नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने गुरुवार को क्षेत्र में सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में क्षेत्रीय समूह कोलंबो सुरक्षा सम्मेलन (सीएससी) के महत्व को रेखांकित किया. उन्होंने मॉरीशस में सीएससी की छठी एनएसए-स्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की.
भारत, मालदीव, मॉरीशस और श्रीलंका, सीएससी के सदस्य देश हैं. बांग्लादेश और सेशेल्स सीएससी में पर्यवेक्षक हैं. मॉरीशस में भारतीय उच्चायोग ने सोशल मीडिया एक्स पर कहा कि 'भारत, मॉरीशस और श्रीलंका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारों के साथ-साथ सेशेल्स और बांग्लादेश के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को मॉरीशस में सीएससी की छठी एनएसए-स्तरीय बैठक में भाग लिया.'
भारतीय उच्चायोग ने कहा कि 'अपने संबोधन में, एनएसए अजीत डोभाल ने क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता सुनिश्चित करने में सीएससी की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया और सहयोग के विभिन्न स्तरों के तहत निरंतर जुड़ाव के महत्व पर प्रकाश डाला. सदस्यों ने 2024 के लिए गतिविधियों के रोडमैप पर भी सहमति व्यक्त की.'
समझा जाता है कि बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा परिदृश्यों और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के तौर-तरीकों की समीक्षा की गई. सहयोग के विभिन्न स्तंभों में निरंतर जुड़ाव के महत्व पर प्रकाश डालते हुए, डोभाल ने हिंद महासागर क्षेत्र में पारंपरिक, गैर-पारंपरिक और उभरती मिश्रित चुनौतियों से निपटने में सामूहिक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया.