नागपुर: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पिछले साल बेंगलुरु जेल से रंगदारी वसूलने की धमकी मिली थी. पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी जयेश पुजारी को गिरफ्तार किया था. जयेश पुजारी नागपुर जेल में बंद है. जयेश पुजारी ने शुक्रवार को नागपुर जेल में लोहे का तार निगल लिया. जेल कर्मचारियों को इस बारे में पता चलने पर उसे तरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल प्रशासन ने जानकारी दी है कि उसकी हालत खतरे से बाहर है. पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या जयेश पुजारी ने सच में आत्महत्या करने की कोशिश की या दूसरी जेल जाने के लिए नाटक किया. बताया जा रहा है कि जयेश पुजारी ने दो तार निगल लिए थे.
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को धमकी और रंगदारी मामले में जयेश पुजारी मास्टरमाइंड है. नागपुर शहर पुलिस ने जयेश पुजारी को कर्नाटक की बेंगलुरु जेल से गिरफ्तार किया था. जयेश कंथा उर्फ पुजारी वर्तमान में नागपुर सेंट्रल जेल में बंद है. उसके खिलाफ कर्नाटक में दो आपराधिक मामले लंबित हैं. इसी आधार पर उसने कोर्ट में एक याचिका के जरिए मांग की है कि उसे बेंगलुरु जेल ट्रांसफर कर दिया जाए. जयेश पुजारी नागपुर जेल में नहीं रहना चाहता है. वह बेंगलुरु जेल में ट्रांसफर होना चाहता है. कहा जा रहा कि इसी सब बातों को लेकर उसने लोहे का तार निगल लिया. डॉक्टरों ने उसकी सोनोग्राफी के बाद जानकारी देते हुए कहा है कि लोहे का तार छोटा होने से कोई नुकसान नहीं हुआ.
क्या है रंगदारी का मामला: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के नागपुर के खामला स्थित जनसंपर्क कार्यालय में धमकी भरे फोन आए. आरोपियों ने 10 करोड़ की फिरौती मांगी. बेंगलुरु की एक लड़की के मोबाइल फोन से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के ऑफिस में धमकी भरा फोन किया गया. पता चला कि कॉल गर्ल्स मोबाइल फोन से आई थी. हालांकि यह धमकी भरा कॉल लड़की ने नहीं किया था. इसमें जयेश कंथा उर्फ पुजारी की संलिप्तता का पता चला. जयेश पुजारी उर्फ शाकिर पर नागपुर पुलिस ने आतंकवादी संगठनों से संबंध के आरोप में यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया था.