जयपुर. राजस्थान में महिला और बच्चियों से दुष्कर्म के मामलों में गहलोत सरकार चौतरफा घिरती जा रही है. सदन से सड़क तक दुष्कर्म के मामलों को लेकर सियासी पारा गर्म है. इस बीच सोमवार को जयपुर आईं राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने भी प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. नादौती के दौरे पर गईं आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने घटना के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि पीड़ित परिवार की समय पर रिपोर्ट दर्ज हो जाती और पुलिस जांच शुरू कर देती तो शायद ये घटना नहीं होती. इस मौके पर भाजपा महिला विधायकों और ने प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर उन्हें ज्ञापन सौंपा.
सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में हो : आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा ने कहा कि करौली जिले के नादौती में दलित युवती की हत्या कर कुएं में शव फेंकने के घटनाक्रम में पीड़ित परिवार की शिकायत पहले तो पुलिस ने दर्ज ही नहीं की, जिसके चलते युवती को ढूंढने में देरी हुई. 30 घंटे बाद फिर युवती का शव मिला. युवती के साथ गैंगरेप की भी आशंका है, जिसके बाद गोली मारकर उसकी हत्या कर दी गई.
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कमजोर पैरवी के कारण बच जाते हैं आरोपी : आयोग अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने करौली पुलिस अधीक्षक से इस मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए आरोपियों को सख्त और जल्द सजा दिलवाने को कहा है. सरकार इसमें निर्देशित करें कि चार्जशीट मजबूत पेश हो ताकि आरोपी के बचने की सम्भावना नहीं रहे. उन्होंने कहा कि अक्सर देखा जाता है कि कमजोर पैरवी और चार्जशीट के चलते आरोपी बच निकलते हैं. उन्होंने जोधपुर, बीकानेर सहित अन्य जिलों में हुई घटनाओं पर गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि पुलिस महिला सुरक्षा को लेकर गंभीर नहीं है.
भाजपा नेत्रियों ने दिया ज्ञापन : इस दौरान जयपुर में राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष रेखा शर्मा को भाजपा महिला विधायकों और बीजेपी पार्टी से जुड़ी महिला प्रतिनिधियों ने राजस्थान में पिछले दिनों घटित हुई महिला उत्पीड़न और बलात्कार की घटनाओं को लेकर ज्ञापन सौंपा. प्रतिनिधिमंडल में शामिल महिला नेत्रियों ने यह भी कहा कि राजस्थान में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. भाजपा विधायक अनिता भदेल ने बताया कि हमने राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष से मुलाकात कर राजस्थान की स्थिति से अवगत कराया है. आज राजस्थान में स्थिति यह है कि पीड़ित परिवार की शिकायत तक पुलिस थानों में दर्ज नहीं की जाती.
प्रदेश भर की महिलाओं में रोष : राजस्थान राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुमन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस की गहलोत सरकार ने पिछले पौने पांच सालों में प्रदेश की महिलाओं, बहन-बेटियों के प्रति लापरवाह नीतियां अपनाई है. प्रदेश में महिलाओं के प्रति अपराध चरम पर है और महिलाएं अपने आप को असुरक्षित महसूस नहीं कर रही है.आए दिन बढ़ते रेप और अत्याचार के मामले और सोती हुई कांग्रेस सरकार की निर्मम नीतियों के कारण प्रदेश भर की महिलाओं में रोष है.
सीएम की FIR की बात से अलग हैं आंकड़े : भाजपा महिला मोर्चा राजस्थान की प्रदेश अध्यक्ष रक्षा भंडारी ने कहा कि आज राजस्थान में महिला उत्पीड़न में जो स्थिति है वह किसी से छुपी हुई नहीं है. इसी ओर हमने राष्ट्रीय महिला आयोग अध्यक्ष का ध्यान आकर्षित किया है. मुख्यमंत्री भले ही राजस्थान में अनिवार्य FIR पंजीकरण की बात कहते हैं, लेकिन जो आंकड़े महिला उत्पीड़न के सामने आ रहे हैं वह चौंकाने वाले हैं.