पटना: बिहार में कोरोना वायरस का नया वैरिएंट (New Variant of Corona found in Bihar ) डिटेक्ट किया गया है. यह वैरिएंट ओमीक्रोन का म्यूटेंट वैरिएंट है, जिसे BA.12 बताया जा रहा है. प्रदेश में जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए आईजीआईएमएस में स्थित एकमात्र लैब में लगभग 2 महीने बाद कोरोना के 13 सैंपल की जांच की गई, जिसमें सभी में ओमीक्रोन पाया गया. अधिकांश सैंपल में BA.2 डिटेक्ट किया गया. वहीं, एक सैंपल में BA.12 डिटेक्ट किया गया. विशेषज्ञों का मानना है कि यह ओमीक्रोन के सब वैरिएंट BA.2 से 10 गुना अधिक संक्रामक है.
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IGIMS में जिनोम सीक्वेंसिंग: आईजीआईएमएस के माइक्रोबायोलॉजी की विभागाध्यक्ष डॉक्टर नम्रता कुमारी (Doctor Namrata Kumari Head of Department of Microbiology IGIMS) ने बताया कि आईजीआईएमएस में जिनोम सीक्वेंसिंग लगातार हो रही है. पिछले कई दिनों से पॉजिटिव सैंपल नहीं आ रहे थे, तो सीक्वेंसिंग नहीं हो रही थी. लेकिन, लगभग 2 महीने बाद 13 सैंपल का जिनोम सीक्वेंसिंग किया गया है जिसकी रिपोर्ट मंगलवार देर रात को आई है. इसमें भी सारे ओमीक्रोन ही मिले हैं. अधिकांश सैंपल में BA.2 डिटेक्ट हुआ है, लेकिन एक सैंपल में BA.12 मिला है. उन्होंने बताया कि BA.2 की तुलना में BA.12 की संक्रामकता अधिक बताई जा रही है.
''अगर XE वैरिएंट और BA.12 वैरिएंट की बात करें तो अभी तक इसके बारे में अधिक डाटा उपलब्ध नहीं है. लेकिन दुनिया में कई जगह पहले से BA.12 डिटेक्ट किया जा चुका है. सबसे पहले इसे यूएसए में डिटेक्ट किया गया था. बिहार में पहली बार मंगलवार को एक सैंपल में BA.12 डिटेक्ट किया गया है. यह पूरी तरह BA.1 और BA.2 से अलग है. यह वैरिएंट ओमीक्रोन का म्यूटेंट वैरिएंट है. यह XE वैरिएंट से अलग है, क्योंकि XE रिकांबिनेशन वैरिएंट है और यह म्युटेंट वैरिएंट है. BA.12 ओमीक्रोन के BA.1 और BA.2 की तरह एक सब वैरिएंट है.''- डॉक्टर नम्रता कुमारी, माइक्रोबायोलॉजी की विभागाध्यक्ष, आईजीआईएमएस
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भारत में अगर बात करें तो BA.12 के गिने-चुने मामले दिल्ली में डिटेक्ट किए गए हैं लेकिन अभी तक इस पर विस्तृत स्टडी नहीं हुआ है. इस मामले को अधिक हाईलाइट अभी तक नहीं किया गया है क्योंकि अभी तक इस मामले में एक विस्तृत स्टडी का डाटा उपलब्ध नहीं है. लेकिन यूएसए में सबसे पहले BA.12 डिटेक्ट किया गया था और वहां काफी मामले भी मिले थे. हालांकि, डॉक्टर नम्रता कुमारी ने साफ किया कि इस नए वैरिएंट से अभी घबराने की आवश्यकता नहीं है. भले ही इसकी संक्रामकता अधिक बताई जा रही है. अभी प्रदेश में कोरोना की स्थिति नियंत्रण में है और नए वैरिएंट पर स्टडी की प्रक्रिया चल रही है.