नई दिल्ली : अपनी जांच तकनीकों को नए स्तर तक पहुंचाने के उद्देश्य से राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने फ्रांस, स्पेन और इटली के अपने समकक्ष के साथ जांच प्रक्रिया पर एक आदान-प्रदान कार्यक्रम आयोजित किया. ये कार्यक्रम दिल्ली स्थित मुख्यालय में तीन दिनों तक आयोजित हुआ.
एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यक्रम में सभी देशों ने आतंकवाद के वित्तपोषण और मादक पदार्थों की तस्करी से निपटने के अपने अनुभव साझा किए.' फ्रांस, स्पेन और इटली के प्रतिनिधिमंडल ने 'आतंकवाद के वित्तपोषण और मादक पदार्थों की तस्करी' विषय पर सम्मेलन में भाग लिया. सम्मेलन में भारत के 21 प्रतिभागियों और तीन अन्य देशों के आठ प्रतिभागियों ने भाग लिया.
एनआईए अधिकारी का मानना है कि यह सम्मेलन इस तथ्य के बाद और अधिक महत्व रखता है कि पूरे भारत से आतंकवाद के वित्तपोषण और मादक पदार्थों की तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं. अधिकारी ने कहा, 'फ्रांस, स्पेन और इटली द्वारा कई सर्वोत्तम प्रथाओं का पालन किया जाता है. हम उनका पालन करने की कोशिश करेंगे.'
गौरतलब है कि एनआईए ने हाल ही में यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (उल्फा) की ओर से भर्ती अभियान की जांच शुरू की है. एनआईए अधिकारी ने कहा, 'हमने उल्फा की भर्ती अभियान पर मामला दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है.' इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए, गृह मंत्री ने हाल ही में एनआईए को रिपोर्टों पर जांच करने के लिए कहा है. उल्फा पूरे भारत में सुरक्षा बलों और नागरिकों को निशाना बनाकर बड़े आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश रच रहा है.
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ईटीवी भारत ने पहले ही आईबी रिपोर्ट पर खबर दी है. एक अन्य सूत्रों से खबर मिली है कि एनआईए ने गुरुवार को जमात-ए-इस्लामी की अलगाववादी गतिविधियों से संबंधित एक मामले में जम्मू-कश्मीर के कई स्थानों पर छापेमारी की. एनआईए की जांच में सामने आया है कि संगठन के सदस्य भारत विरोधी गतिविधियों को जारी रखने के लिए चंदा इकट्ठा कर रहे हैं.