नई दिल्ली: लिबरेशन टाइगर ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) को पुनर्जीवित करने के लिए कुछ हथियार और ड्रग्स तस्कर देश विरोधी ताकतों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. इसी से जुड़े मामले की जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की तीन सदस्यीय टीम जल्द ही श्रीलंका का दौरा करेगी (NIA to visit Sri Lanka to investigate LTTE revival case).
दरअसल जांच एजेंसी ने हथियार और ड्रग्स जब्ती मामले में तमिलनाडु से कई लोगों को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने पिछले साल जुलाई में हथियारों और ड्रग्स की तस्करी के रैकेट की जांच का मामला अपने हाथ में लिया था. उप महानिरीक्षक (डीआईजी) स्तर के अधिकारी की अध्यक्षता वाली तीन सदस्यीय एनआईए टीम श्रीलंकाई जांच एजेंसी के साथ बातचीत करेगी.
एनआईए के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, 'श्रीलंका में अपने प्रवास के दौरान, टीम कानून लागू करने वाली एजेंसी के साथ बातचीत करेगी. साथ ही वे किसी ऐसे स्थान का दौरा करेंगे जहां लिट्टे के हमदर्द रहते हैं.' गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि वे श्रीलंका के स्थानीय लोगों के साथ मिलीभगत कर काम कर रहे थे.
अधिकारी ने कहा कि एनआईए की अब तक की जांच से पता चला है कि तमिलनाडु में मौजूद हथियारों और ड्रग्स तस्करों के साथ मिलकर लिट्टे के समर्थक लिट्टे को पुनर्जीवित करने पर काम कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक एनआईए तमिलनाडु की खुफिया एजेंसियों के भी संपर्क में है. अधिकारी ने कहा कि 'हमारे लिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि हम राज्य आधारित (तमिलनाडु) सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम करें क्योंकि स्थानीय खुफिया जानकारी हमें इस मामले में बड़ी मदद करेगी.'
जब से एनआईए ने पिछले साल इस मामले को अपने हाथ में लिया है, एजेंसी अब तक इस सिलसिले में 14 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. एजेंसी ने गुरुवार को ड्रग पेडलर अय्यप्पन नंदू को गिरफ्तार किया, जो तमिलनाडु के एक लिट्टे समर्थक के साथ मिलकर काम कर रहा था. गिरफ्तारी के बाद एनआईए ने 68 लाख रुपये की भारतीय मुद्रा, 1000 सिंगापुर डॉलर, नौ सोने के बिस्कुट जब्त किए.
एनआईए अधिकारी ने कहा ''जुलाई 2022 में मामला दर्ज होने के बाद, एनआईए ने पहले 13 लोगों को हथियारों और ड्रग्स के कारोबार में शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया था.'