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पटना जू में बाघिन संगीता के 4 शावकों को CM नीतीश ने दिया नाम- मगध, केसरी, विक्रम और रानी

पटना जू में विश्व बाघ दिवस (World Tiger Day) के मौके पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया. चार शावकों का नामकरण किया गया. इनका नाम सीएम नीतीश कुमार ने रखा है. कार्यक्रम में मौजूद वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज कुमार सिंह (Minister Neeraj Kumar Singh) ने कहा कि पटना जू में बाघों की संख्या बढ़कर 9 हो गई है.

Patna Zoo
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Published : Jul 29, 2022, 7:44 PM IST

पटना: आज विश्व बाघ दिवस है. इस अवसर पर पटना जू (Patna Zoo) में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पटना जू में 2 महीने पहले जन्मे चार बाघ के शावकों का नामकरण (Naming Of Four Cubs At Patna Zoo ) किया गया. चार बाघ शावकों में तीन शावक नर हैं जबकि एक शावक मादा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने इन बाघ शावकों का नाम विक्रम, केसरी , मगध और रानी रखा गया है. इस मौके पर वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज सिंह ने कहा कि भारत में खासकर बिहार में बाघों की संख्या बढ़ रही है.

पढ़ें- World Tiger Day 2022: बिहार के लिए खुशखबरी, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ी बाघों की संख्या

पटना जू के चार शावकों का नामकरण: इससे पहले पटना जू में कुल 5 बाघ थे जिसमे सिर्फ एक नर बाघ है जिसका नाम नकुल रखा गया है. उसकी उम्र 8 साल है. अब पटना जू में नर बाघों की संख्या 4 हो गयी है जबकि 5 की संख्या में यहां मादा बाघ हैं. वर्ल्ड टाइगर डे पर बाघिन संगीता के चार शावकों का नाम रखा गया.

बाघों की संख्या में पटना जू का स्थान पांचवां: बता दें कि बाघिन संगीता को वर्ष 2019 में जानवरों के अदला बदली नियम के अनुसार चेन्नैई जू से पटना जू लाया गया था. संगीता का जन्म वर्ष 2014 में चेन्नैई जू में हुआ था. चारों शावक बिल्कुल स्वस्थ्य हैं. पटना जू देश का 5वां जू बन गया है जहां बाघों की संख्या 9 तक पहुंच गयी है. देश मे सबसे ज्यादा बाघ नन्दनकानन जू में है, यहां बाघों की कुल संख्या 30 है. उसके बाद दूसरे नंबर पर नई दिल्ली जू है जहां 18 बाघ हैं. तीसरे नंबर पर चेन्नैई जू है जहां 12 बाघ हैं. चौथे नंबर पर भोपाल का जू है जहां बाघों की संख्या 11 है. वहीं पटना जू पांचवे नंबर पर आ गया है जहां बाघों की संख्या 9 हो गयी है.

CM ने रखा नन्हें मेहमानों का नाम: वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि आज बहुत खुशी की बात है कि पटना जू में 4 नए बाघ शावकों का हमने नामकरण किया है जिसमें एक मादा और तीन नर शावक हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुझाव से ही इन चारों बाघों का नाम रखा गया है.

"जब बाघिन बच्चों को जन्म देती है तो माना जाता है कि उसमें से कुछ ही बच्चे जिंदा रह पाते हैं लेकिन पहली बार ऐसा देखा गया है कि संगीता नाम की बाघिन के चारों बच्चे स्वस्थ हैं. यही कारण है कि आज विश्व बाघ दिवस के अवसर पर हमने उनका नामकरण किया है. बाघ ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित हो सके इसको लेकर पटना सहित बिहार के कई जगहों पर इसकी व्यवस्था की गई है."- नीरज कुमार सिंह , वन एवं पर्यावरण मंत्री

बिहार में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी: उन्होंने कहा कि बिहार में भी बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कैमूर में भी कुछ दिन पहले बाघ देखा गया था. वहां भी बाघ संरक्षण केंद्र खोलने का काम शुरू कर दिया गया है. ज्यादा से ज्यादा संख्या में बाघ बिहार में हो इसको लेकर विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. बाघों का शिकार न हो उन्हें संरक्षित किया जा सके इसको लेकर इनक्लोजर निर्माण किस तरह करवाया जाए यह वन विभाग लगातार कर रहा है. मंत्री ने पटना जू में जिराफ के दो नए शावक का भी नामकरण कर उन्हें दर्शक एरिया में छोड़ा है. विश्व बाघ दिसव के मौके पर पटना जू में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री के अलावा पटना जू के निदेशक सत्यजीत सिंह सहित वन विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहे.

पटना: आज विश्व बाघ दिवस है. इस अवसर पर पटना जू (Patna Zoo) में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. पटना जू में 2 महीने पहले जन्मे चार बाघ के शावकों का नामकरण (Naming Of Four Cubs At Patna Zoo ) किया गया. चार बाघ शावकों में तीन शावक नर हैं जबकि एक शावक मादा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) ने इन बाघ शावकों का नाम विक्रम, केसरी , मगध और रानी रखा गया है. इस मौके पर वन एवं पर्यावरण मंत्री नीरज सिंह ने कहा कि भारत में खासकर बिहार में बाघों की संख्या बढ़ रही है.

पढ़ें- World Tiger Day 2022: बिहार के लिए खुशखबरी, वाल्मीकि टाइगर रिजर्व में बढ़ी बाघों की संख्या

पटना जू के चार शावकों का नामकरण: इससे पहले पटना जू में कुल 5 बाघ थे जिसमे सिर्फ एक नर बाघ है जिसका नाम नकुल रखा गया है. उसकी उम्र 8 साल है. अब पटना जू में नर बाघों की संख्या 4 हो गयी है जबकि 5 की संख्या में यहां मादा बाघ हैं. वर्ल्ड टाइगर डे पर बाघिन संगीता के चार शावकों का नाम रखा गया.

बाघों की संख्या में पटना जू का स्थान पांचवां: बता दें कि बाघिन संगीता को वर्ष 2019 में जानवरों के अदला बदली नियम के अनुसार चेन्नैई जू से पटना जू लाया गया था. संगीता का जन्म वर्ष 2014 में चेन्नैई जू में हुआ था. चारों शावक बिल्कुल स्वस्थ्य हैं. पटना जू देश का 5वां जू बन गया है जहां बाघों की संख्या 9 तक पहुंच गयी है. देश मे सबसे ज्यादा बाघ नन्दनकानन जू में है, यहां बाघों की कुल संख्या 30 है. उसके बाद दूसरे नंबर पर नई दिल्ली जू है जहां 18 बाघ हैं. तीसरे नंबर पर चेन्नैई जू है जहां 12 बाघ हैं. चौथे नंबर पर भोपाल का जू है जहां बाघों की संख्या 11 है. वहीं पटना जू पांचवे नंबर पर आ गया है जहां बाघों की संख्या 9 हो गयी है.

CM ने रखा नन्हें मेहमानों का नाम: वन पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री नीरज कुमार सिंह ने कहा कि आज बहुत खुशी की बात है कि पटना जू में 4 नए बाघ शावकों का हमने नामकरण किया है जिसमें एक मादा और तीन नर शावक हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सुझाव से ही इन चारों बाघों का नाम रखा गया है.

"जब बाघिन बच्चों को जन्म देती है तो माना जाता है कि उसमें से कुछ ही बच्चे जिंदा रह पाते हैं लेकिन पहली बार ऐसा देखा गया है कि संगीता नाम की बाघिन के चारों बच्चे स्वस्थ हैं. यही कारण है कि आज विश्व बाघ दिवस के अवसर पर हमने उनका नामकरण किया है. बाघ ज्यादा से ज्यादा सुरक्षित हो सके इसको लेकर पटना सहित बिहार के कई जगहों पर इसकी व्यवस्था की गई है."- नीरज कुमार सिंह , वन एवं पर्यावरण मंत्री

बिहार में बाघों की संख्या में बढ़ोतरी: उन्होंने कहा कि बिहार में भी बाघों की संख्या लगातार बढ़ रही है. कैमूर में भी कुछ दिन पहले बाघ देखा गया था. वहां भी बाघ संरक्षण केंद्र खोलने का काम शुरू कर दिया गया है. ज्यादा से ज्यादा संख्या में बाघ बिहार में हो इसको लेकर विभाग लगातार प्रयास कर रहा है. बाघों का शिकार न हो उन्हें संरक्षित किया जा सके इसको लेकर इनक्लोजर निर्माण किस तरह करवाया जाए यह वन विभाग लगातार कर रहा है. मंत्री ने पटना जू में जिराफ के दो नए शावक का भी नामकरण कर उन्हें दर्शक एरिया में छोड़ा है. विश्व बाघ दिसव के मौके पर पटना जू में आयोजित कार्यक्रम में मंत्री के अलावा पटना जू के निदेशक सत्यजीत सिंह सहित वन विभाग के कई अधिकारी भी मौजूद रहे.

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