नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस (delhi police) की क्राइम ब्रांच (crime branch) की टीम ने झारखंड और छत्तीसगढ़ के कुख्यात नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (PLFI) के कमांडर को गिरफ्तार कर लिया है. साल 2014 में जयपुर कोर्ट की जेल की दीवार तोड़कर भागे नक्सली संगठन PLFI के कमांडर की कई राज्यों की पुलिस को तलाश थी. PLFI कमांडर अनुराग राम उर्फ दलबीर उर्फ कुंदन सात साल से दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के कई इलाकों में छिपता फिर रहा था.
DCP राजेश देव ने बताया कि इसके दिल्ली में छिपे होने की गुप्त जानकारी मिली. जिस पर कार्रवाई के लिए इंस्पेक्टर नरेश सोलंकी की अगुवाई में SI कृष्ण कुमार और SI चंदन कुमार की टीम बनाई गई. 29 अक्टूबर को पुलिस टीम को आरोपी के ठिकाने के बारे में गुप्त सूचना मिली. इंस्पेक्टर नरेश सोलंकी के साथ SI कृष्ण कुमार, SI चंदन कुमार SI उदयवीर, हेड कॉन्स्टेबल दीपक, कॉन्स्टेबल घनश्याम, कॉन्स्टेबल ओम प्रकाश, कॉन्स्टेबल सयावीर और कॉन्स्टेबल धीरज की टीम ने धौला कुआं बस स्टैंड के पास ट्रैप लगाकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया.
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पूछताछ में आरोपी अनुराग ने बताया कि वह साल 2012 में नक्सली ग्रुप PLFI के सदस्यों के संपर्क में आया था. वहां से उसे हथियार मिले और वह लोगों से रंगदारी वसूलने लगा. उसकी अपने गांव के कुछ लोगों से दुश्मनी थी. इसलिए उसने अपने गांव के एक व्यक्ति को मारने के इरादे से उस पर फायरिंग भी की. वह अपने साथियों के साथ हथियारों से लैस होकर 26 फरवरी 2013 में एक व्यवसायी के घर में घुस गया और गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी देकर दो लाख रुपये की मांग की थी.
25 मई 2014 में अनुराग के खिलाफ झारखंड में गुमला के रायडीह थाने में केस दर्ज किया गया. बाद में इस मामले में वह गिरफ्तार कर लिया गया. जशपुर के एक मामले में उसे रिमांड पर छत्तीसगढ़ लाया गया. 26 मई 2014 में उसे सुनवाई के लिए जेल से जशपुर डिस्ट्रिक्ट कोर्ट लाया गया था. जहां से वह जेल की दीवार तोड़कर फरार हो गया था. फिलहाल दिल्ली पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कई धाराओं में केस दर्ज करके पूछताछ में जुटी है.