ETV Bharat / bharat

कड़मे मुठभेड़ को नक्सलियों ने बताया फर्जी, पुलिस ने कहा बौखलाहट

press note North Bastar Divisional Committee छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में बीते दिनों हुए मुठभेड़ को नक्सलियों ने फर्जी बताया है. उत्तर बस्तर डिविजनल कमिटी के सचिव ने प्रेस नोट जारी कर दावा किया कि नक्सलियों को पकड़कर उनका एनकाउंटर किया गया था. मामले में मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए हैं. magisterial inquiry police naxalite encounter

Police Naxalite encounter in Kanker
कड़मे मुठभेड़ को नक्सलियों ने बताया फर्जी
author img

By

Published : Nov 4, 2022, 10:33 AM IST

Updated : Nov 4, 2022, 2:14 PM IST

कांकेर: बीते दिनों नक्सलियों के डीवीसी सचिव दर्शन पददा और स्मॉल एक्शन टीम कमांडर जागेश सलाम को कड़मे मुठभेड़ में ढेर करने का दावा सुरक्षाबलों ने किया था. जिसका खंडन करते हुए उत्तर बस्तर डीविजनल कमेटी के सचिव सुकदेव कौडों ने प्रेस नोट जारी किया है. नक्सलियों ने पर्चे में जिक्र किया है कि "सुरक्षाबलों का यह मुठभेड़ का दावा फर्जी है. सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दोनों नक्सलियों को नहीं मारा बल्कि उनका एनकाउंटर किया है. इसका जिम्मेदार विधायक अनूप नाग और कांग्रेस पार्टी है."Naxalites had encounter in Kanker

कड़मे मुठभेड़ को नक्सलियों ने बताया फर्जी,

नक्सलियों ने पर्चे में जिक्र किया है कि "उनके दो नक्सली साथी दर्शन और जागेश कुछ काम के चलते ब्रेहाबेड़ा निवासी मन्ना नुरूटी और लोहतर निवासी दशरू हुपोंडी के साथ जा रहे थे तभी चारों को रात करीब 10 से 11 बजे के आसपास पखांजुर और संगम के बीच रास्ते में किसी मुखबिर की सूचना पर अर्धसैनिक बल और डीआरजी के जवानों ने गिरफ्तार किया. दो नक्सलियों की मुठभेड़ में मौत नहीं हुई बल्कि पकड़कर गोली मारी गई है. " नक्सलियों ने दो ग्रामीणों मन्ना नुरूटी और दशरू हुपोंडी को तत्काल रिहा करने की मांग भी की है.

Naxalites issue press note calling Kanker encounter fake
नक्सलियों का प्रेस नोट

बौखलाहट में नक्सली मुठभेड़ को बताते हैं फर्जी: नक्सलियों के प्रेस नोट को लेकर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि " 30 अक्टूबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें दो बड़े नक्सली कमांडर ढेर हुए थे. इस संबंध में नक्सलियों ने बौखलाहट में पर्चा जारी किया है. ऐसा वे हमेशा ही करते हैं. मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ करार देते हैं. ऐसा इस बार भी उन्होंने किया है. सर्चिंग के दौरान दो लोग हिरासत में लिए गए थे. उनके बारे में खुलासा हुआ है कि वे दोनों नक्सलियों के साथ मिलकर संघम सदस्य के रूप में काम करते हैं. उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. "

कांकेर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों में मुठभेड़, दो नक्सली ढेर

पुलिस नक्सली मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच: मामले में कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. एसडीएम अंतागढ़ केएस पैकरा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. जो 15 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे.

सोमवार तड़के सुबह मुठभेड़ का दावा: कांकेर जिले में सिकसोड़ थाना क्षेत्र के कड़मे गांव के घने जंगल में सोमवार 31 अक्टूबर को तड़के सुबह पुलिस नक्सली के बीच मुठभेड़ हुई थी. डीआरजी और बीएसएफ 81 बटालियन के जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराया था. घटनास्थल से भारी संख्या में विस्फोटक भी बरामद किया गया. पुलिस ने मारे गए दो नक्सलियों की पहचान DVC सदस्य दर्शन पड्डा और दूसरे नक्सली जागेश सलाम के रूप में की थी. सुरक्षाबलों ने दोनों नक्सलियों के शव को बरामद करने के साथ भारी संख्या में हथियार भी बरामद किया था. कांकेर एसपी शलभ सिन्हा और बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कांकेर में नक्सली मुठभेड़ की पुष्टि की थी.

कांकेर: बीते दिनों नक्सलियों के डीवीसी सचिव दर्शन पददा और स्मॉल एक्शन टीम कमांडर जागेश सलाम को कड़मे मुठभेड़ में ढेर करने का दावा सुरक्षाबलों ने किया था. जिसका खंडन करते हुए उत्तर बस्तर डीविजनल कमेटी के सचिव सुकदेव कौडों ने प्रेस नोट जारी किया है. नक्सलियों ने पर्चे में जिक्र किया है कि "सुरक्षाबलों का यह मुठभेड़ का दावा फर्जी है. सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दोनों नक्सलियों को नहीं मारा बल्कि उनका एनकाउंटर किया है. इसका जिम्मेदार विधायक अनूप नाग और कांग्रेस पार्टी है."Naxalites had encounter in Kanker

कड़मे मुठभेड़ को नक्सलियों ने बताया फर्जी,

नक्सलियों ने पर्चे में जिक्र किया है कि "उनके दो नक्सली साथी दर्शन और जागेश कुछ काम के चलते ब्रेहाबेड़ा निवासी मन्ना नुरूटी और लोहतर निवासी दशरू हुपोंडी के साथ जा रहे थे तभी चारों को रात करीब 10 से 11 बजे के आसपास पखांजुर और संगम के बीच रास्ते में किसी मुखबिर की सूचना पर अर्धसैनिक बल और डीआरजी के जवानों ने गिरफ्तार किया. दो नक्सलियों की मुठभेड़ में मौत नहीं हुई बल्कि पकड़कर गोली मारी गई है. " नक्सलियों ने दो ग्रामीणों मन्ना नुरूटी और दशरू हुपोंडी को तत्काल रिहा करने की मांग भी की है.

Naxalites issue press note calling Kanker encounter fake
नक्सलियों का प्रेस नोट

बौखलाहट में नक्सली मुठभेड़ को बताते हैं फर्जी: नक्सलियों के प्रेस नोट को लेकर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा कि " 30 अक्टूबर को पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई थी. जिसमें दो बड़े नक्सली कमांडर ढेर हुए थे. इस संबंध में नक्सलियों ने बौखलाहट में पर्चा जारी किया है. ऐसा वे हमेशा ही करते हैं. मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ करार देते हैं. ऐसा इस बार भी उन्होंने किया है. सर्चिंग के दौरान दो लोग हिरासत में लिए गए थे. उनके बारे में खुलासा हुआ है कि वे दोनों नक्सलियों के साथ मिलकर संघम सदस्य के रूप में काम करते हैं. उन्हें न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. "

कांकेर में सुरक्षा बलों और नक्सलियों में मुठभेड़, दो नक्सली ढेर

पुलिस नक्सली मुठभेड़ की मजिस्ट्रेट जांच: मामले में कलेक्टर प्रियंका शुक्ला ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. एसडीएम अंतागढ़ केएस पैकरा को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है. जो 15 दिन के अंदर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे.

सोमवार तड़के सुबह मुठभेड़ का दावा: कांकेर जिले में सिकसोड़ थाना क्षेत्र के कड़मे गांव के घने जंगल में सोमवार 31 अक्टूबर को तड़के सुबह पुलिस नक्सली के बीच मुठभेड़ हुई थी. डीआरजी और बीएसएफ 81 बटालियन के जवानों ने दो नक्सलियों को मार गिराया था. घटनास्थल से भारी संख्या में विस्फोटक भी बरामद किया गया. पुलिस ने मारे गए दो नक्सलियों की पहचान DVC सदस्य दर्शन पड्डा और दूसरे नक्सली जागेश सलाम के रूप में की थी. सुरक्षाबलों ने दोनों नक्सलियों के शव को बरामद करने के साथ भारी संख्या में हथियार भी बरामद किया था. कांकेर एसपी शलभ सिन्हा और बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने कांकेर में नक्सली मुठभेड़ की पुष्टि की थी.

Last Updated : Nov 4, 2022, 2:14 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.