नई दिल्ली: कनाडा, अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान के बाद राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष टीम ने ग्रीस और फिलीपींस में कई शीर्ष खालिस्तानी आतंकवादियों की मौजूदगी का पता लगाया है. एनआईए की टीम ने ग्रीस में खालिस्तानी आतंकवादी सतनाम सिंह सत्ता की मौजूदगी का पता लगाया है.
तरनतारन के जसवंत सिंह के बेटे सत्ता के खिलाफ आरसी संख्या 37/2022/एनआईए/डीएलआई/ (देश के विभिन्न हिस्सों में प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन की गैरकानूनी गतिविधियां) के तहत मामले दर्ज किए गए हैं. इसी तरह, आतंकवाद रोधी एजेंसी को फिलीपींस में फिरोजपुर के रहने वाले अमरीक सिंह और मंदीप सिंह की मौजूदगी का पता चला है. दोनों पर यूएपीए मामले भी लगाए गए हैं.
केंद्रीय खुफिया एजेंसियों के सूत्रों ने ईटीवी भारत को बताया कि तीनों सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) से जुड़े हैं और उन्हें धन इकट्ठा करने के अलावा ग्रीस और फिलीपींस में खालिस्तान आंदोलन के लिए समर्थन पैदा करने का काम सौंपा गया था. सूत्रों ने कहा कि भारत की बाहरी एजेंसी (रॉ) और ग्रीस व फिलीपींस में भारतीय मिशन को खालिस्तानी आतंकवादियों का विवरण प्रदान किया गया है.
सूत्रों ने कहा कि आरोपियों के बारे में जानकारी ग्रीस और फिलीपींस की कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ भी साझा की गई है. तीनों आरोपियों का संबंध खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट (केएलएफ), बब्बर खालसा इंटरनेशनल और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन (आईएसवाईएफ) से भी है. सूत्रों ने कहा कि फिलीपींस में अमरीक सिंह और मनदीप सिंह की मौजूदगी और ग्रीस में सत्ता की मौजूदगी मई महीने में पाई गई थी.
सूत्रों ने कहा, 'फिलीपींस और ग्रीस में भारतीय मिशन को भी अलर्ट पर रखा गया है.' यह निर्देश इस तथ्य के बाद जारी किया गया था कि खालिस्तानी समर्थक विदेश में भारतीय मिशन को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. सूत्रों ने आगे बताया कि एनआईए द्वारा तैयार की गई 19 अन्य खालिस्तानी आतंकियों की सूची में अमरीक सिंह, मनदीप सिंह और सतनाम सिंह सत्ता का नाम भी शामिल किया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, एनआईए ने यूके, यूएस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, ग्रीस और फिलीपींस में रहने वाले भगोड़े खालिस्तानी आतंकवादियों की एक सूची तैयार की है, जिनकी संपत्ति भारत विरोधी आतंकी गतिविधियों के लिए जब्त किए जाने की संभावना है. इन सभी आतंकियों के खिलाफ सख्त आतंकरोधी कानून यूएपीए के तहत कार्रवाई की जाएगी. इन सभी पर विदेशी धरती से भारत विरोधी प्रोपेगेंडा चलाने का आरोप है.
इस बीच, एजेंसी को और मजबूत करने के लिए गृह मंत्रालय ने एक अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) और छह महानिरीक्षक (आईजी) के पद के सृजन को मंजूरी दे दी है. इन नए स्वीकृत पदों के साथ, एनआईए में एडीजी की कुल संख्या दो और आईजीपी की 10 हो जाएगी. एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा कि वरिष्ठ स्तर के पदों की मंजूरी से न केवल एनआईए को अपनी आतंकवाद विरोधी जांच को और मजबूत करने में मदद मिलेगी, बल्कि इससे पूरी एजेंसी का मनोबल भी बढ़ेगा.