस जारी कर दिया गया है. साथ ही सही जानकारी उपलब्ध नहीं कराने पर आपदा महामारी एक्ट के तहत कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी गई है.

अस्पताल का आरोप- जटिल है फॉर्मेट
इस मामले पर जब बाबा बर्फानी हॉस्पिटल के नोडल अधिकारी केके सिंह से बात की गई, तो उन्होंने साफ कहा कि अस्पताल को लेकर सनसनी फैलाई जा रही है जबकि स्वास्थ्य विभाग की तरफ से बेहद जटिल फॉर्मेट में जानकारियां मांगी जा रही हैं. जबकि उनकी तरफ से सीएमओ को सभी जानकारियां हर दिन दी जा रही हैं. साथ ही स्वास्थ विभाग के हर अधिकारी को इसको लेकर अवगत कराया जा रहा है. इसके बावजूद गलत जानकारी के साथ सनसनी अस्पताल के नाम पर फैलाई जा रही है.

स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने ये कहा...

हरिद्वार में बाबा बर्फानी अस्पताल में मौत के मामले छिपाने पर स्वास्थ्य महानिदेशक तृप्ति बहुगुणा ने ETV Bharat से बात करते हुए कहा कि इस मामले में उनकी तरफ से जांच बैठाई की जा रही है. रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई भी की जाएगी. जांच में सीएमओ की भूमिका और अस्पताल प्रबंधन की स्थिति की जांच होगी.

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