नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दुबई से जुड़े एक पाकिस्तानी ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है, जो पूरे भारत में कमजोर युवाओं को निशाना बनाता है. जांच एजेंसी ने शनिवार को गुजरात के सलाया मादक पदार्थ जब्ती के मामले में आठ भारतीयों (एक महिला सहित) और एक अफगानी नागरिक सहित नौ मादक पदार्थों के तस्करों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया. एनआईए ने अपने चार्जशीट में दुबई में समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से गुजरात में 500 किलोग्राम अवैध मादक पदार्थ (हेरोइन) की तस्करी और वितरण के लिए रची गई आपराधिक साजिश का पर्दाफाश किया है.
एनआईए ने एनआईए की विशेष अदालत में दायर अपनी चार्जशीट में कहा कि 500 किलोग्राम हेरोइन एक पाकिस्तानी मछली पकड़ने के जहाज में लाई गई थी और गुजरात के जखाउ पोर्ट, कच्छ, गुजरात से लगभग 7-8 मील दूर भारतीय क्षेत्रीय जल में पहुंचाई गई थी. इस संबंध में शुरू में एटीएस पुलिस स्टेशन अहमदाबाद में 12 अगस्त, 2018 को प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसे 2 जुलाई, 2020 को एनआईए द्वारा फिर से पंजीकृत किया था. एनआईए की जांच से पता चला है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में 1500 करोड़ रुपये की तस्करी की गई दवाओं को पाकिस्तान से भारत भेजा गया था ताकि पाकिस्तानी नागरिक हाजी साब उर्फ भाईजान द्वारा धन जुटाने के लिए अमृतसर में आगे की डिलीवरी की जा सके. चार्जशीट में एनआईए ने सभी आरोपियों के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है.
इनमें गुजरात के बशीर दाऊद कुंडगा उर्फ राजा कठियारा और मामद इब्राहिम समा के अलावा अमृतसर की तमन्ना गुप्ता, मेजर सिंह, शाहिल शर्मा,अनवर मसीह, सुखविंदर सिंह, मंटेज सिंह के अतिरिक्त एक अफगानी नागरिक अरमान बस्सर मल पर एनडीपीएस अधिनियम के अलावा आईपीसी की विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया है.
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