नई दिल्ली : राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग (NCSC) के अध्यक्ष विजय सांपला (Vijay Sampla) ने दलितों के खिलाफ अपराध की घटनाओं पर चिंता व्यक्त की है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में विजय सांपला ने कहा, देशभर में दलितों के खिलाफ अपराध बढ़ रहे हैं और यह अच्छा संकेत नहीं है.
उन्होंने कहा कि एक तरफ हम 21वीं सदी में जी रहे हैं और जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ हम मानसिक रूप से कमजोर होते जा रहे हैं.
सांपला ने कहा कि हमारे महापुरुषों ने हमें प्रेम, शांति और भाईचारे के साथ रहना सिखाया है. मैं सभी से उनकी शिक्षाओं का पालन करने की अपील करता हूं. जो लोग योग्य और शिक्षित हैं, उन्हें यह देखना चाहिए कि सभी लोग जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में समान रूप से प्रगति कर रहे हैं.
विजय सांपला ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष के रूप में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल में 12 दलित नेताओं को शामिल करने पर खुशी जताई. उन्होंने कहा कि सरकारें और लोग अब अनुसूचित जाति की क्षमता में विश्वास करने लगे हैं और इसलिए उन्हें सरकार और समाज में भागीदारी दी जा रही है.
बंगाल से सबसे ज्यादा मिलीं दलित अत्याचार की शिकायतें
विजय सांपला ने एनसीएससी अध्यक्ष का पद संभालने के बाद आयोग का शिकायत पोर्टल शुरू किया था. उन्होंने कहा कि पोर्टल शुरू होने के दो महीने के भीतर, हमें 1,500 से अधिक शिकायतें मिली हैं और सबसे अधिक पश्चिम बंगाल से प्राप्त हुई हैं.
सांपला ने दावा किया कि आयोग के पास लगभग 67,000 लंबित शिकायतें थीं और उनके एनसीएससी का अध्यक्ष बनने के बाद लगभग 7,000 मामलों को निपटाने में कामयाबी मिली.
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उन्होंने कहा कि देशभर में कोविड-19 महामारी के कारण सबसे पहले हम अपने पोर्टल, ई-मेल और टेलीफोन के माध्यम से शिकायतों को दूर करने का प्रयास करते हैं. लेकिन, अगर उस माध्यम से मामला नहीं सुलझता है तो हम शिकायतकर्ताओं को सुनवाई के लिए बुलाते हैं और पीड़ितों को न्याय दिलाते हैं.