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कर्नाटक : अपनों ने फेरा मुंह तो इस संगठन के युवाओं ने किया दाह संस्कार

चामराजनगर के कोल्लेगल में पीएफआई संगठन के युवाओं ने एक वृद्ध के शव का अंतिम संस्कार किया. कोरोना के डर की वजह से कोई भी लाश को छुने को तैयार नहीं था, जिसके बाद PFI संगठन के युवा शव को एक बाइक पर रख अंतिम संस्कार के लिए ले गए.

PFI organization carried the dead body on the bike to the funeral
कर्नाटकः PFI संगठन ने दिखाई इंसानियत, अंतिम संस्कार के लिए बाइक पर ले गए शव
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Published : May 10, 2021, 4:35 PM IST

चामराजनगर : कोरोना महामारी को लेकर लोगों में इतना खौफ बैठ गया है कि स्वभाविक मौत को भी कोरोना से मौत मान रहे हैं. यहां तक की अपनों के दाह संस्कार करने में भी संकोच कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के चामराजनगर से आया है. यहां एक बुजुर्ग की मौत हो गई, लेकिन परिवार वाले दाह संस्कार के लिए आगे नहीं आए. कोरोना के डर की वजह से कोई भी बुजुर्ग की लाश को छुने को तैयार नहीं था. बाद में PFI संगठन को इस बात की जानकारी दी गई.

तालुक के अलहल्ली गांव निवासी माधव की मृत्यु हो गई. कोरोना के चलते पड़ोसी और परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार करने में संकोच कर रहे थे. जबकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थे.

अंतिम संस्कार के लिए बाइक पर ले गए शव.

माधव के बड़े भाई के बेटे ने अंतिम संस्कार करने के लिए पीएफआई युवाओं को मदद के लिए बुलाया. जिसके तुरंत बाद 8 युवकों का एक दल घटनास्थल पर पहुंचा.

पढ़ेंः चीन ने 2015 में कोविड से जैविक युद्ध लड़ने का पूर्वानुमान लगाया था : रिपोर्ट

पीएफआई युवा लाश को सीढ़ी की मदद से बाइक पर रखा और पुलिस की मदद से एक चरागाह में दफनाया.

चामराजनगर : कोरोना महामारी को लेकर लोगों में इतना खौफ बैठ गया है कि स्वभाविक मौत को भी कोरोना से मौत मान रहे हैं. यहां तक की अपनों के दाह संस्कार करने में भी संकोच कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला कर्नाटक के चामराजनगर से आया है. यहां एक बुजुर्ग की मौत हो गई, लेकिन परिवार वाले दाह संस्कार के लिए आगे नहीं आए. कोरोना के डर की वजह से कोई भी बुजुर्ग की लाश को छुने को तैयार नहीं था. बाद में PFI संगठन को इस बात की जानकारी दी गई.

तालुक के अलहल्ली गांव निवासी माधव की मृत्यु हो गई. कोरोना के चलते पड़ोसी और परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार करने में संकोच कर रहे थे. जबकि वह कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं थे.

अंतिम संस्कार के लिए बाइक पर ले गए शव.

माधव के बड़े भाई के बेटे ने अंतिम संस्कार करने के लिए पीएफआई युवाओं को मदद के लिए बुलाया. जिसके तुरंत बाद 8 युवकों का एक दल घटनास्थल पर पहुंचा.

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पीएफआई युवा लाश को सीढ़ी की मदद से बाइक पर रखा और पुलिस की मदद से एक चरागाह में दफनाया.

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