नई दिल्ली: गुजरात के मोरबी जिले में मच्छु नदी पर ब्रिटिश काल का पुल ढहने के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) बड़े पैमाने पर बचाव अभियान में लगा है. इसमें उच्च प्रशिक्षित 5 टीमों को लगाया गया.
एनडीआरएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने 'ईटीवी भारत' को बताया कि घटना की सूचना मिलने पर एनडीआरएफ की पांच टीमें मौके पर पहुंचीं. इसमें आरओवी जैसे जल बचाव उपकरणों से सुसज्जित और डीप डाइवरों को तुरंत घटना स्थल पर भेजा गया. 2 टीमों को क्षेत्रीय प्रतिक्रिया केंद्र (आरआरसी) गांधी नगर से और तीन टीमों को बटालियन मुख्यालय, वडोदरा से भेजा गया था.
एनडीआरएफ के अधिकारी ने कहा, मामले की गंभीरता को देखते हुए दो टीमों को वडोदरा से राजकोट एयरबेस के लिए एयरलिफ्ट किया गया था. एनडीआरएफ टीमों के आने के बाद सात शवों को संयुक्त अभियान में निकाला गया. एनडीआरएफ बचाव दल के 112 सदस्य 13 नावों के साथ इस अभियान में शामिल हैं.
राज्य प्रशासन से प्राप्त सूचना के अनुसार अब तक 170 लोगों को बचाया गया है और 134 शवों को निकाला जा चुका है. अधिकारी ने कहा कि बचाव एजेंसियां तलाश अभियान में पूरी तरह से आश्वस्त होना चाहती हैं. इसलिए अभी भी ऑपरेशन जारी है.
अधिकारी ने कहा, एनडीआरएफ, सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल, एसडीआरएफ, दमकल सेवा, स्थानीय प्रशासन और राज्य पुलिस का संयुक्त बचाव अभियान जारी है. अधिकारी ने कहा कि एनडीआरएफ नियंत्रण कक्ष संबंधित अधिकारियों और गुजरात के राज्य आपात अभियान केंद्र (एसईओसी) के संपर्क में है.
पढ़ें- Gujarat bridge collapse : मोरबी में केबल ब्रिज टूटा, 134 की मौत, रेस्क्यू जारी
पढ़ें- Gujarat Bridge Collapse : जान गंवाने वालों में ऐसा भी परिवार, जिनके पांच बच्चों की हुई मौत