नासिक: पुलिस द्वारा दर्ज की गई एक शिकायत के अनुसार आरोपी निदेशक हर्षल बालकृष्ण मोरे ने ज्ञानदीप आश्रम की 13 नाबालिग लड़कियों को ब्लैकमेल किया. जो नासिक के म्हसरूल इलाके में एक घर में किराये पर रहती थी. अब तक वह बस्ती की छह नाबालिग लड़कियों को प्रताड़ित कर चुका है. समाज सेवा के नाम पर हर्षल बालकृष्ण मोरे ने मानवता को शर्मसार किया. गुरुवार को एक पीड़ित लड़की की तहरीर पर पुलिस ने हर्षल को पकड़ा.
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आश्रम में अन्य बच्चियों से पता चला कि 5 और बच्चियों को भी प्रताड़ित किया जा रहा था. फिलहाल पुलिस ने आरोपी हर्षल के खिलाफ दुष्कर्म, पॉक्सो, ज्यादती के मामले दर्ज किए हैं. बताया जा रहा है कि हर्षल सत्संग के नाम पर पीड़ित नाबालिग लड़कियों को बार-बार आधार आश्रम से सतना वीरगांव ले जाया करता था. पीड़िताओं के बयान के मुताबिक, वह वहां बच्चियों को नहलाते समय अपने मोबाइल फोन से फोटो और वीडियो शूट करता था.
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हर्षल आश्रम चलाने के लिए विभिन्न दानदाताओं से इंस्टाग्राम, फेसबुक और सोशल मीडिया का भी इस्तेमाल किया करता था. महिला एवं बाल विकास मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने महिला एवं बाल विकास विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिया है कि नासिक के अनाथालय के निदेशक द्वारा 6 नाबालिग बच्चियों के यौन उत्पीड़न के मामले की जांच के लिए तुरंत एक समिति गठित करें और एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें. विभाग को 7 दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है. 27 नवंबर को एक अखबार ने खबर दी कि नासिक में एक अनाथालय के निदेशक ने 6 नाबालिग लड़कियों का यौन शोषण. जिसके बाद मामला काफी चर्चा में आ गया.
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