भीलवाड़ा. नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री बिमलेंद्र निधि गुरुवार को राजस्थान के भीलवाड़ा दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने बड़ा बयान दिया. पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा है कि नेपाल की चीन से मित्रता है, जबकि भारत नेपाल का रिश्तेदार है. वहीं, भारत व नेपाल के बीच द्विपक्षीय वार्ता के तहत बिजली के मुद्दे पर चर्चा की जा रही है.
जनकपुर-नेपाल से रामशिला अयोध्या पहुंचाने वाले नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री व सांसद बिमलेंद्र निधि यहां एसटेग स्कूल में उद्योगपतियों व सामाजिक संगठन के पदाधिकारियों से संवाद किया. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि जिस प्रकार त्रेता युग में भारत और नेपाल के बीच संबंध थे, उसी प्रकार कलयुग में भी भारत व नेपाल के बीच संबंध हैं. भारत के दुश्मन देश के साथ नेपाल नहीं है, लेकिन नेपाल की चीन से मित्रता है, जबकि नेपाल का भारत रिश्तेदार है. भीलवाड़ा दौरे के दौरान नेपाल के पूर्व उप प्रधानमंत्री ने स्कूल परिसर में पौधरोपण भी किया.
नेपाल वासियों का झुकाव भारत की तरफः एक सवाल के जवाब में पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरे नेपाल वासियों का झुकाव भारत की तरफ है. भारत के किसी शत्रु के साथ नेपाल सरकार का झुकाव नहीं है. नेपाल तीन तरफ से भारतीय सीमा से जुड़ा हुआ है. एक तरफ चीन से जुड़ा हुआ है. चीन भी हमारा मित्र है, जबकि भारत तो हमारा रिश्तेदार है. मित्र और रिश्तेदार में क्या फर्क होता है, आप सब जानते हो. नेपाल और भारत का संबंध भगवान श्री राम और माता सीता के समय से जुड़ा हुआ है. अब तक किसी भी सरकार ने नेपाल व भारत के बीच संबंध नहीं बनाया है, यह तो सभ्यता व जनता के स्तर पर बनाया हुआ संबंध है, जो हमेशा रहेगा. उन्होंने कहा हम भी चाहते हैं कि आने वाले युगों-युगों तक भारत व नेपाल के बीच इसी तरह गहरा संबंध कायम रहे.
गर्व है कि अयोध्या में राम मंदिर बन रहा हैः पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा कि हमें बहुत गर्व है कि अयोध्या में भगवान श्री राम के मंदिर का निर्माण हो रहा है. राम मंदिर में मूर्तियों को बनाने के लिए नेपाल के काली गंडक नदी, जिसको शास्त्र की भाषा में कृष्ण नदी भी कहते हैं, उस नदी से रामशिला भी भेजी थी. संसार में काली गंडक नदी में ही शालिग्राम मिलती है, शालिग्राम को भगवान विष्णु का अवतार माना जाता है.
उन्होंने कहा कि राममंदिर ट्रस्ट के चंपत राय ने हमें आधारशिला भेजने का आग्रह किया था, उनके आग्रह पर हम आधारशिला लेकर आए. पूर्व उप प्रधानमंत्री ने कहा कि हम तो माता सीता के गांव के लोग हैं, राम व सीता का शुभ विवाह प्रसिद्ध है. नेपाल के ही राजा जनक की बेटी माता सीता के क्षेत्र से मैं हूं, वहां से आधारशीला मैंने नेपाल सरकार का निर्णय कराकर भेजी थी. उन्होंने कहा कि पूरा भरोसा है कि अयोध्या में भगवान श्री राम मंदिर का निर्माण नियत समय पर होगा. साथ ही राम मंदिर निर्माण से नेपाल व भारत ही नहीं संसार के जितने भी हिंदू हैं उनके लिए गौरव की बात है. मन्दिर निर्माण से राम व सीता सभी मानव जाति को आशीर्वाद देते रहेंगे.
बिजली उत्पादन और बिजली उपक्रम पर चर्चाः उन्होंने कहा कि वर्तमान में मैं भारत व नेपाल के बीच द्विपक्षीय वार्ता के तहत बिजली उत्पादन व बिजली उपक्रम के लिए चर्चा कर रहा हूं. क्योंकि भारत में बिजली की कमी है, जबकि नेपाल में बिजली की संभावना प्रचूर है. वहां ज्यादा से ज्यादा निवेश किया जा सकता है. हम चाहते हैं कि नेपाल के हाइड्रो पावर में भारत के निवेशकर्ता इन्वेस्ट करें, जिससे बिजली उत्पादन हो, भारत में जितनी जरूरत है उसे ले. बिजली उत्पादन व बिजली उपक्रम के इस समझौते के लिए मैं भारत में आया हूं और चर्चा कर रहा हूं.