चेन्नई: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी शनिवार सुबह चेन्नई के गिंडी स्थित राजभवन पहुंचे. राजभवन गेट के सामने पेट्रोल बम की घटना को लेकर अधिकारियों ने जांच शुरू की. इस मामले में एनआईए अधिकारी सशस्त्र बल के कांस्टेबल सिलवान की जांच की. सिलवान के बारे में कहा जाता है कि उसने इस घटना को देखा था. एनआईए ने पेट्रोल बम कांड मामले में गिरफ्तार और जेल में बंद करुक्का विनोथ को आगे की जांच के लिए पांच दिनों की हिरासत में लेने के लिए पूनमल्ली विशेष अदालत में याचिका दायर की.
इससे पहले 25 अक्टूबर 2023 को चेन्नई के गिंडी में राजभवन गवर्नर हाउस के सामने दो पेट्रोल बम फेंके गए थे. इससे चेन्नई में हड़कंप मच गया. गिंडी पुलिस ने इस मामले में करुक्का विनोथ को गिरफ्तार कर जांच की. जांच के दौरान करुक्का विनोथ ने कबूल किया कि एनईईटी से छूट और अच्छे आचरण के आधार पर लंबे समय से जेल में बंद लोगों की रिहाई की मांग के बावजूद उसने पेट्रोल बम फेंके. इसके बाद करुक्का विनोथ के खिलाफ 5 धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया.
साथ ही यह भी पता चला कि उपद्रवी करुक्का विनोथ के खिलाफ 14 मामले लंबित हैं. इनमें चेन्नई में बीजेपी कार्यालय पर पेट्रोल बम का मामला, तेनाम्पेट पुलिस स्टेशन पर पेट्रोल बम का मामला और शराब की दुकान पर पेट्रोल बम का मामला शामिल है. इसके बाद गिंडी पुलिस ने उसे गुंडा एक्ट के तहत गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया.
ऐसे में इस मामले के महत्व को देखते हुए क्योंकि तमिलनाडु के गवर्नर हाउस के सामने पेट्रोल बम फेंका गया था, केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश पर एनआईए अधिकारियों को नियुक्त किया गया था. ऐसे में एनआईए के अधिकारी सीधे गिंडी पुलिस स्टेशन पहुंचे और इस मामले से जुड़े दस्तावेज उन्हें सौंपने के लिए कहा. हालांकि दस्तावेज देने में देरी हुई क्योंकि गिंडी पुलिस को पेट्रोल बम मामले में कुछ फाइलें जोड़नी थीं.
इसके बाद एनआईए के अधिकारियों ने तमिलनाडु पुलिस के डीजीपी को पत्र भेजकर मामले से जुड़े दस्तावेज जल्द से जल्द उन्हें सौंपने को कहा. इसके आधार पर चेन्नई पुलिस कमिश्नर संदीप राय राठौड़ के आदेश के मुताबिक मामले से जुड़े दस्तावेज एनआईए को सौंप दिए गए. इस मामले के सिलसिले में एनआईए अधिकारियों की एक टीम ने आज गिंडी गवर्नर हाउस का दौरा किया, जहां घटना हुई थी और जांच की.
अगली घटना के दिन चेन्नई के पुरसाईवक्कम स्थित एनआईए कार्यालय में वे सशस्त्र कांस्टेबल सिलवानी के साथ गए, जिन्होंने दावा किया कि उन्होंने कारुक्का विनोथ को गवर्नर हाउस पर पेट्रोल बम फेंकते हुए देखा था. एनआईए के अधिकारी उसे दफ्तर ले जाकर पूछताछ कर रहे हैं. इस मामले में एनआईए ने पूनमल्ली स्पेशल कोर्ट में याचिका दायर कर उपद्रवी कारुक्का विनोथ से 5 दिन की हिरासत में पूछताछ करने की इजाजत मांगी थी.