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मल्टीकॉप्टर ड्रोन ने कोविड टीकों को सफलतापूर्वक हेल्थ सेंटर तक पहुंचाया

कर्नाटक में विशेष रूप से तैयार एनएएल के मल्टीकॉप्टर ड्रोन ने कोविड-19 टीकों को सफलतापूर्वक गनतव्य तक पहुंचाया. इसकी सफलता से डॉक्टरों में खासा उत्साह देखा गया.

मल्टीकॉप्टर ड्रोन ने कोविड टीकों को सफलतापूर्वक पहुंचाया
मल्टीकॉप्टर ड्रोन ने कोविड टीकों को सफलतापूर्वक पहुंचाया
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Published : Nov 13, 2021, 5:02 PM IST

बेंगलुरु: सीएसआईआर के नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (एनएएल) ने मध्यम श्रेणी के बीवीएलओएस मल्टीकॉप्टर यूएवी(UAV) की मदद से कोविड-19 वैक्सीन की 50 शीशियों को बेंगलुरु के बाहरी इलाके में सफलतापूर्वक पहुंचाया. ऑक्टाकॉप्टर ने 13 नवंबर 2021 को चंदपुरा पीएचसी से हरगड्डे प्राइमरी हेल्थ सेंटर(PHC) तक एक विशेष कंटेनर में सीरिंज के साथ-साथ कोविड -19 टीकों की 50 शीशियों को सफलतापूर्वक वितरण किया. एनएएल के ऑक्टाकॉप्टर ने चंदपुरा पीएचसी से सुबह 9.43 बजे कोविड-19 टीके लेकर उड़ान भरी और हरगड्डे पीएचसी में सुबह 9.53 बजे पहुंचकर इसे वितरित किया.

ऑक्टाकॉप्टर को 300 मीटर की ऊंचाई पर उड़ाया गया. इसने 10 मीटर/सेकेंड की रफ्तार से लगभग 10 मिनट में करीब 7 किमी की हवाई दूरी तय की. हरगड्डे में टीकों की डिलीवरी के बाद, ऑक्टाकॉप्टर वापस चंदपुरा पीएचसी लौट आया. पूरे मिशन में 20 मिनट में लगभग 14 किमी की दूरी तय की है.
चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीषा ने बताया कि आमतौर पर सड़क मार्ग से चांदपुरा से हरगड्डे तक वैक्सीन पहुंचाने में करीब 30-40 मिनट का समय लगता है. पीएचसी के डॉक्टर टीकों के तेज और सुरक्षित हवाई वितरण के प्रदर्शन को देखकर प्रसन्न हुए.

मल्टीकॉप्टर ड्रोन

इसे भी पढ़ें- आईटीआई के छात्रों ने इलेक्ट्रॉनिक कचरे से बनाया रोबोट

एनएएल ने कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के साथ मिलकर दूरदराज के क्षेत्रों में कोविड -19 वैक्सीन की हवाई डिलीवरी के लिए काम किया. इस यूएवी का निर्माण इस तरह से किया गया है कि यह आसानी से सामानों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचा सके. इसमें उन्नत उड़ान इंस्ट्रूमेंटेशन सिस्टम भी लगाए गये हैं. सीएसआईआर-एनएएल यूएवी के प्रमुख डॉ वी सत्यनारायण मूर्ति ने अपनी टीम को बधाई देते हुए कहा है कि टीकों की डिलीवरी के लिए ऑक्टाकॉप्टर देश के समय की जरूरत है ताकि दूरदराज के क्षेत्रों में टीकों को आसानी से पहुंचायी जा सके.

एनएएल ऑक्टाकॉप्टर को ऐसे मिशन के लिए डिजाइन किया गया है जिसे बिना प्रशिक्षण पाए ऑपरेटरों भी आसानी से इसे संचालित कर सकें. एनएएल पहले ही ड्रोन निर्माण और परिचालन सेवाओं की पेशकश के लिए निजी फर्मों के साथ करार कर चुका है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 13 सितंबर 2021 को बीवीएलओएस उड़ान परीक्षण करने के लिए सीएसआईआर-एनएएल को सशर्त अनुमति दी है. एनएएल का ऑक्टाकॉप्टर 15 किलोग्राम का पेलोड के साथ 40 मिनट आसमान में मंडरा सकता है. यह 500 मीटर की ऊंचाई पर अधिकतम 36 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.

एनएएल ऑक्टाकॉप्टर कृषि कीटनाशक छिड़काव, फसल निगरानी, खनन सर्वेक्षण, चुंबकीय भू सर्वेक्षण मानचित्रण जैसे बहुमुखी अनुप्रयोगों के लिए एक शक्तिशाली ऑनबोर्ड एम्बेडेड कंप्यूटर और नवीनतम पीढ़ी के सेंसर से लैश है.

बेंगलुरु: सीएसआईआर के नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (एनएएल) ने मध्यम श्रेणी के बीवीएलओएस मल्टीकॉप्टर यूएवी(UAV) की मदद से कोविड-19 वैक्सीन की 50 शीशियों को बेंगलुरु के बाहरी इलाके में सफलतापूर्वक पहुंचाया. ऑक्टाकॉप्टर ने 13 नवंबर 2021 को चंदपुरा पीएचसी से हरगड्डे प्राइमरी हेल्थ सेंटर(PHC) तक एक विशेष कंटेनर में सीरिंज के साथ-साथ कोविड -19 टीकों की 50 शीशियों को सफलतापूर्वक वितरण किया. एनएएल के ऑक्टाकॉप्टर ने चंदपुरा पीएचसी से सुबह 9.43 बजे कोविड-19 टीके लेकर उड़ान भरी और हरगड्डे पीएचसी में सुबह 9.53 बजे पहुंचकर इसे वितरित किया.

ऑक्टाकॉप्टर को 300 मीटर की ऊंचाई पर उड़ाया गया. इसने 10 मीटर/सेकेंड की रफ्तार से लगभग 10 मिनट में करीब 7 किमी की हवाई दूरी तय की. हरगड्डे में टीकों की डिलीवरी के बाद, ऑक्टाकॉप्टर वापस चंदपुरा पीएचसी लौट आया. पूरे मिशन में 20 मिनट में लगभग 14 किमी की दूरी तय की है.
चिकित्सा अधिकारी डॉ मनीषा ने बताया कि आमतौर पर सड़क मार्ग से चांदपुरा से हरगड्डे तक वैक्सीन पहुंचाने में करीब 30-40 मिनट का समय लगता है. पीएचसी के डॉक्टर टीकों के तेज और सुरक्षित हवाई वितरण के प्रदर्शन को देखकर प्रसन्न हुए.

मल्टीकॉप्टर ड्रोन

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एनएएल ने कर्नाटक सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के साथ मिलकर दूरदराज के क्षेत्रों में कोविड -19 वैक्सीन की हवाई डिलीवरी के लिए काम किया. इस यूएवी का निर्माण इस तरह से किया गया है कि यह आसानी से सामानों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचा सके. इसमें उन्नत उड़ान इंस्ट्रूमेंटेशन सिस्टम भी लगाए गये हैं. सीएसआईआर-एनएएल यूएवी के प्रमुख डॉ वी सत्यनारायण मूर्ति ने अपनी टीम को बधाई देते हुए कहा है कि टीकों की डिलीवरी के लिए ऑक्टाकॉप्टर देश के समय की जरूरत है ताकि दूरदराज के क्षेत्रों में टीकों को आसानी से पहुंचायी जा सके.

एनएएल ऑक्टाकॉप्टर को ऐसे मिशन के लिए डिजाइन किया गया है जिसे बिना प्रशिक्षण पाए ऑपरेटरों भी आसानी से इसे संचालित कर सकें. एनएएल पहले ही ड्रोन निर्माण और परिचालन सेवाओं की पेशकश के लिए निजी फर्मों के साथ करार कर चुका है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने 13 सितंबर 2021 को बीवीएलओएस उड़ान परीक्षण करने के लिए सीएसआईआर-एनएएल को सशर्त अनुमति दी है. एनएएल का ऑक्टाकॉप्टर 15 किलोग्राम का पेलोड के साथ 40 मिनट आसमान में मंडरा सकता है. यह 500 मीटर की ऊंचाई पर अधिकतम 36 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है.

एनएएल ऑक्टाकॉप्टर कृषि कीटनाशक छिड़काव, फसल निगरानी, खनन सर्वेक्षण, चुंबकीय भू सर्वेक्षण मानचित्रण जैसे बहुमुखी अनुप्रयोगों के लिए एक शक्तिशाली ऑनबोर्ड एम्बेडेड कंप्यूटर और नवीनतम पीढ़ी के सेंसर से लैश है.

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