नई दिल्ली : राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (एनडीडीबी) ने शनिवार को कहा कि वह पश्चिम असम दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ लिमिटेड (वामुल) का प्रबंधन अगले पांच वर्ष के लिए और करेगा.बोर्ड ने एक बयान में कहा कि असम सरकार ने वामुल के एनडीडीबी प्रबंधन की समय सीमा को बढ़ा दिया है.
एनडीडीबी के अध्यक्ष मीनेश शाह ने छह अगस्त को असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा से मुलाकात की और असम सरकार ने एनडीडीबी से वामुल का प्रबंधन करने का अनुरोध किया था, जो बंद होने के कगार पर था.
एनडीडीबी ने वर्ष, 2008 में प्रबंधन संभाला था. बयान में कहा गया है, डेयरी सहकारी संस्था को बहाल करने/पुनर्जीवित करने में एनडीडीबी के हस्तक्षेप के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए असम सरकार ने एनडीडीबी के डब्ल्यूएएमयूएल (वामुल) के प्रबंधन को पांच साल की अवधि के लिए आगे और बढ़ाने को मंजूरी दे दी है.
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इस आशय के एक समझौते पर भी छह अगस्त, 2021 को हस्ताक्षर किए गए थे. वर्तमान में, वामुल 13,916 डेयरी किसानों से 41,000 किलोग्राम दूध की औसत दैनिक मात्रा खरीदता है.वामुल का बिक्री कारोबार ₹120 करोड़ का है.
एनडीडीबी और इसकी सहायक कंपनियां पहले से ही असम की डेयरी विकास गतिविधियों से जुड़ी हुई हैं. अध्यक्ष मीनेश शाह ने असम सरकार के कृषि, बागवानी, पशुपालन एवं पशु चिकित्सा, सीमा क्षेत्र विकास, असम समझौते के कार्यान्वयन, सहकारिता विभाग के मंत्री अतुल बोरा से भी मुलाकात की और डेयरी विकास के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की.
(पीटीआई-भाषा)