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मुंबई पुलिस को चैलेंज कर रहा था बुल्ली बाई मामले का मुख्य आरोपी नीरज

डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार शिकायत में कहा गया था कि युवती की फोटो को बुल्ली बाई अकाउंट से ट्विटर पर अपलोड किया गया है. इसे लेकर साउथ ईस्ट के साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था.

बुल्ली बाई मामले का मुख्य आरोपी नीरज
बुल्ली बाई मामले का मुख्य आरोपी नीरज
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Published : Jan 7, 2022, 6:11 AM IST

नई दिल्ली : बुल्ली बाई (bulli bai) मामले में स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किया गया नीरज बेहद ही शातिर है. मुम्बई पुलिस द्वारा इस मामले में हुई गिरफ्तारी के बाद वह ट्विटर पर मुम्बई पुलिस को चुनौती दे रहा था. वह दावा कर रहा था कि उन्होंने फर्जी लोगों को गिरफ्तार किया है. बुल्ली बाई (bulli bai) के पीछे का मास्टरमाइंड वह है, लेकिन पुलिस उसे पकड़ने की जगह केवल ट्वीट को आगे बढ़ाने वालों को गिरफ्तार कर रही है.

जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के मंत्री सतेज. डी. पाटील की तरफ से 4 जनवरी की रात लगभग 8.30 बजे ट्वीट कर यह बताया गया कि पुलिस ने 21 वर्षीय युवक को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है. उनके इस ट्वीट पर आरोपी नीरज ने एक ट्विटर हैंडल से यह लिख कर जवाब दिया था कि उन्होंने गलत शख्स को पकड़ा है. बुल्ली बाई ऐप का क्रिएटर वह युवक नहीं है जिसे गिरफ्तार किया गया है. इसका क्रिएटर वह खुद है. जिन दो लोगों को मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, वह पूरी तरीके से गलत हैं. वहीं, मुंबई पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई गिरफ्तारी की जानकारी पर भी आरोपी नीरज ने ट्वीट कर लिखा था कि इस पूरे प्रकरण में केवल एक ही शख्स शामिल है जो वह खुद है. इस अकाउंट के फॉलोअर को उनके द्वारा गिरफ्तार किया गया है जो पूरी तरीके से गलत है.

टि्वटर अकाउंट
टि्वटर अकाउंट

डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार शिकायत में कहा गया था कि युवती की फोटो को बुल्ली बाई अकाउंट से ट्विटर पर अपलोड किया गया है. इसे लेकर साउथ ईस्ट के साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था. ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया था और गिटहब प्लेटफार्म से ऐप को भी हटा दिया गया था. पूछताछ के दौरान नीरज ने पुलिस को बताया की बुल्ली बाई ऐप को गिटहब पर उसने ही बनाया था. ट्विटर पर बुल्ली बाई हैंडल एवं अन्य हैंडल भी उसने ही बनाए थे. गिटहब पर उसने बीते नवंबर महीने में ऐप बनाया था. दिसंबर में इस ऐप को उसने अपडेट किया था. वहीं ट्विटर अकाउंट उसने बीते 31 दिसंबर को बनाया था. उसने एक और टि्वटर अकाउंट बनाया था जिसके जरिए वह इस ऐप के बारे में ट्वीट करता था.

टि्वटर अकाउंट
टि्वटर अकाउंट

पढ़ें: Bulli Bai एप मामले का मुख्य साजिशकर्ता असम से गिरफ्तार

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह सोशल मीडिया पर लगातार मॉनिटरिंग करता था. इस ऐप को लेकर चल रही गतिविधियों पर वह नजर रख रहा था. उसने @giyu44 नाम से भी एक ट्विटर अकाउंट बनाया था और इसके जरिए मुंबई पुलिस को गलत लोगों की गिरफ्तारी के बारे में बता रहा था. पुलिस फिलहाल उसे पूरा पूछताछ कर रही है.

नई दिल्ली : बुल्ली बाई (bulli bai) मामले में स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार किया गया नीरज बेहद ही शातिर है. मुम्बई पुलिस द्वारा इस मामले में हुई गिरफ्तारी के बाद वह ट्विटर पर मुम्बई पुलिस को चुनौती दे रहा था. वह दावा कर रहा था कि उन्होंने फर्जी लोगों को गिरफ्तार किया है. बुल्ली बाई (bulli bai) के पीछे का मास्टरमाइंड वह है, लेकिन पुलिस उसे पकड़ने की जगह केवल ट्वीट को आगे बढ़ाने वालों को गिरफ्तार कर रही है.

जानकारी के अनुसार महाराष्ट्र सरकार के मंत्री सतेज. डी. पाटील की तरफ से 4 जनवरी की रात लगभग 8.30 बजे ट्वीट कर यह बताया गया कि पुलिस ने 21 वर्षीय युवक को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया है. उनके इस ट्वीट पर आरोपी नीरज ने एक ट्विटर हैंडल से यह लिख कर जवाब दिया था कि उन्होंने गलत शख्स को पकड़ा है. बुल्ली बाई ऐप का क्रिएटर वह युवक नहीं है जिसे गिरफ्तार किया गया है. इसका क्रिएटर वह खुद है. जिन दो लोगों को मुंबई पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया है, वह पूरी तरीके से गलत हैं. वहीं, मुंबई पुलिस अधिकारी द्वारा दी गई गिरफ्तारी की जानकारी पर भी आरोपी नीरज ने ट्वीट कर लिखा था कि इस पूरे प्रकरण में केवल एक ही शख्स शामिल है जो वह खुद है. इस अकाउंट के फॉलोअर को उनके द्वारा गिरफ्तार किया गया है जो पूरी तरीके से गलत है.

टि्वटर अकाउंट
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डीसीपी केपीएस मल्होत्रा के अनुसार शिकायत में कहा गया था कि युवती की फोटो को बुल्ली बाई अकाउंट से ट्विटर पर अपलोड किया गया है. इसे लेकर साउथ ईस्ट के साइबर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था. ट्विटर अकाउंट को सस्पेंड कर दिया गया था और गिटहब प्लेटफार्म से ऐप को भी हटा दिया गया था. पूछताछ के दौरान नीरज ने पुलिस को बताया की बुल्ली बाई ऐप को गिटहब पर उसने ही बनाया था. ट्विटर पर बुल्ली बाई हैंडल एवं अन्य हैंडल भी उसने ही बनाए थे. गिटहब पर उसने बीते नवंबर महीने में ऐप बनाया था. दिसंबर में इस ऐप को उसने अपडेट किया था. वहीं ट्विटर अकाउंट उसने बीते 31 दिसंबर को बनाया था. उसने एक और टि्वटर अकाउंट बनाया था जिसके जरिए वह इस ऐप के बारे में ट्वीट करता था.

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पढ़ें: Bulli Bai एप मामले का मुख्य साजिशकर्ता असम से गिरफ्तार

आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह सोशल मीडिया पर लगातार मॉनिटरिंग करता था. इस ऐप को लेकर चल रही गतिविधियों पर वह नजर रख रहा था. उसने @giyu44 नाम से भी एक ट्विटर अकाउंट बनाया था और इसके जरिए मुंबई पुलिस को गलत लोगों की गिरफ्तारी के बारे में बता रहा था. पुलिस फिलहाल उसे पूरा पूछताछ कर रही है.

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