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खूबसूरती बढ़ाने के आयुर्वेदिक नुस्खों ने छत्तीसगढ़ की निकिता को दिलाई अंतरराष्ट्रीय पहचान

छत्तीसगढ़ के भिलाई की रहने वाली निकिता उपाध्याय को उनकी किताब 'रूट्स टू रेडियन्स' के लिए फोर्ब्स मैगजीन में जगह मिली है. इसपर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें बधाई दी है. निकिता ने अपने सफर और किताब के बारे में ETV भारत से खास बात की.

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Published : May 5, 2021, 9:01 PM IST

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दुर्ग : भिलाई की रहने वाली निकिता उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है. वे मशहूर फोर्ब्स मैगजीन में अंडर 30 में एशिया से चुनी गई हैं. अपनी लिखी किताब 'रूट्स टू रेडियन्स' की वजह से निकिता को ये उपलब्धि मिली है. 28 साल की उम्र में लेखिका के तौर पर सम्मानित होने वाली इस बेटी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बधाई दी है. निकिता ने ETV भारत से अपनी जर्नी के बारे में खुलकर बात की.

निकिता ने बताया कि पहले काफी कम ब्यूटी प्रोडेक्ट्स मिलते थे. घरेलू नुस्खों के बारे में जानकारी उन्हें उनकी मां से मिली. वे कहती हैं कि छत्तीसगढ़ के लोग घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल तब से कर रहे हैं, जब इंडिया में ब्यूटी का उतना ट्रेंड भी नहीं था. वे घरेलू नुस्खों को बेस्ट बताते हुए कहती हैं कि इन प्रोडक्ट्स से जब क्रीम बनती है, तो सबसे महंगी होती है. उन्होंने अपने मां से सीखे नुस्खों को भी किताब में जगह दी है.

निकिता की किताब को मिली फोर्ब्स मैगजीन में जगह.

किताब में 500 से ज्यादा घरेलू नुस्खे की जानकारी

निकिता की प्रारंभिक पढ़ाई भिलाई DPS से हुई है. फैशन डिजाइनिंग में MA करने के बाद उन्होंने एक बड़े मीडिया ग्रुप में इंटर्नशिप की. बचपन से ही लेखन में रुचि होने की वजह से उन्होंने किताब लिखने का मन बनाया. निकिता बताती हैं कि 'रूट्स टू रेडियन्स' उनकी लिखी पहली किताब है. इसमें 500 से ज्यादा घरेलू नुस्खे हैं. स्किन, हेयर और जनरल हेल्थ को किस तरह से बेहतर किया जा सकता है, उसके बारे में इस किताब में विस्तार से बताया गया है. वे आगे बताती हैं कि बुक के प्रकाशन होने के कुछ ही दिनों बाद ऑनलाइन कमर्शियल साइट पर ये किताब नंबर वन पर आ गई थी. इस किताब को USA और न्यूयार्क में सबसे ज्यादा पसंद किया गया.

सबसे अच्छे हैं छत्तीसगढ़ के लोग : निकिता

निकिता कहती हैं कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान प्रदेश है. वे चाहती हैं कि सिर्फ कृषि ही नहीं, बल्कि दूसरे क्षेत्रों की वजह से भी लोग इस राज्य को पहचानें. निकिता दिल्ली में रहती हैं और कहती हैं कि छत्तीसगढ़ उनकी प्राथमिकता है, क्योंकि यहां के लोह कहीं और की अपेक्षा ज्यादा अच्छे हैं.

मां से मिली प्रेरणा : निकिता
निकिता बताती हैं कि उन्हें शुरू से ही लिखना अच्छा लगता था. पहली किताब से ही इतना सम्मान मिला है. हमारे देश में पहले इतने ब्यूटी ब्रांड्स नहीं थे. ऐसे में घर पर कैसे उपाय किया जाए, ये बड़ा सवाल था. निकिता कहती हैं कि किताब लिखने में उनकी मां ने बहुत सहयोग किया, क्योंकि उन्होंने अपनी मां को फ्रूट का फेसमास्क, दही या अन्य घरेलू नुस्खे से फेसमास्क बनाते देखा था. ये जानकारियां उनकी किताब में भी हैं. निकिता छत्तीसगढ़ से जुड़ी एक और किताब लिख रही हैं, जो जल्द ही पूरी होने वाली है.

पढ़ेंः मुश्किल घड़ी में माता-पिता के 'दिल की धड़कन' बनीं बेटियां

दुर्ग : भिलाई की रहने वाली निकिता उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया है. वे मशहूर फोर्ब्स मैगजीन में अंडर 30 में एशिया से चुनी गई हैं. अपनी लिखी किताब 'रूट्स टू रेडियन्स' की वजह से निकिता को ये उपलब्धि मिली है. 28 साल की उम्र में लेखिका के तौर पर सम्मानित होने वाली इस बेटी को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी बधाई दी है. निकिता ने ETV भारत से अपनी जर्नी के बारे में खुलकर बात की.

निकिता ने बताया कि पहले काफी कम ब्यूटी प्रोडेक्ट्स मिलते थे. घरेलू नुस्खों के बारे में जानकारी उन्हें उनकी मां से मिली. वे कहती हैं कि छत्तीसगढ़ के लोग घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल तब से कर रहे हैं, जब इंडिया में ब्यूटी का उतना ट्रेंड भी नहीं था. वे घरेलू नुस्खों को बेस्ट बताते हुए कहती हैं कि इन प्रोडक्ट्स से जब क्रीम बनती है, तो सबसे महंगी होती है. उन्होंने अपने मां से सीखे नुस्खों को भी किताब में जगह दी है.

निकिता की किताब को मिली फोर्ब्स मैगजीन में जगह.

किताब में 500 से ज्यादा घरेलू नुस्खे की जानकारी

निकिता की प्रारंभिक पढ़ाई भिलाई DPS से हुई है. फैशन डिजाइनिंग में MA करने के बाद उन्होंने एक बड़े मीडिया ग्रुप में इंटर्नशिप की. बचपन से ही लेखन में रुचि होने की वजह से उन्होंने किताब लिखने का मन बनाया. निकिता बताती हैं कि 'रूट्स टू रेडियन्स' उनकी लिखी पहली किताब है. इसमें 500 से ज्यादा घरेलू नुस्खे हैं. स्किन, हेयर और जनरल हेल्थ को किस तरह से बेहतर किया जा सकता है, उसके बारे में इस किताब में विस्तार से बताया गया है. वे आगे बताती हैं कि बुक के प्रकाशन होने के कुछ ही दिनों बाद ऑनलाइन कमर्शियल साइट पर ये किताब नंबर वन पर आ गई थी. इस किताब को USA और न्यूयार्क में सबसे ज्यादा पसंद किया गया.

सबसे अच्छे हैं छत्तीसगढ़ के लोग : निकिता

निकिता कहती हैं कि छत्तीसगढ़ कृषि प्रधान प्रदेश है. वे चाहती हैं कि सिर्फ कृषि ही नहीं, बल्कि दूसरे क्षेत्रों की वजह से भी लोग इस राज्य को पहचानें. निकिता दिल्ली में रहती हैं और कहती हैं कि छत्तीसगढ़ उनकी प्राथमिकता है, क्योंकि यहां के लोह कहीं और की अपेक्षा ज्यादा अच्छे हैं.

मां से मिली प्रेरणा : निकिता
निकिता बताती हैं कि उन्हें शुरू से ही लिखना अच्छा लगता था. पहली किताब से ही इतना सम्मान मिला है. हमारे देश में पहले इतने ब्यूटी ब्रांड्स नहीं थे. ऐसे में घर पर कैसे उपाय किया जाए, ये बड़ा सवाल था. निकिता कहती हैं कि किताब लिखने में उनकी मां ने बहुत सहयोग किया, क्योंकि उन्होंने अपनी मां को फ्रूट का फेसमास्क, दही या अन्य घरेलू नुस्खे से फेसमास्क बनाते देखा था. ये जानकारियां उनकी किताब में भी हैं. निकिता छत्तीसगढ़ से जुड़ी एक और किताब लिख रही हैं, जो जल्द ही पूरी होने वाली है.

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