तिरुवनंतपुरम : केरल में निपाह का आतंक कम होने के करीब एक महीने के बाद एक बार फिर से इसके मामले सामने आ रहे हैं. वायनाड जिले के चमगादड़ों में निपाह वायरस की मौजूदगी का पता चला है. राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बुधवार को इसकी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि हाल ही में वायनाड जिले के सुल्तान बाथरी और मननथावाड़ी क्षेत्रों के चमगादड़ों पर आईसीएमआर ने परीक्षण किया, जिसके बाद रिजल्ट पॉजिटिव आए हैं. इस संदर्भ में जिले के स्वास्थ्य कर्मियों को सर्तक कर दिया गया है. स्थिति को देखते हुए युद्धस्तर पर एहतियाती कदम उठाए जा रहे हैं.
उन्होंने कहा, "वायनाड में हेल्थ सिस्टम और निपाहर रोकथाम केंद्रों को दुरुस्थ किया जाएगा. सतर्क रूख अपनाते हुए स्वास्थ्य पेशेवरों को मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की कमी नहीं छोड़नी चाहिए. स्वास्थ्य विभाग सावधानी बरत रहा है. फिलहाल चिंता करने वाली कोई बात नहीं है. लोगों को सतर्क किया जा रहा है, जो कि जनजागरूकता का एक हिस्सा है. सितंबर में कोझिकोड में निपाह के संदिग्ध लक्षणों से दो मरीजों की मौत के बाद एसओपी तैयार किया गया था. अब निपाल अनुसंधान के लिए केरल वन हेल्थ सेंटर गुरुवार से कोझिकोड मेडिकल कॉलेज में शुरू हो जाएगा. इसकी निगरानी सीधे जिलाधिकारी करेंगे."
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बता दें कि निपाह से कोझिकोड में अब तक दो मौतें और छह पॉजिटिव केस सामने आए हैं. वहीं, हजार से अधिक नमूनों को जांच के लिए भेजा गया है. केरल सरकार भविष्य में निपाह के लिए एक स्वास्थ्य केंद्र को अनुसंधान केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना बना रही है.