नई दिल्ली: दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर एक आसन्न चक्रवात के कारण, गृह और रक्षा मंत्रालय ने अपने सभी गैजेट्स को अलर्ट पर रखा है.
सरकारी सूत्रों ने कहा कि एनडीआरएफ की कुल 11 टीमों को पहले ही अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में कई संवेदनशील स्थानों पर तैनात किया जा चुका है.
सूत्रों का कहना है कि '53 और टीमों को अलर्ट पर रखा गया है.' एहतियात के तौर पर भारतीय सेना की संपत्ति और कॉलम को भी अलर्ट पर रखा गया है.
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then into a cyclonic storm over southeast BoB and adjoining areas of eastcentral BoB and Andaman Sea on 10th May. To move initially north-northwestwards till 11th May. Thereafter, it is likely to recurve gradually and move north-northeastwards towards Bangladesh-Myanmar coasts. pic.twitter.com/glp5ryuJ6X
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मौसम संबंधी रिपोर्टों के आधार पर, समुद्र में गए भारतीय जहाजों को बंदरगाह पर लौटने की सलाह दी गई है. नियमित उड़ानों पर विमानों/हेलीकॉप्टरों को निर्देश दिया गया है कि वे समुद्र से दूर रहें. साथ ही मछली पकड़ने वाले जहाजों को भी बंदरगाह पर लौटने को कहा गया है. सूत्रों ने कहा, 'भारतीय नौसेना का एक जहाज उत्तरी द्वीप समूह और एक जहाज दक्षिणी द्वीप समूह में गश्त कर रहा है.'
भारतीय वायु सेना की टीमों को भी स्टैंडबाय पर रखा गया है. परिवहन के लिए एक C17 ग्लोबमास्टर, एक C130 विमान, An32 विमान, MLH के साथ-साथ भारतीय वायु सेना का चेतक और MI-17 हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय पर हैं.
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की रिपोर्ट का हवाला देते हुए, गृह मंत्रालय के आपदा प्रबंधन प्रभाग ने कहा कि बंगाल की दक्षिण पूर्व खाड़ी और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर चक्रवात मोचा से बने कम दबाव का क्षेत्र मंगलवार के आसपास बंगाल और उससे सटे दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण पूर्व खाड़ी के ऊपर तेज होने की संभावना है.
चेतावनी के अनुसार, 10 और 11 मई को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में और 12 मई तक अधिकांश स्थानों पर मध्यम वर्षा और छिटपुट भारी से बहुत भारी वर्षा और अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा होने की संभावना है. 9 और 12 मई को भारी से बहुत भारी वर्षा हो सकती है.
आईएमडी द्वारा जारी चेतावनी के अनुसार, 10 और 11 मई को दक्षिण-पूर्व और इससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और अंडमान सागर में हवा की गति भी 60-70 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 80 किमी प्रति घंटे हो जाएगी.
इसमें कहा गया है कि '10 मई के बाद से 12 मई तक दक्षिण-पूर्व और उससे सटे मध्य बंगाल की खाड़ी और अंडमान सागर में समुद्र की स्थिति बहुत खराब से उच्च रहने की संभावना है.'
गौरतलब है कि केंद्र सरकार द्वारा उच्चतम स्तर पर 24×7 स्थिति की निगरानी की जा रही है. सूत्रों ने कहा, 'केंद्र सरकार राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के साथ लगातार संपर्क में है, ताकि जरूरत के हिसाब से सभी आवश्यक सहायता प्रदान की जा सके.'
आंध्र प्रदेश, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, तमिलनाडु, ओडिशा और पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को भी अलर्ट पर रखा गया है.
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