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तमिलनाडु के कोयंबटूर में सिलेंडर विस्फोट स्थल पर एनआईए की टीम पहुंची

तमिलनाडु के कोयंबटूर में सिलेंडर विस्फोट मामले की जांच के लिए आज एनआईए की एक टीम घटना स्थल पर पहुंची. तमिलनाडु पुलिस यह मामला एनआईए को सौंप चुकी है.

NIA team arrives at the site of the Coimbatore cylinder blast for investigation
तमिलनाडु के कोयंबटूर में सिलेंडर विस्फोट स्थल पर एनआईए की टीम पहुंची
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Published : Oct 30, 2022, 12:30 PM IST

Updated : Oct 30, 2022, 1:17 PM IST

कोयंबटूर: तमिलनाडु के कोयंबटूर सिलेंडर विस्फोट स्थल पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम पहुंच गयी है. इससे पहले तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार शाम कोयंबटूर सिलेंडर कार विस्फोट मामले के दस्तावेज एनआईए को सौंपे. पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. कोयंबटूर विस्फोट मामले को एनआईए को सौंपने में कथित राज्य सरकार की देरी पर असंतोष व्यक्त करते हुए, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद पर 'कोई राजनीति नहीं' होनी चाहिए.

राज्यपाल रवि ने हाई-प्रोफाइल आतंकी साजिश में महत्वपूर्ण सबूतों के संभावित नष्ट होने पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की. राज्यपाल ने पुलिस की प्रशंसा की जिसने घटना के कुछ घंटों के भीतर कार विस्फोट को एक गंभीर आतंकी हमले की साजिश के रूप में स्थापित किया. वहीं, राज्यपाल ने राज्य सरकार द्वारा नरमी पर अफसोस जताया.

उन्होंने आतंकवाद पर कोई राजनीति नहीं करने और आतंकवादियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतने का आग्रह किया क्योंकि वे देश के दुश्मन हैं और किसी के दोस्त नहीं हैं. इस बीच, अन्नाद्रमुक नेता और तमिलनाडु के पूर्व मंत्री आरबी उदय कुमार ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर द्रमुक सरकार को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने राज्य में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए क्या उपाय किए हैं.

गृह मंत्रालय (एमएचए) के काउंटर टेररिज्म एंड काउंटर रेडिकलाइजेशन (सीटीसीआर) डिवीजन द्वारा एक आदेश जारी करने के बाद एनआईए ने मामला दर्ज किया और आतंकवाद विरोधी एजेंसी को मामले की जांच शुरू करने के लिए कहा. गृह मंत्रालय का आदेश तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा मामले में एनआईए जांच की सिफारिश के एक दिन बाद आया है.

ये भी पढ़ें- कोयंबटूर कार विस्फोट मामला: पुलिस ने छठे आरोपी को गिरफ्तार किया

स्टालिन ने बुधवार को गृह मंत्रालय को एक सिफारिश पत्र में कोयंबटूर के उक्कदम इलाके में कार सिलेंडर विस्फोट से संबंधित मामले की जांच एनआईए को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था और पुलिस को कोयंबटूर में सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था. तमिलनाडु पुलिस ने अब तक मामले के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है, और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) लागू किया है.

गिरफ्तार किए गए लोगों को जमीशा मुबीन के सहयोगी के रूप में जाना जाता है. वह एक मारुति 800 कार के अंदर एक एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर मर गया था. पुलिस के अनुसार, 25 वर्षीय मुबीन, जो इंजीनियरिंग स्नातक था, उससे पहले 2019 में एनआईए द्वारा कथित आतंकी लिंक के लिए पूछताछ की जा चुकी है. उसका नाम मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर है.

कोयंबटूर: तमिलनाडु के कोयंबटूर सिलेंडर विस्फोट स्थल पर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम पहुंच गयी है. इससे पहले तमिलनाडु पुलिस ने शनिवार शाम कोयंबटूर सिलेंडर कार विस्फोट मामले के दस्तावेज एनआईए को सौंपे. पुलिस अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी. कोयंबटूर विस्फोट मामले को एनआईए को सौंपने में कथित राज्य सरकार की देरी पर असंतोष व्यक्त करते हुए, तमिलनाडु के राज्यपाल आरएन रवि ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद पर 'कोई राजनीति नहीं' होनी चाहिए.

राज्यपाल रवि ने हाई-प्रोफाइल आतंकी साजिश में महत्वपूर्ण सबूतों के संभावित नष्ट होने पर भी गंभीर चिंता व्यक्त की. राज्यपाल ने पुलिस की प्रशंसा की जिसने घटना के कुछ घंटों के भीतर कार विस्फोट को एक गंभीर आतंकी हमले की साजिश के रूप में स्थापित किया. वहीं, राज्यपाल ने राज्य सरकार द्वारा नरमी पर अफसोस जताया.

उन्होंने आतंकवाद पर कोई राजनीति नहीं करने और आतंकवादियों के प्रति कोई नरमी नहीं बरतने का आग्रह किया क्योंकि वे देश के दुश्मन हैं और किसी के दोस्त नहीं हैं. इस बीच, अन्नाद्रमुक नेता और तमिलनाडु के पूर्व मंत्री आरबी उदय कुमार ने कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर द्रमुक सरकार को फटकार लगाई. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को लोगों को बताना चाहिए कि उन्होंने राज्य में आतंकवादी गतिविधियों को रोकने के लिए क्या उपाय किए हैं.

गृह मंत्रालय (एमएचए) के काउंटर टेररिज्म एंड काउंटर रेडिकलाइजेशन (सीटीसीआर) डिवीजन द्वारा एक आदेश जारी करने के बाद एनआईए ने मामला दर्ज किया और आतंकवाद विरोधी एजेंसी को मामले की जांच शुरू करने के लिए कहा. गृह मंत्रालय का आदेश तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन द्वारा मामले में एनआईए जांच की सिफारिश के एक दिन बाद आया है.

ये भी पढ़ें- कोयंबटूर कार विस्फोट मामला: पुलिस ने छठे आरोपी को गिरफ्तार किया

स्टालिन ने बुधवार को गृह मंत्रालय को एक सिफारिश पत्र में कोयंबटूर के उक्कदम इलाके में कार सिलेंडर विस्फोट से संबंधित मामले की जांच एनआईए को स्थानांतरित करने का अनुरोध किया था और पुलिस को कोयंबटूर में सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया था. तमिलनाडु पुलिस ने अब तक मामले के सिलसिले में छह लोगों को गिरफ्तार किया है, और गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) लागू किया है.

गिरफ्तार किए गए लोगों को जमीशा मुबीन के सहयोगी के रूप में जाना जाता है. वह एक मारुति 800 कार के अंदर एक एलपीजी सिलेंडर ब्लास्ट के बाद संदिग्ध परिस्थितियों में जलकर मर गया था. पुलिस के अनुसार, 25 वर्षीय मुबीन, जो इंजीनियरिंग स्नातक था, उससे पहले 2019 में एनआईए द्वारा कथित आतंकी लिंक के लिए पूछताछ की जा चुकी है. उसका नाम मामले में मुख्य आरोपी के तौर पर है.

Last Updated : Oct 30, 2022, 1:17 PM IST
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