नई दिल्ली : भारत के विदेश सचिव हर्ष वी श्रृंगला ने मंगलवार को कहा कि भारत-बांग्लादेश संबंधों में कोई परेशानी नहीं है. साम्प्रदायिक दंगों और अन्य मुद्दों के कारण भारत-बांग्लादेश संबंधों पर असर पड़ा है या नहीं इस बारे में मीडिया के एक सवाल के जवाब में श्रृंगला ने कहा, 'देश का दौरा करने के बाद मैं ऐसी किसी भी धारणा को पूरी तरह से दूर कर दूंगा कि संबंध में असहजता है. रिश्ते में कोई परेशानी है. यह हमारे बहुआयामी संबंधों पर आधारित एक असाधारण घनिष्ठ संबंध है.'
उन्होंने कहा कि यह इतिहास, संस्कृति, भाषा के संबंधों पर आधारित है. श्रृंगला का बयान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की 15 से 17 दिसंबर तक की बांग्लादेश की यात्रा से पहले आया है. राष्ट्रपति कोविंद 'विजय दिवस' के 50 साल और बांग्लादेश की मुक्ति के अवसर पर बांग्लादेश की राजकीय यात्रा पर जाएंगे. विदेश सचिव हर्ष श्रृंगला ने कहा कि यह यात्रा 15-17 दिसंबर तक होगी.
नई दिल्ली में यहां एक विशेष ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए श्रृंगला ने कहा, 'यह यात्रा ढाका में 50 वें विजय दिवस समारोह के संदर्भ में है, जिसमें बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति कोविंद को सम्मानित अतिथि के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए आमंत्रित किया है.' राष्ट्रपति के साथ शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार और सांसद राजदीप रॉय भी होंगे.
2021 बांग्लादेश की स्वतंत्रता की स्वर्ण जयंती है, यह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 साल पूरे होने का जश्न भी है. विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने दोहराया, 'यह दिन पाकिस्तानी सेना पर बड़ी जीत और हमारे संयुक्त बलों - भारतीय सशस्त्र बलों और बांग्लादेश की सेना की जीत की याद दिलाता है.'
यात्रा के दौरान राष्ट्रपति कोविंद बांग्लादेश के राष्ट्रपति के साथ प्रतिनिधिमंडल स्तर की बैठक भी करेंगे. प्रधानमंत्री शेख हसीना राष्ट्रपति कोविंद से मुलाकात करेंगी. बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ. एके अब्दुल मोमन भी राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे.
इसके अलावा राष्ट्रपति कोविंद के कार्यक्रम में 'मुक्ति जोधा' (Mukti Jodhas) - बांग्लादेशियों के साथ बातचीत शामिल है, जिन्होंने हमारे सशस्त्र बलों के साथ-साथ हथियार उठाए और अपने देश को मुक्त करने के लिए संघर्ष किया.
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