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एनआईए ने आतंकवाद मामले में पूरक आरोप पत्र दाखिल किया

एनआईए ने पाकिस्तान से तस्करी कर लाए गए मादक पदार्थ की बिक्री कर आतंकवाद को बढ़ावा देने के आरोपी के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. मामले में 10 लोगों के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल की जा चुकी है.

एनआईए
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Published : Dec 5, 2020, 4:36 PM IST

नई दिल्ली : राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण (एनआईए) ने पाकिस्तान से तस्करी कर लाए गए मादक पदार्थ की बिक्री कर प्रतिबंधित खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) की गैर-कानूनी गतिविधियों में कथित तौर पर सहयोग करने के एक आरोपी के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.

एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि मोहाली स्थित विशेष एनआईए अदालत में शुक्रवार को आरोपी धर्मिंदर सिंह (32) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और मादक पदार्थ संबंधी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया.

आरोपी पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला है और उसे जगबीर सिंह सामरा से पाकिस्तान से तस्करी कर लाई गई हेरोइन मिलती थी. इसके बाद वह स्थानीय तस्करों के बीच इसे बेचता था. मादक पदार्थों की तस्करी से मिली राशि केएलएफ की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सामरा के पास जमा कराई जाती थी.

पढ़ें- खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के तीन सदस्य गिरफ्तार

10 लोगों के खिलाफ पहले हो जारी हो चुका है चार्जशीट

इससे पहले एनआईए ने मामले में 10 लोगों- जगबीर सामरा, हरप्रीत सिंह, वरिंद्र सिंह चहल, निर्मल सिंह, सतपाल सिंह, हीरालाल, हरजीत सिंह, जमसमीत सिंह हकीमजादा, हरमीत सिंह और जसबीर सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, गैर कानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम, मादक पदार्थ संबंधी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मोहाली की विशेष एनआईए अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था.

अधिकारी ने बताया कि हरमीत सिंह और हकीमजादा के गिरोह में मादक पदार्थ तस्कर, आतंकवादी तत्व और हवाला कारोबारी थे जो पंजाब, दिल्ली और दुबई में काम करते थे.

पढ़ें- पंजाब : मोस्ट वांटेड गैंगस्टर बलजिंदर सिंह गिरफ्तार, पाकिस्तान से जुड़े हैं तार

मई में दायर की गई थी पहली चार्जशीट

एनआईए ने 29 मई को 10 आरोपियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दायर की थी, जिसमें समरा, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, वरिंदर सिंह चहल, निर्मल सिंह उर्फ नीलधारी, सतपाल सिंह, हीरालाल, हरजीत सिंह उर्फ बग्गा, जसमीत सिंह हाकिमजादा, हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी और जसबीर सिंह उर्फ शेरा शामिल हैं.

पंजाब पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में समरा से 1.20 लाख रुपये के ड्रग्स और 500 ग्राम हेरोइन जब्त करने के बाद एक मामला दर्ज किया था, जिसके बाद एनआईए ने एक मामला दर्ज किया.

नार्को-आतंक नेटवर्क का पाकिस्तान, दुबई कनेक्शन

पाकिस्तान स्थित केएलएफ प्रमुख हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी की भूमिका (माना जाता है कि वह मर चुका है) और हकीमजादा (दुबई स्थित अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर और मनी लॉन्ड्रर) केएलएफ के आतंकवादी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए नार्को-आतंक नेटवर्क चलाने में प्रमुख रूप से उभर कर सामने आए हैं.

जांच से पता चला है कि पंजाब, दिल्ली और दुबई में स्थित नार्को-ट्रैफिकर्स, आतंकवादी तत्वों और हवाला ऑपरेटर्स से जुड़े लोगों का एक नेटवर्क हरमीत सिंह और हकीमजादा के इशारे पर चल रहा था.

नई दिल्ली : राष्ट्रीय अन्वेषण अधिकरण (एनआईए) ने पाकिस्तान से तस्करी कर लाए गए मादक पदार्थ की बिक्री कर प्रतिबंधित खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (केएलएफ) की गैर-कानूनी गतिविधियों में कथित तौर पर सहयोग करने के एक आरोपी के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दाखिल किया है. एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.

एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि मोहाली स्थित विशेष एनआईए अदालत में शुक्रवार को आरोपी धर्मिंदर सिंह (32) के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और मादक पदार्थ संबंधी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप पत्र दाखिल किया गया.

आरोपी पंजाब के मोगा जिले का रहने वाला है और उसे जगबीर सिंह सामरा से पाकिस्तान से तस्करी कर लाई गई हेरोइन मिलती थी. इसके बाद वह स्थानीय तस्करों के बीच इसे बेचता था. मादक पदार्थों की तस्करी से मिली राशि केएलएफ की गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए सामरा के पास जमा कराई जाती थी.

पढ़ें- खालिस्तान लिबरेशन फ्रंट के तीन सदस्य गिरफ्तार

10 लोगों के खिलाफ पहले हो जारी हो चुका है चार्जशीट

इससे पहले एनआईए ने मामले में 10 लोगों- जगबीर सामरा, हरप्रीत सिंह, वरिंद्र सिंह चहल, निर्मल सिंह, सतपाल सिंह, हीरालाल, हरजीत सिंह, जमसमीत सिंह हकीमजादा, हरमीत सिंह और जसबीर सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता, गैर कानूनी गतिविधियां निवारण अधिनियम, मादक पदार्थ संबंधी कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मोहाली की विशेष एनआईए अदालत में आरोप पत्र दाखिल किया था.

अधिकारी ने बताया कि हरमीत सिंह और हकीमजादा के गिरोह में मादक पदार्थ तस्कर, आतंकवादी तत्व और हवाला कारोबारी थे जो पंजाब, दिल्ली और दुबई में काम करते थे.

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मई में दायर की गई थी पहली चार्जशीट

एनआईए ने 29 मई को 10 आरोपियों के खिलाफ पहली चार्जशीट दायर की थी, जिसमें समरा, हरप्रीत सिंह उर्फ हैप्पी, वरिंदर सिंह चहल, निर्मल सिंह उर्फ नीलधारी, सतपाल सिंह, हीरालाल, हरजीत सिंह उर्फ बग्गा, जसमीत सिंह हाकिमजादा, हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी और जसबीर सिंह उर्फ शेरा शामिल हैं.

पंजाब पुलिस ने पिछले साल दिसंबर में समरा से 1.20 लाख रुपये के ड्रग्स और 500 ग्राम हेरोइन जब्त करने के बाद एक मामला दर्ज किया था, जिसके बाद एनआईए ने एक मामला दर्ज किया.

नार्को-आतंक नेटवर्क का पाकिस्तान, दुबई कनेक्शन

पाकिस्तान स्थित केएलएफ प्रमुख हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी की भूमिका (माना जाता है कि वह मर चुका है) और हकीमजादा (दुबई स्थित अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्कर और मनी लॉन्ड्रर) केएलएफ के आतंकवादी गतिविधियों को मजबूत करने के लिए नार्को-आतंक नेटवर्क चलाने में प्रमुख रूप से उभर कर सामने आए हैं.

जांच से पता चला है कि पंजाब, दिल्ली और दुबई में स्थित नार्को-ट्रैफिकर्स, आतंकवादी तत्वों और हवाला ऑपरेटर्स से जुड़े लोगों का एक नेटवर्क हरमीत सिंह और हकीमजादा के इशारे पर चल रहा था.

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