अलीबाग : केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे तबीयत खराब होने के कारण रायगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में सोमवार को पेश नहीं हुए.
राणे के वकील संदेश चिकने स्थानीय अपराध शाखा के निरीक्षक दयानंद गावड़े के कार्यालय में राणे की ओर से पेश हुए. उन्होंने पुलिस को बताया कि राणे की तबीयत ठीक नहीं है, इसलिए वह नहीं आ पाएंगे.
राणे के वकील स्थानीय अपराध शाखा कार्यालय पहुंचे. वकील संदेश चिकने ने एलसीबी के पुलिस निरीक्षक दयानंद गावड़े से मुलाकात की और राणे का पक्ष रखा. साथ ही उन्होंने मेडिकल रिपोर्ट भी सौंपी.
गावड़े ने बताया कि सोमवार को सुबह पुलिस अधीक्षक के कार्यालय के बाहर, राणे के आने की संभावना को देखते हुए पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई थी. स्थिति अब सामान्य है. चिकने के साथ भाजपा के स्थानीय नेता भी कार्यालय पहुंचे थे.
गौरतलब है कि केन्द्रीय मंत्री नारायण राणे ने दावा किया था स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यह भूल गए कि देश की आजादी को कितने साल हुए हैं. उन्होंने कहा था, मैं वहां होता तो उन्हें एक जोरदार थप्पड़ मारता. इसके बाद मामले में उन्हें गत मंगलवार को गिरफ्तार किया गया था, हालांकि उसी रात रायगढ़ जिले के महाड की एक अदालत से उन्हें जमानत मिल गई थी.
अदालत ने जमानत याचिका पर सुनवाई के बाद 15 हजार रुपये के मुचलके पर राणे को जमानत दे दी थी और उन्हें 30 अगस्त और 13 सितम्बर को पुलिस अधीक्षक अलीबाग (रायगढ़) के कार्यालय में हाजिरी लगाने का निर्देश दिया था.
महाड में राणे के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 189 (लोकसेवक को नुकसान पहुंचाने की धमकी देने) और धारा 504 (शांति भंग करने के लिए जानबूझकर अपमान करना) तथा धारा 505 (सार्वजनिक तौर पर शरारत से संबंधित बयान) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
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राणे के खिलाफ इस मामले में महाराष्ट्र में कुल चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.
(पीटीआई-भाषा)