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क्या है निठारी कांड की कहानी, कैसे करोड़पति मनिंदर सिंह पंधेर और नौकर सुरेंद्र बन गए थे नरपिशाच

वर्ष 2006 में सामने आया निठारी कांड (Nithari Case) आज एक बार फिर चर्चाओं में हैं. उसका कारण मामले फांसी की सजा पाए नोएडा के कारोबारी मनिंदर सिंह पंधेर (Maninder Singh Pandher) और उनके नौकर सुरेंद्र कोली (Surendra Koli) को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दोषमुक्त करते हुए दोनों की फांसी की सजा भी माफ कर दी. आईए जानते हैं क्या था पूरा मामला.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 16, 2023, 1:28 PM IST

Updated : Oct 16, 2023, 3:45 PM IST

नोएडा: देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-31 के पास एक छोटा सा गांव निठारी है. जो दिसंबर 2006 में सुर्खियों में तब आया था जब यहां की एक कोठी डी-5 में देश और दुनिया का दिल दहला देने वाले घटना का खुलासा हुआ था. इस खूनी कोठी में 19 बच्चों के साथ दरिंदगी की गई और बाद में उनकी हत्या कर दी गई.

नोएडा की खूनी कोठी डी-5: ये सब एक दिन में नहीं हुआ, बल्कि ये खेल करीब डेढ़ साल से चल रहा था. कोठी नंबर डी-5 कारोबारी मनिंदर सिंह पंधेर की थी. जिसमें वह अपने नौकर सुरेंद्र कोली के साथ रहता था. इस कोठी के पास से गुजरने पर आज भी मासूम बच्चों की चीख-पुकार और आंखों में एक खौफनाक दृश्य उभरकर सामने आ जाता है.

खूनी कोठी डी-5 में हुई थी 19 बच्चों की हत्याः कोठी में रहने वाले नरपिशाच करोड़पति मोनिंदर सिंह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र बड़े ही शातिर ढंग से गांव के भोले-भाले मासूम बच्चों को किसी न किसी बहाने अपने पास बुलाते थे. इसके बाद उनके साथ हैवानियत की हदें पार करके उनकी हत्या कर देते थे. फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े करके कोठी के पीछे नाले में बहा देते थे.

डेढ़ साल से चल रहा था खूनी कोठी में दरिंदगी का खेलः खौफनाक और दरिंदगी वाला यह काम करीब डेढ़ साल से ज्यादा समय तक चला. लेकिन, किसी की नजर इस कोठी पर नहीं पड़ी. मगर, लोगों को इस बात का शक और एक सवाल उनके जेहन में जरूर उठा कि कोठी के पास स्थित पानी की टंकी के आसपास से बच्चे गायब कैसे हो रहे हैं.

खूनी कोठी के पास भूत होने की थी चर्चाः गांव वालों को उस वक्त तो यहा मान लिया था कि पानी की टंकी के पास जरूर कोई भूत रहता है, जो वहां जाने पर बच्चों को निगल जाता है. लेकिन, दिसंबर 2006 में एक लापता लड़की के बारे में जांच के दौरान जब यह पता चला कि उसकी हत्या कोली ने की है तो पुलिस ने मामले को गहराई से जांचना शुरू किया.

खूनी कोठी में खाया जाता था बच्चों का मांसः खूनी कोठी के मालिक मनिंदर सिंह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली ने बच्चों के साथ दरिंदगी और हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं. मासूम बच्चों को अपनी कोठी में ले जाकर पहले उनके साथ कुकर्म करते थे, फिर गला घोंटकर हत्या कर देते थे. इतना ही नहीं, शव के छोटे-छोटे टुकड़े करके खा भी जाते थे. उसके अवशेष नाले में बहा देते थे.

ये भी पढ़ेंः इलाहाबाद हाईकोर्ट ने Nithari Case से सुरेंद्र कोली और पंढेर को किया बरी

ये भी पढ़ेंः निठारी कांड: FIR कराकर बयान से मुकरने वाला नंदलाल दोषी करार, 31 मई को सज़ा का एलान

नोएडा: देश की राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा के सेक्टर-31 के पास एक छोटा सा गांव निठारी है. जो दिसंबर 2006 में सुर्खियों में तब आया था जब यहां की एक कोठी डी-5 में देश और दुनिया का दिल दहला देने वाले घटना का खुलासा हुआ था. इस खूनी कोठी में 19 बच्चों के साथ दरिंदगी की गई और बाद में उनकी हत्या कर दी गई.

नोएडा की खूनी कोठी डी-5: ये सब एक दिन में नहीं हुआ, बल्कि ये खेल करीब डेढ़ साल से चल रहा था. कोठी नंबर डी-5 कारोबारी मनिंदर सिंह पंधेर की थी. जिसमें वह अपने नौकर सुरेंद्र कोली के साथ रहता था. इस कोठी के पास से गुजरने पर आज भी मासूम बच्चों की चीख-पुकार और आंखों में एक खौफनाक दृश्य उभरकर सामने आ जाता है.

खूनी कोठी डी-5 में हुई थी 19 बच्चों की हत्याः कोठी में रहने वाले नरपिशाच करोड़पति मोनिंदर सिंह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र बड़े ही शातिर ढंग से गांव के भोले-भाले मासूम बच्चों को किसी न किसी बहाने अपने पास बुलाते थे. इसके बाद उनके साथ हैवानियत की हदें पार करके उनकी हत्या कर देते थे. फिर लाश के टुकड़े-टुकड़े करके कोठी के पीछे नाले में बहा देते थे.

डेढ़ साल से चल रहा था खूनी कोठी में दरिंदगी का खेलः खौफनाक और दरिंदगी वाला यह काम करीब डेढ़ साल से ज्यादा समय तक चला. लेकिन, किसी की नजर इस कोठी पर नहीं पड़ी. मगर, लोगों को इस बात का शक और एक सवाल उनके जेहन में जरूर उठा कि कोठी के पास स्थित पानी की टंकी के आसपास से बच्चे गायब कैसे हो रहे हैं.

खूनी कोठी के पास भूत होने की थी चर्चाः गांव वालों को उस वक्त तो यहा मान लिया था कि पानी की टंकी के पास जरूर कोई भूत रहता है, जो वहां जाने पर बच्चों को निगल जाता है. लेकिन, दिसंबर 2006 में एक लापता लड़की के बारे में जांच के दौरान जब यह पता चला कि उसकी हत्या कोली ने की है तो पुलिस ने मामले को गहराई से जांचना शुरू किया.

खूनी कोठी में खाया जाता था बच्चों का मांसः खूनी कोठी के मालिक मनिंदर सिंह पंधेर और उसके नौकर सुरेंद्र कोली ने बच्चों के साथ दरिंदगी और हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं. मासूम बच्चों को अपनी कोठी में ले जाकर पहले उनके साथ कुकर्म करते थे, फिर गला घोंटकर हत्या कर देते थे. इतना ही नहीं, शव के छोटे-छोटे टुकड़े करके खा भी जाते थे. उसके अवशेष नाले में बहा देते थे.

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Last Updated : Oct 16, 2023, 3:45 PM IST
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