नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल इलेक्ट्रिक डेटोनेटर और विस्फोटक बरामदगी मामले में एक और व्यक्ति को गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी के बाद मामले में कुल गिरफ्तारियां बढ़ कर आठ हो गईं. एजेंसी ने रविवार को कहा कि आरोपियों की पहचान पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के निवासी इस्लाम चौधरी के रूप में हुई है. शुक्रवार को उन्हें उनके बारालीपारा स्थित घर से गिरफ्तार किया गया.
एनआईए ने आरोपियों के पास से 1,50,000 रुपये नकद, बैंक लेनदेन के दस्तावेज, मोबाइल नंबर के साथ कागज की पर्चियां, सिम कार्ड, तीन मोबाइल फोन और विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए हैं. एजेंसी के अनुसार, दो अन्य आरोपियों मेराजुद्दीन ऑल खान उर्फ मेराज खान और मीर मोहम्मद नुरुज्जमान उर्फ रोमियो उर्फ मीर उर्फ जमाई उर्फ प्रिंस की एनआईए की जांच के बाद आज इस्लाम की गिरफ्तारी की गई है. मेराज और प्रिंस को एजेंसी ने 28 जून 2023 को गिरफ्तार किया था.
एनआईए के अनुसार, जांच से पता चला है कि विस्फोटकों की आपूर्ति केस में इस्लाम एक प्रमुख साजिशकर्ता और सूत्रधार था. बता दें कि एनआईए ने पिछले साल सितंबर में भारी मात्रा में इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, नोनेल्स (गैर-इलेक्ट्रिक डेटोनेटर) और विस्फोटक और नकदी जब्त किया था.
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प्रारंभ में, पश्चिम बंगाल की एसटीएफ टीम बीरभूम के एमडी बाजार पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक वाहन से लगभग 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर जब्त किए गए थे. वाहन चालक आशीष केओरा को गिरफ्तार किया गया था. उसकी निशानदेही के आधार पर एक गहन तलाशी अभियान में अवैध गोदामों से 50 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, 2,525 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 27,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट, 1,625 किलोग्राम जिलेटिन की छड़ें, मैगजीन के साथ एक पिस्तौल और 4 जिंदा कारतूस, 16.25 किलोग्राम जिलेटिन की छड़ें (कुल संख्या में 130) और एक बैग जब्त किया गया. इस तलाशी अभियान के दौरान भी कुछ आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. एनआईए के अधिकारियों ने कहा कि मामले में जांच जारी है.
(एएनआई)