भोपाल : केंद्रीय सड़क परिवह एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने गुरुवार को 11वीं भारतीय छात्र संसद (Student parliament) के एक राष्ट्रीय सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने खुद का होर्डिंग लगाकर प्रसिद्ध होने वाले मंत्रियों और नेताओं पर पर जमकर चुटकी ली. उन्होंने राजनेताओं के जन्मदिन पर बड़े-बड़े होर्डिंग लगाने की प्रवृत्ति की निंदा करते हुए कहा, इससे कोई जनमानस का सच्चा नेता नहीं बन जाएगा.
पार्टी बदलने वाले नेताओं को याद नहीं रखती जनता
गडकरी (Nitin Gadkari) ने आगे कहा कि राजनीति सत्ता हासिल करने से कहीं अधिक एक बहुआयामी गतिविधि है, क्योंकि इसके जरिए विकास पर ध्यान केंद्रित कर समाज और देश का निर्माण करने का कार्य किया जाता है. उन्होंने आगे कहा कि जो राजनेता मुख्यमंत्री या मंत्री पद हासिल करने की लालसा में पार्टियां बदलते हैं, जनता उन्हें लंबे समय तक याद नहीं रखती.
राजनीति सामाजिक-आर्थिक सुधारों का एक साधन
केंद्रीय मंत्री (Nitin Gadkari) ने आगे कहा, राजनीति सामाजिक-आर्थिक सुधारों का एक साधन है, गडकरी ने कहा कि राजनीति को सत्ता करण के रूप में माना जाता है, लेकिन यह राजनीति का सही अर्थ नहीं है. सत्ता की राजनीति करना राजनीति की विभिन्न गतिविधियों में से एक है.
सत्ता की राजनीति से कहीं अधिक लोकनीति को महत्व
उन्होंने कहा कि राजनीति का सही अर्थ राष्ट्रकरण, समाज करण, विकास करण, धर्म करण, अर्थ करण और सत्ता की राजनीति से कहीं अधिक लोकनीति को महत्व देना है. उन्होंने आगे बताया कि यह दुर्भाग्य है कि सत्ता हासिल करने के लिए की जाने वाली राजनीति को ही वास्तविक राजनीति माना जाता है.
इन लोगों को गडकरी ने किया याद
केंद्रीय मंत्री (Nitin Gadkari) ने कहा कि आज छत्रपति शिवाजी महाराज, संत तुकाराम, संत ज्ञानेश्वर महाराज, शाहू महाराज, वीर सावरकर, बाल गंगाधर तिलक, महात्मा गांधी जैसे महान लोगों को याद किया जाता है, लेकिन वे नेता जो एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाते हैं और वहां मुख्यमंत्री और मंत्री बनते हैं, जनता उन्हें लंबे समय तक याद नहीं रखती.
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