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छत्तीसगढ़ में लाल आतंक की खौफनाक साजिश, चुनाव के बाद नक्सल वारदात में आई तेजी, बस्तर में बढ़ा माओवादी उत्पात का ग्राफ

Naxalite conspiracy in assembly elections: छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव अब अंतिम चरण में है. 3 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे. वोटिंग की प्रक्रिया खत्म हो चुकी है. इस बीच ये देखने को मिला कि, विकास और वोटिंग के दुश्मन नक्सली अपनी नापाक साजिश को अंजाम देने में जोर शोर से जुटे हैं. चुनाव के दौर से नक्सली हिंसा का दौर जो शुरू हुआ है. वह लगातार बढ़ता जा रहा है.

naxalite incidents in chhattisgarh
छत्तीसगढ़ में लाल आतंक की खौफनाक साजिश
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Nov 24, 2023, 5:18 PM IST

बस्तर: छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद लाल आतंक की धमक देखने को मिल रही है. नक्सली अपने नापाक इरादों को अंजाम देने में जुटे हैं. हालांकि कई बार उनकी नापाक साजिश नाकाम हो गई, लेकिन कई बार उन्होंने छत्तीसगढ़ की धरती को लहुलूहान भी किया.

नक्सलियों की पैठ वाले जिले: नक्सलियों की नापाक हरकत जानने से पहले हम आपको ये बताते हैं कि, नक्सलियों की पैठ वाले प्रदेश में कितने जिले हैं. छत्तीसगढ़ में 33 जिले हैं. इनमें से छत्तीसगढ़ के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं. पहले उन जिलों का नाम बताते हैं.

  1. बस्तर
  2. दंतेवाड़ा
  3. कोंडागांव
  4. बालोद
  5. कवर्धा
  6. बलरामपुर
  7. बीजापुर
  8. कांकेर
  9. महासमुंद
  10. सुकमा
  11. गरियाबंद
  12. नारायणपुर
  13. धमतरी
  14. राजनांदगांव

चुनाव के दौरान खूनी खेल: चुनाव के दौरान अक्सर देखने को मिलता है कि, नक्सली वारदातों को अंजाम देते हैं. इस बार भी ऐसा हुआ. 24 नवंबर 2023 को नक्सलियों ने नारायणपुर के लौह अयस्क खदान को निशाना बनाया. आईईडी से धमाका किया, इस धमाके में दो मजदूर मौत की आगोश में चले गए. विस्फोट में एक मजदूर बुरी तरह से जख्मी हो गया. बता दें कि आमदई घाटी लौह अयस्क खदान का नक्सली शुरू से ही विरोध कर रहे हैं.

कांकेर में तबाही का सामान मिला: 24 नवंबर 2023 को नारायणपुर के अलावा नक्सलियों ने कांकेर के आमाबेड़ा में भी नापाक साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे. यहां पर वे सफल नहीं हो सके. सुरक्षा बलों से उनका सामना हो गया. नक्सली और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. जवानों की हिम्मत देख नक्सली पीठ दिखाकर भागने में ही अपनी भलाई समझे. मुठभेड़ की जगह से सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों ने एक देसी रॉकेट लॉन्चर बरामद किया.

कांकेर में बड़ी साजिश नाकाम: कोडरोंडा में एक रेलवे अंडर ब्रिज के नजदीक नक्सलियों ने ब्लास्ट के लिए आईईडी प्लांट कर रखा था. 23 नवंबर 2023 को नक्सली रेलवे और आम लोगों को निशाना पर लेने के मकसद से इसे प्लांट किया था. मगर सुरक्षाबलों ने तीन किलो के आईईडी को डिफ्यूज कर दिया.

दंतेवाड़ा में मिला टिफिन बम: किरंदुल में जवानों ने 23 नवंबर 2023 को लाल आतंक के मंसूबों पर पानी फेर दिया. सुकमा बॉर्डर के बड़ेपल्ली और परलगट्टा के जंगली और पहाड़ी इलाकों से भारी मात्रा में विस्फोटक मिला. इसे नक्सलियों ने डंप करके रखा था. इसके अलावा पुलिस और नक्सलियों के बीच फायरिंग भी हुई. किरंदुल में जवानों ने चार टिफिन बम को डिफ्यूज किया.

बस्तर के रास्ते में बिछाया मौत का जाल: 22 नवंबर 2023 को धोबी घाट और लोहा गांव के रास्ते में नक्सलियों ने मौत का जाल बिछाया. रास्ते में आईईडी का लगाकर रखा था. गनीमत रही कि, हादसा होने से पहले इसे निष्क्रिय कर दिया गया. 22 नवंबर 2023 को ही दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने बड़ा धमाका किया. अरनपुर में आईई़डी ब्लास्ट किया. इसकी चपेट में दो जवान आ गए.

बॉर्डर पर मिला विस्फोटकों का जखीरा: 22 नवंबर को सुकमा-ओडिशा बॉर्डर पर 6 IED मिले. सुकमा और मलकानगिरी में नक्सलियों ने तबाही की साजिश रची, लेकिन वक्त रहते उस पर जवानों ने पानी फेर दिया. इस इलाके में जब सर्च अभियान चलाया गया तो देसी बंदूक, जिलेटिन और आईईडी मिला.

नक्सली वोट बहिष्कार की बात करते हैं. इसीलिए चुनाव के वक्त उनकी खूनी साजिश और खौफनाक हो जाती है.

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में बड़ी नक्सली वारदात, IED ब्लास्ट में 2 मजदूरों की मौत, 1 गंभीर
कांकेर के आमाबेड़ा में पुलिस नक्सली मुठभेड़, जवानों से डरकर भागे नक्सली, मौके से देसी रॉकेट लॉन्चर बरामद
दंतेवाड़ा में नक्सलियों की नापाक साजिश नाकाम, किरंदुल में मिला तबाही का सामान

बस्तर: छत्तीसगढ़ में चुनाव के दौरान और चुनाव के बाद लाल आतंक की धमक देखने को मिल रही है. नक्सली अपने नापाक इरादों को अंजाम देने में जुटे हैं. हालांकि कई बार उनकी नापाक साजिश नाकाम हो गई, लेकिन कई बार उन्होंने छत्तीसगढ़ की धरती को लहुलूहान भी किया.

नक्सलियों की पैठ वाले जिले: नक्सलियों की नापाक हरकत जानने से पहले हम आपको ये बताते हैं कि, नक्सलियों की पैठ वाले प्रदेश में कितने जिले हैं. छत्तीसगढ़ में 33 जिले हैं. इनमें से छत्तीसगढ़ के 14 जिले नक्सल प्रभावित हैं. पहले उन जिलों का नाम बताते हैं.

  1. बस्तर
  2. दंतेवाड़ा
  3. कोंडागांव
  4. बालोद
  5. कवर्धा
  6. बलरामपुर
  7. बीजापुर
  8. कांकेर
  9. महासमुंद
  10. सुकमा
  11. गरियाबंद
  12. नारायणपुर
  13. धमतरी
  14. राजनांदगांव

चुनाव के दौरान खूनी खेल: चुनाव के दौरान अक्सर देखने को मिलता है कि, नक्सली वारदातों को अंजाम देते हैं. इस बार भी ऐसा हुआ. 24 नवंबर 2023 को नक्सलियों ने नारायणपुर के लौह अयस्क खदान को निशाना बनाया. आईईडी से धमाका किया, इस धमाके में दो मजदूर मौत की आगोश में चले गए. विस्फोट में एक मजदूर बुरी तरह से जख्मी हो गया. बता दें कि आमदई घाटी लौह अयस्क खदान का नक्सली शुरू से ही विरोध कर रहे हैं.

कांकेर में तबाही का सामान मिला: 24 नवंबर 2023 को नारायणपुर के अलावा नक्सलियों ने कांकेर के आमाबेड़ा में भी नापाक साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे. यहां पर वे सफल नहीं हो सके. सुरक्षा बलों से उनका सामना हो गया. नक्सली और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई. जवानों की हिम्मत देख नक्सली पीठ दिखाकर भागने में ही अपनी भलाई समझे. मुठभेड़ की जगह से सर्च ऑपरेशन के दौरान जवानों ने एक देसी रॉकेट लॉन्चर बरामद किया.

कांकेर में बड़ी साजिश नाकाम: कोडरोंडा में एक रेलवे अंडर ब्रिज के नजदीक नक्सलियों ने ब्लास्ट के लिए आईईडी प्लांट कर रखा था. 23 नवंबर 2023 को नक्सली रेलवे और आम लोगों को निशाना पर लेने के मकसद से इसे प्लांट किया था. मगर सुरक्षाबलों ने तीन किलो के आईईडी को डिफ्यूज कर दिया.

दंतेवाड़ा में मिला टिफिन बम: किरंदुल में जवानों ने 23 नवंबर 2023 को लाल आतंक के मंसूबों पर पानी फेर दिया. सुकमा बॉर्डर के बड़ेपल्ली और परलगट्टा के जंगली और पहाड़ी इलाकों से भारी मात्रा में विस्फोटक मिला. इसे नक्सलियों ने डंप करके रखा था. इसके अलावा पुलिस और नक्सलियों के बीच फायरिंग भी हुई. किरंदुल में जवानों ने चार टिफिन बम को डिफ्यूज किया.

बस्तर के रास्ते में बिछाया मौत का जाल: 22 नवंबर 2023 को धोबी घाट और लोहा गांव के रास्ते में नक्सलियों ने मौत का जाल बिछाया. रास्ते में आईईडी का लगाकर रखा था. गनीमत रही कि, हादसा होने से पहले इसे निष्क्रिय कर दिया गया. 22 नवंबर 2023 को ही दंतेवाड़ा में नक्सलियों ने बड़ा धमाका किया. अरनपुर में आईई़डी ब्लास्ट किया. इसकी चपेट में दो जवान आ गए.

बॉर्डर पर मिला विस्फोटकों का जखीरा: 22 नवंबर को सुकमा-ओडिशा बॉर्डर पर 6 IED मिले. सुकमा और मलकानगिरी में नक्सलियों ने तबाही की साजिश रची, लेकिन वक्त रहते उस पर जवानों ने पानी फेर दिया. इस इलाके में जब सर्च अभियान चलाया गया तो देसी बंदूक, जिलेटिन और आईईडी मिला.

नक्सली वोट बहिष्कार की बात करते हैं. इसीलिए चुनाव के वक्त उनकी खूनी साजिश और खौफनाक हो जाती है.

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में बड़ी नक्सली वारदात, IED ब्लास्ट में 2 मजदूरों की मौत, 1 गंभीर
कांकेर के आमाबेड़ा में पुलिस नक्सली मुठभेड़, जवानों से डरकर भागे नक्सली, मौके से देसी रॉकेट लॉन्चर बरामद
दंतेवाड़ा में नक्सलियों की नापाक साजिश नाकाम, किरंदुल में मिला तबाही का सामान
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