रायपुर : छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षा बलों के एक बस को मंगलवार को उड़ा दिया. इस हमले में पांच जवान शहीद हो गए, जबकि 14 घायल हुए हैं.
बस्तर क्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी. ने बताया कि नारायणपुर जिले के धौड़ाई थाना क्षेत्र के अंतर्गत कन्हरगांव-कड़ेनार मार्ग पर नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर सुरक्षा बलों की बस को उड़ा दिया है. हमले में वाहन चालक समेत पांच जवान शहीद हो गए, जबकि 19 अन्य घायल हो गए. घायलों में सात की हालत गंभीर बताई जा रही है.
शहीद होने वाले जवान
- प्रधान आरक्षक पवन मंडावी
- प्रधान आरक्षक जयलाल उइके
- आरक्षक केवक सलाम
- आरक्षक चालक करन देहरी
- सहायक आरक्षक विजय पटेल
कब हुआ हमला
स्पेशल डीजी अशोक जुनेजा ने बताया कि दंतेवाड़ा-नारायणपुर में एक नक्सली विरोध अभियान चल रहा था. सभी पार्टी सकुशल अपने कैंप पर लौट गए थे.
शाम 4:15 बजे डीआरजी की पार्टी नारायणपुर कैंप की तरफ वापस जा रही थी. रास्ते में कडेनार और कन्हारगांव के बीच तीन किलोमीटर दूर एक पुलिया है. यहां तीन ब्लास्ट हुए.
ब्लास्ट में जवानों से भरी बस चपेट में आ गई. हमला इतना जोरदार था कि बस के परखच्चे उड़ गए. बस सीधे पुल के नीचे जा गिरी. हमले में तीन जवान मौके पर ही शहीद हो गए. हमले में घायल दो और जवानों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. तीन जवानों की हालत ज्यादा गंभीर बताई जा रही है. गंभीर रूप से घायल सात जवानों को रायपुर के रामकृष्ण केयर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना की जानकारी मिलने के बाद अतिरिक्त सुरक्षा बल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया तथा घायलों को वहां से निकाला गया. घायलों को बेहतर इलाज के लिए हेलीकॉप्टर से रायपुर भेजा जा रहा है.
बस्तर रेंज के आईजी ने बताया कि सभी DRG (District Reserve Guard) जवान कडेनार इलाके में सर्चिंग के बाद वापस लौट रहे थे. तभी नक्सलियों ने कच्ची सड़क में यह ब्लास्ट किया है. नक्सलियो ने ब्लास्ट के लिए 50 किलो से ज्यादा बारूद का इस्तेमाल किया है. ब्लास्ट हुए जगह पर 4 फिट गड्ढा होने के साथ बस के परखच्चे उड़ गए हैं.
नक्सलियों की हताशा का परिणाम
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों द्वारा जवानों की बस को ब्लास्ट कर उड़ाने की घटना की कड़ी निंदा की है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शहीद जवानों और वाहन चालक आरक्षक के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट करते हुए कहा है कि सुरक्षा बलों की लगातार की जा रही कार्रवाई से नक्सलियों के पैर उखड़ने लगे हैं. यह घटना नक्सलियों की हताशा का परिणाम है.
उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षा बलों का अभियान और तेज होगा. मुख्यमंत्री ने इस घटना में घायल जवानों को बेहतर से बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं. साथ ही उन्होंने प्रदेश के पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी को घटना की पूरी जानकारी लेकर सभी आवश्यक कदम शीघ्र उठाने के निर्देश दिए हैं.
राज्यपाल ने जताया दुख
राज्यपाल अनुसुइया उइके ने भी नारायणपुर नक्सली हमले में शहीद हुए जवानों के प्रति दुख जताया है. उन्होंने ट्वीट कर शहीदों के परिजनों को सांत्वना देते हुए घायल जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है.
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छत्तीसगढ़ में बीते एक वर्ष के दौरान नक्सलियों ने डीआरजी के जवानों पर यह दूसरा बड़ा हमला किया है. इससे पहले पिछले वर्ष 21 मार्च को नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया था. इस हमले में डीआरजी के 12 जवानों समेत 17 जवान शहीद हो गए थे.
राज्य के नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र के जिलों में डीआरजी के जवान तैनात हैं. डीआरजी के जवान स्थानीय युवक हैं तथा क्षेत्र से परिचित हैं. पिछले कुछ वर्षों में नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में डीआरजी के जवानों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.