गुवाहाटी: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने आज ULFA भर्ती मामले में असम के 7 जिलों में 16 जगहों पर छापेमारी की है. इन जिलों में कमरप, नालबरी, डिबरूगढ़, तिनसुकिया, सादिया, चरैदियो और सिबासागर जैसे जिले शामिल हैं. एनआईए को गैरकानूनी करार दिए गए आतंकवादी संगठन यूएलएफए की गतिविधियों की जानकारी मिली थी, जिसमें युवाओं को यूएलएफए में शामिल करना, रंगदारी वसूल करना, गैरकानूनी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए युवाओं को भड़काना और म्यांमार में इंडो-म्यांमार बॉर्डर पर इन युवाओं को ट्रेनिंग देना शामिल है.
अपनी इस छापेमारी के दौरान एनआईए ने छापेमारी के दौरान एनआईए ने डिजिटल उपकरण, संवेदनशील दस्तावेजों समेत गोला-बारूद और यूएलएफए से संबंधित साहित्य को सीज किया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी इस मामले में आगे जांच कर रही है.
बता दें कि इससे पहले भी एनआईए ने अपहरण, हत्या और जबरन वसूली में शामिल आपराधिक गिरोहों की बढ़ती संख्या को देखते हुए ऐसे गिरोह और उसके सदस्यों का एक डोजियर तैयार किया था, जो दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में सक्रिय हैं. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जांच एजेंसी से ऐसे गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा था जो असामाजिक गतिविधियों में लिप्त रहते हैं. कई मामले ऐसे भी सामने आए हैं जब ऐसे आपराधिक गिरोह भारत की सुरक्षा के लिए हानिकारक संगठनों के साथ हाथ मिलाकर काम करते हैं.
पढ़ें: दाऊद इब्राहिम पर NIA ने ₹25 लाख का इनाम घोषित किया
दिल्ली और एनसीआर के अलावा हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, उत्तर प्रदेश में सक्रिय अन्य आपराधिक गिरोह भी एनआईए के निशाने पर हैं. इस संबंध में आधिकारिक सूत्रों ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि एनआईए की ओर से तैयार किए गए डोजियर में नीरज बबवाना गिरोह और लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों के नाम शामिल हैं. बबवाना गिरोह के सौरव, सुरबेग, शुभम बलियान, राकेश, इरफान दविंदर, रोहित चौधरी और रवि गंगवाल का नाम इसमें शामिल है.
वहीं, बिश्नोई गिरोह के जिन सदस्यों के नाम एनआईए के डोजियर में शामिल हैं, उनमें संदीप उर्फ काला जठेरी, कपिल सांगवान, रोहित मोई, दीपक बॉक्सर, प्रिंस तेबटिया, अशोक प्रधान और राजेश बबनिया हैं.