नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें उन क्षेत्रों के बारे में इशारा किया गया है, जहां से बड़े पैमाने पर पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ हो रही है.
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न सार्वजनिक करने की शर्त पर 'ईटीवी भारत' को बताया कि 'यह पाया गया है कि आतंकवादी बांदीपोरा, बारामूला और गुलमर्ग सहित अन्य स्थानों से घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं.'
एनआईए ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि आतंकवादी संगठन सर्दियों के दौरान भारत में घुसपैठ की तैयारी कर रहे हैं. यह भी सही है कि हाल के दिनों में जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठनों के सदस्यों ने बड़ी संख्या में घुसपैठ की कोशिशें की हैं.
ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) बीके खन्ना ने 'ईटीवी भारत' से कहा, 'पाकिस्तान जम्मू-कश्मीर में उथल-पुथल पैदा करने की फिराक में है. हालांकि वे समझ गए हैं कि एक मजबूत सरकार जो आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करती है, उनके लिए ये आसान नहीं होगा.'
खुफिया एजेंसियां इससे पहले पीओके में 300-400 आतंकियों की मौजूदगी के संकेत दे चुकी हैं जो भारत में घुसने के मौके का इंतजार कर रहे हैं. ब्रिगेडियर खन्ना ने कहा, 'पाकिस्तान संघर्षविराम उल्लंघन का फायदा उठाकर भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने की कोशिश करता है.'
संघर्ष विराम उल्लंघन के मामले
'ईटीवी भारत' के पास उपलब्ध सरकारी रिकॉर्ड के अनुसार, 2019 में संघर्ष विराम उल्लंघन की 3479 और 2020 में 5133 घटनाएं हुईं. इस साल जून तक संघर्ष विराम उल्लंघन की कुल 664 घटनाएं दर्ज की गई हैं. विडंबना यह है कि सर्दियों के दौरान विशेष रूप से अक्टूबर से जनवरी तक संघर्ष विराम उल्लंघन के मामले सबसे ज्यादा सामने आते हैं. आतंकी संगठन सुरंग के रास्ते भी भारत में घुसने की कोशिश कर रहे हैं.
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गौरतलब है कि आतंकवादियों का एक समूह (जैश-ए-मोहम्मद से संबंधित) पिछले साल नवंबर में एक सुरंग के जरिए सांबा में घुसा था. उन्हें ट्रक से कश्मीर ले जाया जा रहा था. ट्रक को जम्मू के नगरोटा में राजमार्ग पर रोके लिया गया था, जिससे बड़ा हमला टल गया था.