हैदराबाद: टीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव ने गुरुवार को केंद्र की राजग सरकार पर देश के युवाओं के लिए रोजगार पैदा करने में बुरी तरह विफल होने का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाया कि विमुद्रीकरण और कोरोना के कारण लॉकडाउन ने देश में लोगों की आजीविका पर प्रतिकूल प्रभाव डाला.
तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के बेटे रामा राव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक खुले पत्र में कहा, 'आपके अक्षम फैसलों और अप्रभावी आर्थिक नीतियों ने देश में रोजगार के नए अवसर पैदा करने के बजाय नौकरियां कम हो गयी.' उन्होंने देश में वैश्विक निवेश आकर्षित करने में केंद्र सरकार की 'विफलता' को लेकर भी निशाना साधा.
उन्होंने दावा किया कि एनडीए शासन में कृषि और कपड़ा क्षेत्रों के कल्याण के लिए कोई प्रतिबद्धता नहीं है. ये दो प्रमुख क्षेत्र हैं जिन पर लोग नौकरियों के लिए निर्भर हैं. राज्य के उद्योग मंत्री ने पिछले 45 वर्षों में सबसे अधिक बेरोजगारी दर के लिए केंद्र सरकार की गलत नीतियों को जिम्मेदार ठहराया.
पीएम मोदी से कई सवाल करते हुए रामा राव ने जानना चाहा कि केंद्र सरकार के तहत 16 लाख रिक्त पदों को कब भरा जाएगा और प्रति वर्ष दो करोड़ नौकरियां पैदा करने के लिए क्या कार्रवाई की गई है. उन्होंने पूछा, 'सरकारी संपत्तियों को निजी संस्थाओं को बेचने के कारण रोजगार के अवसरों के नुकसान के लिए आपके पास क्या जवाब हैं? सरकारी संपत्तियों के निजीकरण से नौकरियों में आरक्षण की नीति खत्म हो जाएगी. एससी, एसटी और बीसी युवाओं के लिए आपके पास क्या जवाब हैं जिन्हें नौकरी से वंचित किया जा रहा है?'
रामा राव ने कहा कि टीआरएस सरकार की नवीन और मैत्रीपूर्ण औद्योगिक नीतियों के माध्यम से राज्य में निवेश के रूप में लाखों करोड़ रुपये लाए गए. उन्होंने कहा कि राज्य में 16 लाख से अधिक निजी नौकरियां पैदा हुईं हैं. उन्होंने आगे कहा कि टीआरएस सरकार जल्द ही राज्य में एक लाख और सरकारी पदों पर भर्ती करेगी.
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एनडीए सरकार पर रामा राव का हमला राज्य में सत्तारूढ़ टीआरएस और भाजपा के बीच लगभग नियमित आधार पर चल रहे वाकयुद्ध के बीच हुआ. भाजपा के ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (GHMC) के पार्षदों की हाल ही में पीएम मोदी से मुलाकात का जिक्र करते हुए, केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि आम राजनीतिक कार्यकर्ताओं से लेकर संसद सदस्यों तक सभी स्तरों के नेता पीएम मोदी से नियमित रूप से मिलते हैं लेकिन मुख्यमंत्री केसीआर केवल उनके परिवार के सदस्यों के लिए सुलभ है. उन्होंने सीएम केसीआर को 'फार्महाउस सीएम' बताया.