दक्षिण कन्नड़/कोडगु: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पिछले साल कर्नाटक में भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) के सदस्य प्रवीण नेट्टारू की हत्या से संबंधित मामले में तीन फरार संदिग्धों के घरों की तलाशी ली है. नेट्टारू की हत्या का आरोप प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट इंडिया (पीएफआई) के सदस्यों पर है. एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी. संघीय एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि फरार आरोपियों का पता लगाने के एनआईए के प्रयासों के तहत कर्नाटक के दो जिलों में तीन स्थानों पर छापेमारी की गई.
अधिकारी ने कहा कि कोडागु जिले में अब्दुल नासिर और अब्दुल रहमान तथा दक्षिण कन्नड़ जिले में नौशाद के घरों की तलाशी के दौरान कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेज जब्त किए गए. प्रवक्ता ने बताया, 'इन तीनों पर कर्नाटक और तमिलनाडु में विभिन्न ठिकानों पर नेट्टारू के मुख्य हमलावरों को शरण देने का संदेह है. मामले में तीनों के अलावा पांच अन्य आरोपी अब भी फरार हैं. एनआईए ने अगस्त 2022 में जांच अपने हाथ में ली थी.'
एनआईए ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम, भारतीय दंड संहिता और शस्त्र अधिनियम के तहत फरार आरोपियों सहित कुल 21 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है. दक्षिण कन्नड़ जिले के सुल्लिया तालुक के बेल्लारे गांव में 26 जुलाई 2022 को कथित तौर पर पीएफआई के 'किलर स्क्वॉड' या 'सर्विस टीम' द्वारा नेट्टारू की हत्या कर दी गई थी. प्रवक्ता ने बताया कि पीएफआई ऐसी लक्षित हत्याओं में शामिल रहा है ताकि सांप्रदायिक नफरत भड़काई जा सके और उसका अंतिम मकसद '2047 तक भारत में इस्लामी शासन' स्थापित करना है. एनआईए ने कहा कि फरार आरोपियों की तलाश जारी है.
पुलिस ने लाउडस्पीकर से दी चेतावनी : इस बीच, एनआईए अधिकारियों और सुलिया पुलिस कर्मियों ने चेतावनी दी कि अगर मामले में फरार लोग 30 जून से पहले आत्मसमर्पण नहीं करते हैं, तो उनके घरों की कुर्की की जाएगी. पुलिस कर्मियों ने बुधवार को सुलिया शहर में वाहनों में लाउडस्पीकर पर घोषणा की कि यदि प्रवीण नेट्टारू हत्याकांड के आरोपियों ने 30 जून से पहले आत्मसमर्पण नहीं किया तो उनके घरों को जब्त कर लिया जाएगा. उन्होंने ठिकाने के बारे में सुराग देने वालों को नकद उपहार देने का भी वादा किया है.