पटना: बिहार विधान परिषद के मानसून सत्र के तीसरे दिन भी डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर रहा. सदन की कार्यवाही के दौरान लगातार हंगामा देखने को मिला. वहीं हंगामे के बीच में ही सीएम नीतीश कुमार भी सदन में पहुंच गए, तब तक बीजेपी पार्षद वेल में आकर जबरदस्त नारेबाजी कर रहे थे. अपनी सीट पर बैठे-बैठे ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी की तरफ इशारा करते हुए उनकी पगड़ी के बारे में पूछा.
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पगड़ी क्यों बांधते हैं? मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इशारा करते ही सम्राट चौधरी ने भी इशारे में ही जवाब दिया. जबरदस्त नारेबाजी और हो-हल्ला के बीच में भी सदन के नेता और नेता प्रतिपक्ष के बीच हुई इस चुहलबाजी को सबने देखा. वहीं, सदन से बाहर निकलकर सम्राट चौधरी ने उस बारे में तफसील से बताया.
'सीएम पद से हटाकर खोलूंगा पगड़ी': बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि आज सदन में मुख्यमंत्री ने पूछा कि आपने मुरैठा क्यों बांध रखा है? हमने उनको जवाब देते हुए कहा कि हमने संकल्प लिया है कि आपको मुख्यमंत्री पद से हटाना है. ये पगड़ी उसी संकल्प को याद दिलाती है. जब तक आपको गद्दी से नही उतारेंगे, ये पगड़ी ऐसे ही बंधी रहेगी. इसमें मुझे आपका भी आशीर्वाद चाहिए.
"सदन में सीएम नीतीश कुमार ने मुझसे पूछा कि ये मुरैठा क्यों बांधा है? तो मैंने उनको जवाब देते हुए कहा कि आपको मुख्यमंत्री पद से हटाना है, इसका ये संकल्प है. मैंने उनको कहा कि आपको जिस दिन कुर्सी से हटाऊंगा, उसी दिन ये पगड़ी खुलेगी और आपका भी आशीर्वाद चाहिए"- सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष, विधान परिषद
'तेजस्वी से इस्तीफा लेने की हिम्मत नहीं': सम्राट चौधरी ने कहा कि करप्शन से समझौता नहीं करने का दावा करने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की हिम्मत नहीं है कि वह लैंड फॉर जॉब स्कैम में चार्जशीटेड डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से इस्तीफा मांग लें. बीजेपी नेता ने कहा कि अगर वह इस्तीफा मांगेंगे तो आरजेडी उन्हें सीएम की कुर्सी से हटा देगा.
सदन नहीं चलने के लिए कौन जिम्मेदार?: सत्ता पक्ष की ओर से सदन नहीं चलने देने के लिए विपक्ष को जिम्मेदार ठहराने पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि सदन में हम लोग जनहित के मुद्दे पर बात कर रहे हैं, कोई अपना मुद्दा नहीं है. उन्होंने कहा की सरकार जनहित के मुद्दे पर जवाब नहीं देती है और उल्टे विपक्ष पर आरोप लगाती है. जहां तक सदन की कार्यवाही में बाधा पहुंचाने का आरोप है तो वह गलत है. हमलोग संसदीय प्रणाली के तहत ही अपनी बात रखने की कोशिश करते हैं.