पटना : भले ही आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद राहुल गांधी के हाथ को मजबूत करने की बात करते रहे हों लेकिन अब उन्हीं की पार्टी के प्रवक्ता और कद्दावर नेता भाई वीरेन्द्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार कहा है. उन्होंने कहा है कि ''नीतीश कुमार को देश का प्रधानमंत्री उम्मीदवार होना चाहिए. नीतीश कुमार जी प्रधानमंत्री बनते तो अच्छा होता.''
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''मैं चाहूंगा कि बिहार से नीतीश कुमार प्रधानमंत्री उम्मीदवार हों. लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरे देश के पॉलिटिकल लोगों को एक मंच पर एकजुट किया गया है. बिहार से बीजेपी हटाओ देश बचाओ का नारा शुरू हुआ है. बिहार जब जब अंगड़ाई लिया है तो परिवर्तन हुआ है. फिर चाहे नीतीश के पीएम उम्मीदवार बनने की INDIA गठबंधन में सहमति हो या न हो ये मेरी अपनी चाहत है कि नीतीश कुमार प्रधानमंत्री उम्मीदवार हों.''- भाई बिरेन्द्र, आरजेडी विधायक एवं प्रवक्ता
नीतीश कुमार हों पीएम उम्मीदवार : भाई बिरेन्द्र ने कहा कि देश को बिहार ने पहले राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद के रूप में दिया. 1942 में महात्मा गांधी ने बिहार से स्वतंत्रता आंदोलन शुरू किया. आपातकाल के खिलाफ जयप्रकाश नारायण ने बिहार से आंदोलन शुरू किया. 2022 में बीजेपी से अलग होकर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने देश की अलग-अलग पार्टियों को एकजुट करने का काम किया. इसका असर अब दिख रहा है. उनसे जब पूछा गया कि क्या INDIA गठबंधन भी ये स्वीकार करेगा कि नीतीश कुमार पीएम उम्मीदवार होंगे तो उन्होंने इसे अपना व्यक्तिगत बयान कहा.
''हमारी इच्छा है कि इस बार बिहार से ही कोई प्रधानमंत्री बने और प्रधानमंत्री पद के प्रबल दावेदार अगर हैं तो वह नीतीश कुमार हैं. वैसे यह हमारी अपनी निजी राय है. लेकिन हम चाहते हैं कि बिहार से अभी तक कोई नेता प्रधानमंत्री नहीं बना है, तो नीतीश कुमार प्रधानमंत्री बनें, यह हमारी दिली इच्छा है.''- भाई बिरेन्द्र, आरजेडी विधायक एवं प्रवक्ता
नए अलायंस के सूत्रधार नीतीश : बता दें कि INDIA गठबंधन की तीन बैठकें हो चुकी हैं. पूरे देश में इंडिया गठबंधन को मूर्त रूप देने का काम नीतीश कुमार की देन है. उन्होंने सभी परस्पर धुर विरोधी दलों को एक मंच पर लाकर दिखा दिया. यही नहीं बल्कि तीन-तीन बैठकें भी अब तक हो चुकी हैं. इनके बीच कई समिति भी बनाई जा चुकी है. आखिरी बैठक मुंबई में हुई थी. अब फिर अगली बैठक होने वाली है. इन सबके सूत्रधार के रूप में नीतीश कुमार को ही माना जाता है. ये और बात है कि मुंबई की बैठक में लालू यादव ने राहुल के हाथ को मजबूत करने की बात कहकर नीतीश को गहरा आघात पहुंचाया था, ऐसी चर्चा सियासी गलियारे में आज भी जा रही है.
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